सुमन धामने महाराष्ट्र में अहमदनगर की रहने वाली हैं। उन्होंने ‘आपली आजी’ नामक एक यूट्यूब चैनल शुरु किया है जहाँ वह लोगों को महाराष्ट्रीयन व्यंजन के बारे में बताती हैं। 6 लाख सब्सक्राइबर के साथ यह चैनल खासा लोकप्रिय हो गया है।
सुमन धामने कभी स्कूल नहीं गईं लेकिन आज की तारीख में ग्रामीण महाराष्ट्र की रहने वाली इस 70 साल की महिला ने यूट्यूब पर धूम मचा दी है।
अहमदनगर से लगभग 15 किलोमीटर दूर सरोला कसार गाँव की सुमन धामने ने ‘आपली आजी’ (हमारी दादी) नाम से एक यूट्यूब चैनल शुरु किया है जहाँ वह लोगों को ऑनलाइन महाराष्ट्रीयन रेसिपी के बारे में बताती हैं। सबसे खास बात ये है कि मात्र छह महीने के भीतर ही आपली आजी के 6 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर बन चुके हैं।
अपने चैनल पर सुमन धामने 120 रेसपी वीडियो शेयर कर चुकी हैं। 70 साल की धामने कहती हैं कि उन्हें यूट्यूब के बारे में पहले पता नहीं था और उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि वह सोशल मीडिया पर अपनी रेसपी के बारे में बात करेंगी। वह कहती हैं, “लेकिन अब अगर मैं रेसपी शेयर ना करुं तो मुझे बेचैनी होने लगती है।”
सुमन पारंपरिक स्वाद में घर के बने मसालों के साथ महाराष्ट्रीयन व्यंजन बनाती है। उनके पाक कौशल से लोग काफी प्रभावित हो रहे हैं। चैनल के साथ हर दिन करीब 4,000 से अधिक लोग सदस्यता प्राप्त कर रहे हैं और लाखों लोग उनके वीडियो देखते हैं।
पाव भाजी से लेकर 100 से ज्यादा खाने की रेसिपी
सुमन को तकनीक संबंधी सहायता उनके पोते यश पाठक देते हैं। 17 वर्षीय यश बताते हैं, “जनवरी के आस-पास, मैंने दादी को पाव भाजी पकाने के लिए कहा था। कुछ रेसिपी वीडियो देखने के बाद, दादी ने कहा कि वह इससे बेहतर बना सकती है।”
यश कहते हैं कि उन्हें नहीं पता दादी ने उस रेसिपी में क्या बदलाव किया लेकिन जो उन्होंने बनाया, उसे खाकर उनका परिवार अंगुलियां चाटता रह गया। और फिर यश के दिल में एक यूट्यूब चैनल शुरु करने का ख्याल आया।
यश बताते हैं कि उन्होंने थोड़ी तैयारी की और योजना बनाई। फिर मार्च में उन्होंने पहला वीडियो ( करेले की सब्जी ) अपलोड किया। चैनल को दर्शक मिलने लगे। यश कहते हैं कि शुरुआत में उन्होंने मूंगफली की चटनी, हरी सब्जियां, महाराष्ट्रीयन मिठाईयां, बैंगन और अन्य पारंपरिक व्यंजन अपलोड किया।
यश आगे बताते हैं कि हाल ही में उन्होंने भाकारवाड़ी रेसिपी का वीडियो अपलोड किया है, जिसे 2 हफ्ते के भीतर करीब 20 लाख लोगों ने देखा है।’
हालांकि, दादी औऱ ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ने वाले इस लड़के के लिए यह साहसिक कार्य उतार-चढ़ाव से भरा रहा है।
सुमन बताती हैं, जब उनके पोते ने उनके सामने एक चैनल शुरु करने का विचार रखा तब वह काफी उत्साहित हुई। लेकिन समस्या ये थी कि उन्होंने जीवन में कभी कैमरे का सामना नहीं किया था, इसलिए वह काफी असहज रहती थी। वह हमेशा सचेत रहती थी कि सबकुछ योजना के मुताबिक जा रहा है या नहीं।
