बिहार की इस महिला ने घर में शौचालय बनवाने के लिए गिरवी रखा अपना मंगलसूत्र !

बिहार के सासाराम में एक छोटे से गाँव बारहखन्ना की एक महिला ने शौचालय बनवाने के लिए अपना मंगलसूत्र गिरवी रख दिया। उनके इस जज्बे को देखकर जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया और उनके इस कदम से प्रभावित होकर उन्हें जिले के स्वच्छता कार्यक्रम का ब्रांड एम्बेसडर बना दिया।

बिहार के सासाराम में एक छोटे से गाँव बारहखन्ना की एक महिला ने शौचालय बनवाने के लिए अपना मंगलसूत्र गिरवी रख दिया। उनके इस जज्बे को देखकर जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया और उनके इस कदम से प्रभावित होकर उन्हें जिले के स्वच्छता कार्यक्रम का ब्रांड एम्बेसडर बना दिया।

 

इससे पहले कोटाभार्री गाँव की 104 वर्षीय कुंवर बाई ने शौचालय बनवाने के लिए अपनी बकरियां बेच दी थीं, जिन्हें बाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्मानित किया था। ऐसे अनगिनत उदाहरण हमारे सामने आते जा रहे हैं जिनमें महिलाएं साहसी कदम उठाकर स्वच्छता के लिए आगे आ रही हैं। ऐसा ही एक उदाहरण हाल ही में बिहार के सासाराम में सामने आया जहाँ की निवासी फूल कुमारी ने घर में शौचालय बनवाने के लिए अपना मंगलसूत्र गिरवी रख दिया।

 

फूल कुमारी गाँव के प्राइमरी स्कूल में बच्चों के लिए खाना बनाने का काम करती हैं। उनके किसान पति मजदूरी करते हैं। दोनों की कमाई से इतना धन नहीं इकठ्ठा हो पाया कि शौचालय बना पाते। लेकिन फूल कुमारी ने ठान ही लिया कि शौचालय बनवाना है और उन्होंने इसके लिए अपना मंगलसूत्र ही गिरवी रख दिया।

Mangal sutra

 Representational Image – Source

फूल कुमारी के इस फैसले से घर में कोहराम मच गया और उन्हें घर के मर्दों का खासा विरोध झेलना पडा। लेकिन फूल कुमारी ने हार नहीं मानी और अकेले अपने दम पर शौचालय बनवाने के लिए सारी जरुरी चीजें जूटा लीं।

 

रोहतास के जिलाधिकारी अनिमेष कुमार पराशर ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया कि, “बुधवार को हम अपने एनी प्रशासनिक अधिकारिओं के साथ फूलकुमारी के घर जायेंगे और उनके पूरे परिवार की उपस्थिति में नवीन शौचालय का उद्घाटन करेंगे।”

 

फूल कुमारी का ये कदम सबके लिए सीख है कि स्वच्छता के लिए आवश्यक कदम किसी भी कीमत पर उठाएं। उन्हें जिले में चल रहे सम्पूर्ण स्वच्छता कार्यक्रम का ब्रांड एम्बेसडर बनाने से अन्य लोग भी प्रेरित होकर स्वच्छता की ओर कदम बढ़ाएंगे।

 

फूल कुमारी के इस साहस ने अगली पीढ़ी के बेहतर भविष्य की नींव रख दी है। जरूरी है कि हम स्वच्छता के लिए आगे आएं और समाज को प्रेरित करने के लिए फूलकुमारी जैसे कदम उठायें। तभी स्वच्छ भारत का सपना पूरा होगा।

 

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