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ई-स्कूटर चलाना चाहते हैं? दिल्ली में अब सिर्फ 950 रुपये/हफ्ते में किराए पर लें EV

E Scooter On Rent

E Scooter On Rent

कई शहरों में एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंच पाना, लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती होती है। कई जगहों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सेवा भी नहीं पहुंच पाती। लेकिन, आज कुछ ऐसी EV कंपनियां मौजूद हैं, जो लोगों को शहर के हर कोने तक पहुंचने में मदद करती हैं। eBikeGo, Yulu और Bounce ऐसी कुछ जानी-मानी कंपनियां हैं, जो अपने ई-स्कूटर किराए पर (E Scooter On Rent) उपलब्ध करा रही हैं। निजी उपयोग के अलावा, ये अपने ई-स्कूटर, कूरियर और फ़ूड डिलीवरी से जुड़ी कंपनियों को भी देते हैं। दिल्ली स्थित एक और EV कंपनी ‘VA-YU’.ने भी अब इस तरह की सेवा शुरू की है। 

VA-YU एक ई-स्कूटर बुकिंग प्लेटफॉर्म है, जो दिल्ली-एनसीआर में ऑन-डिमांड, ई-स्कूटर किराए पर (E Scooter On Rent) देने का काम करता है। VA-YU के सस्थांपक आशीष अग्रवाल हैं , उन्होंने IIM कलकत्ता से MBA किया है। उनके पास, कॉर्पोरेट जगत में तक़रीबन 15 सालों का अनुभव भी है। पिछले साल, मई 2020 में उन्होंने सिर्फ 40 लो-स्पीड इलेक्ट्रिक स्कूटरों के साथ VA-YU की शुरुआत की थी। 

Ashish Aggarwal (Left) and a VA-YU customer who can rent an e-scooter (Right)

आज उनकी कंपनी, 300 से ज्यादा EV किराए पर दे रही है। कोई भी ग्राहक अगर एक ई -स्कूटर, छह महीने के पैकेज के साथ रेंट करता है, तो उसे एक महीने के मात्र 3,069 रुपये चुकाने होते हैं। वहीं, अगर इसे एक महीने के लिए लेना हो, तो इसके 3,599 रुपये देने होते हैं।

आशीष ने द बेटर इंडिया से बात करते हुए बताया, “कई लोग चाहकर भी इलेक्ट्रिक स्कूटर नहीं खरीदते, क्योंकि वे इन वाहनों पर भरोसा नहीं करते। साथ ही, इसे वे महंगा भी समझते हैं। दिल्ली जैसे बड़े शहर में, वाहनों के प्रदूषण और धुंध को देखते हुए, मुझे लगता है कि EV किराए पर देकर, हम इन समस्याओं को बेहतर तरीके से हल कर सकते हैं। इसमें लोगों को EV इस्तेमाल करने के लिए इसे खरीदने की जरूरत नहीं होती। हम सुनिश्चित करते हैं कि वाहन की गुणवत्ता और रख-रखाव अच्छा हो, ताकि ग्राहक को बहुत अच्छा अनुभव मिले। हम IC-इंजन वाहनों को भी इलेक्ट्रिक वाहन में बदल सकते हैं। फ़िलहाल, हम ई-स्कूटर को बेचने का काम नहीं कर रहे, लेकिन हमारे पास कई ग्राहक इसे खरीदने के लिए भी आते हैं।”

VA-YU के पास अपने ग्राहकों के लिए, ई-स्कूटर का एक हफ्ते से लेकर, छह महीने तक का पैकेज मौजूद है। एक हफ्ते के लिए EV किराये पर लेना हो, तो ग्राहक को लगभग 950 रूपये देने पड़ते हैं। वहीं इलेक्ट्रिक स्कूटर को पूरी तरह से खरीदने के लिए, 57,000 रुपये की कीमत तय की गयी है। उन्होंने अपने स्कूटर को निजी उपयोग, डिलीवरी सेगमेंट के साथ एंटी-थेफ़्ट फीचर के साथ डिज़ाइन किया है। 

