बीते शुक्रवार, मुंबई में एक लोकल ट्रेन ड्राईवर पी. डी. लोके ने समय पर ट्रेन रोककर एक घायल व्यक्ति की जान बचायी। लोके ने हर चीज से पहले मानवता को रखा।
इस घायल व्यक्ति की पहचान पंकज मौर्य के रूप में हुई है। पंकज अँधेरी वेस्ट स्थित अपने दफ्तर की ओर जा रहे थे। हालांकि, अभी पंकज की स्थिति सामान्य है।
लोके जब ट्रेन लेकर जा रहे थे, तो उन्होंने एक व्यक्ति को पटरियों के बीच घायल अवस्था में देखा और बिना एक पल भी गंवाए, उन्होंने ट्रेन रोक दी। उन्होंने बताया, “जैसे ही हम दिवा से आगे निकले, मैंने देखा कि एक व्यक्ति दो पटरियों के बीच में पड़ा हुआ है। मैंने ट्रेन रोकी और गार्ड एमडी आलम को सूचित किया।”
इसके बाद आलम और लोके ने पंकज को दूसरी तरफ से आ रही एक ट्रेन को रुकवाकर उसमें चढ़ा दिया और उसे तुरंत इलाज के लिए पहुँचाने को कहा। लोके और आलम की समझदारी के चलते ही पंकज की जान बच पाई।
सेंट्रल रेलवे के जन सूचना अधिकारी सुनील ने बताया, “लोके और आलम ने शानदार काम किया है। हम कोशिश करेंगें कि उनका नाम पुरुस्कार के लिए जाए।”