वह कहती हैं कि वह कैमरे पर बोलते हुए कभी हकला जाती थी या फिर कभी-कभी डर जाती थी। धीरे-धीरे, वह सहज हो गई हैं।
सुमन कहती हैं, “मैंने कोशिश की और मुझे सफलता मिल गई। मुझे बहुत खुशी होती है जब मुझे सराहना मिलती है। मुझे यूट्यूब क्रिएटर अवार्ड मिला है। मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है और परिवार और रिश्तेदारों से सराहना मिल रही है।”
जब चैनल हैक हो गया
यश कहते है कि कई चुनौतियों के बीच, एक महत्वपूर्ण चुनौती अपनी दादी को कैमरे के तकनीकी पहलुओं और प्रक्रिया सिखाना था।
यश कहते हैं, शुरुआत में उनके पास वीडियो कैमरा नहीं था और वह स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते थे। इस कारण उन्हें वीडियो एडिट करने में परेशानी होती थी और नेटवर्क से जुड़ी परेशानियां भी सामने आती थी।
यश ने बताया, कि उन्हें रेसिपी वीडियो की लंबाई के बारे में जानकारी नहीं थी। वह कहते हैं, “अनुभव के साथ, मैंने वीडियो के लिए एक आदर्श समय की लंबाई सीखी। दादी को बेकिंग पाउडर, सॉस और अन्य जैसे कई अंग्रेजी शब्द नहीं पता थे। मैंने उन्हें सही तरीके से उच्चारण करना सिखाया। ”
दादी-पोते की इस जोड़ी को बड़ा झटका 17 अक्टूबर को लगा जब चैनल हैक हो गया और लिंक पर एक बिटकॉइन लाइव स्ट्रीम चलाया गया। सुमन कहती हैं, “मैं परेशान थी और दिन में खाना भी नहीं खाया। मेरे पोते ने इतनी मेहनत की और वीडियो एक दिन में गायब हो गया।” लगभग चार दिनों में चैनल बहाल हो गया और दोनों ने राहत महसूस की।
मसालों की रेसिपी
सुमन कहती हैं कि उनके व्यंजनों के लोकप्रिय होने का कारण पारंपरिक खाना पकाने के तरीके और मसाले हैं।
वह कहती हैं, “दर्शक अक्सर खाने और मसालों के रंग से आकर्षित होते हैं और अक्सर कॉल करने और रेसिपी पर चर्चा करने का अनुरोध करते हैं। सैकड़ों लोगों ने मसाले के लिए कहा है। ” मसालों के लिए कभी न खत्म होने वाले अनुरोध को बनाए रखने के लिए, सुमन और यश ने पारंपरिक मसाले बनाना औऱ बेचना शुरू कर दिया है।
अपने 30 एकड़ के खेत में अपनी खेती की गतिविधियों के साथ, सुमन जब तक हो सके तब तक लोगों के साथ अपने व्यंजनों की रेसिपी साझा करना जारी रखना चाहती है। सुमन आगे बताती हैं कि कई बार दर्शक कोई विशेष व्यंजन बनाने का अनुरोध करते हैं और वह मांग के आधार पर व्यंजन बनाने की कोशिश भी करती हैं। सुमन कहती है कि उन्होंने दशहरा और दिवाली के त्यौहारों के लिए कई प्रकार के व्यंजन बनाए हैं।
वह आगे कहती हैं, “मैं सभी आइटम बनाने और दर्शकों के साथ व्यंजनों को साझा करने के लिए उत्साहित हूँ।”
यदि आप सुमन द्वारा बनाए गए मसालों के बारे में जानना चाहते हैं तो 8888758452 पर कॉल कर सकते हैं।
मूल लेख: HIMANSHU NITNAWARE
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