आशीष कहते हैं, “हमारी 48-वोल्ट की लिथियम-आयन स्वैपेबल बैटरी, एक बार पूरी तरह से चार्ज होने पर 70 किमी तक आराम से चलती है। वहीं,  स्कूटर में लगी GPS तकनीक से जियोफेंसिंग और वाहन की जगह का पता लगाने में सुविधा भी मिलती है। दुर्धटना होने पर वाहन की क्षति और ग्राहक को कंपनी की ओर से किए बीमा का लाभ मिलता है। हम ग्राहकों के घर या ऑफिस तक वाहन के बीमा, रखरखाव और उससे संबंधित सभी जरूरी चीजों की जानकारी पंहुचा देते हैं। हमारा स्टार्टअप, स्कूटरों को ग्राहक के घर पर डिलीवर करता है। इसके अलावा, हम हर तरह के ग्राहकों के लिए EV के उपयोग, बुकिंग और पेमेंट को आसान बना देते हैं। VA-YU अपने नियंत्रण वाले एरिया में 2-3 घंटे में ब्रेकडाउन सहायता भी प्रदान करता है।

ग्राहकों को इन कम गति वाले, ई-स्कूटर के लिए ड्राइविंग लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन की जरूरत भी नहीं पड़ती है। साथ ही, हम ग्राहक तक स्कूटर पहुंचाने के पहले उसे साफ और सैनिटाइज कर देते हैं। वह कहते हैं, “बिना किसी एडवरटाइजिंग के ही ही, हमारे स्कूटर की मांग ग्राहकों के बीच बढ़ रही है। लोग हमारे स्कूटर सड़क पर देखकर हमे कॉल करते हैं। हमें हर दिन स्कूटर के लिए तकरीबन 15 से 20 कॉल आते हैं। हमारे ज्यादातर ग्राहक, आमतौर पर एक हफ्ते का पैकेज लेते हैं। हफ्तेभर हमारे EV को चलाने बाद, 90% ग्राहक एक महीने या तीन महीने का प्लान ले ही लेते हैं। हम दिल्ली में ग्राहकों के घर तक सिर्फ तीन घंटे में पहुंच जाते हैं।”

चूंकि यह कंपनी ग्राहकों को लम्बे समय के लिए EV किराये पर देती है, इसलिए वह अपने स्कूटर के साथ उन्हें एक छोटा चार्जर भी देते हैं। किराये पर दिए जाने वाले सभी स्कूटरों में रिमूवेबल बैटरी लगी रहती है। जो लोग फ्लैट्स में रहते हैं, वे अपनी बैटरी निकालकर घर में ले जा सकते हैं। बैटरी का वजन लगभग 6 किलो है और इसे घर पर आसानी से चार्ज किया जा सकता है। घर में इन बैटरियों को 100% चार्ज करने में करीब चार घंटे का समय लगता है।

VA-YU अपने स्कूटर को बनाने के लिए दिल्ली-एनसीआर में स्थित एक कंपनी की मदद लेता है। हालांकि इनके 70% स्कूटर पार्ट्स भारत में ही बनाए जाते हैं। लेकिन लिथियम-आयन बैटरी सेल और कुछ छोटे पार्ट्स को दूसरे देशों से मंगाया जाता है। 

डिलीवरी और जरूरी सेवाओं ले लिए उपयोगी 

पिछले एक साल में, दोनों लॉकडाउन के दौरान, तकरीबन  97% समय VA-YU के स्कूटर का उपयोग हुआ है, जिनमें जरूरी सेवाओं से जुड़े लोग, डिलीवरी बॉय और यहां तक कि एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए कई नर्सों ने भी इसका इस्तेमाल किया है। ऐसे में, यह कहा जा सकता है कि लॉकडाउन के दौरान, नौकरी गंवाने के बाद अपना घर चलाने के लिए डिलीवरी का काम कर रहे कई लोगों की इन ई-स्कूटरों ने मदद की है।  

इन दो सालों में लॉकडाउन के दौरान, कई लोगों की अच्छी खासी नौकरी हाथ से चली गई, जिसके बाद उन्होंने डिलीवरी के काम को चुना। लोगों के पास अपना स्कूटर खरीदने के पैसे भी नहीं थे। बहुत सी फ़ूड, दवा या किराना डिलीवरी कंपनियों में, ड्राइवरों को काम पर, अपने वाहन ले जाने पड़ते हैं। लॉकडाउन की वजह से दिल्ली जैसे शहरों में होम डिलीवरी में तेजी आई है।

आशीष कहते हैं, “हम अपने वाहन किराए पर दे सकते हैं। डिलीवरी करनेवाले को EV किराए पर लेने के लिए बहुत अधिक पैसे खर्च नहीं करने पड़ते। इस तरह  उन्हें बड़ी आसानी से किसी डिलीवरी कंपनी में नौकरी मिल सकती है। एक सामान्य डिलीवरी करने वाला आदमी, प्रति महीने 12,000 से 15,000 रुपये कमाता है। वहीं अगर मांग बढ़ती है, तो वह 25,000 से 30,000 रुपये भी आसानी से कमा सकता है। हलांकि, यह व्यक्ति की क्षमता पर भी निर्भर करता है। हमारे ग्राहकों में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो प्रतिदिन 10 घंटे और लगभग 130 किमी की ड्राइविंग करते हैं। वे महीने का लगभग 30,000 रुपये कमाते हैं।  जबकि वे हमें महीने का मात्र 3,500 रुपये का किराया देते हैं। इस तरह हम लोगों को सक्षम बनने में मदद करते हैं।” 

यह IC-इंजन वाली बाइक के साथ संभव नहीं हो पाता। उन स्कूटरों में आपको ईंधन और रखरखाव का खर्च भी उठाना पड़ता है, जो प्रतिदिन तकरीबन 200 से 300 रुपये तक होता है। वह आगे कहते हैं, “हमारी कंपनी ऐसे लोगों के वाहन का खर्च बचाने में मदद करती है। इसके अलावा, हम डिलीवरी राइडर के लिए इन वाहनों पर बीमा भी प्रदान करते हैं। वाहनों के रख-रखाव के लिए भी हम उनके घर या ऑफिस तक जाते हैं। साथ ही, एक बार अगर हमारे ग्राहक की दिल्ली या किसी और शहर में कोई और नौकरी लग जाती है, तो उन्हें स्कूटर बेचने की चिंता नहीं होती। वह बिना कुछ खर्च और परेशानी के हमारे वाहन लौटा सकते हैं।”

EV की बढ़ती संख्या 

आशीष बताते हैं, “मार्च 2021 में हमारी कंपनी का मुनाफा 94% और वाहनों की संख्या छह गुना बढ़ी है। औसतन, हम प्रति वाहन तकरीबन 3,300 रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर में मिली सफलता के बाद, आने वाले समय में हमारी योजना अगले वित्तीय वर्ष में टियर 1 और टियर 2 शहरों में काम शुरू करने की है। इसके लिए हमें अपने वाहनों की संख्या को भी बढ़ाना होगा। हमारे EV की मांग को देखते हुए, VA-YU आनेवाले वित्तीय वर्ष में दिल्ली एनसीआर में लगभग 15,000 EVs लाने की तैयारी कर रहा है।”

इस स्टार्टअप कंपनी ने हाल ही में एक प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया है कि VA-YU के EV ने, पिछले एक साल में 20 लाख किमी से अधिक की दूरी तय की है। इस हिसाब से लगभग 50,000 लीटर पेट्रोल की बचत हुई है। 

अंत में आशीष बताते हैं, “VA-YU की शुरुआत दिल्ली जैसे प्रदूषित शहर में, एक पर्यावरण अनुकूल, बेहतर और सस्टेनेबल परिवहन सुविधा देने के उदेश्य से की गयी थी। ठंड के दौरान दिल्ली की सड़कों पर मौजूद धुंध काफी ज्यादा होती है। मैं मानता हूँ कि धुंए को कम करने का एक मात्र विकल्प EV ही है, क्योंकि वाहन प्रदूषण का 70% हिस्सा अकेले दोपहिया वाहनों से ही होता है। हमारा स्टार्टअप, जो निजी पूंजी के साथ शुरू किया गया था, फ़िलहाल अपने प्री सीरीज-ए फंडिंग को बढ़ाने के दौर में हैं, जो तकरीबन एक और महीने में समाप्त हो जाएगा। आने वाली तिमाहियों में हम देश के कुछ और शहरों में अपने बिज़नेस को शुरू करने पर भी काम कर रहे हैं। हम समाज के हर वर्ग तक, अपनी सुविधाएं बिना किसी परेशानी और सस्ती कीमत में पहुंचाना चाहते हैं।”

मूल लेख –रिनचेक नोरबू वांगचुक

संपादन- अर्चना दुबे

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