अक्सर सर्दियों में कम प्यास लगती है, इसलिए हम ज़रूरत से कम पानी पीते हैं। लेकिन मौसम कोई भी हो, शरीर को सही मात्रा में पानी मिलना ज़रूरी है।
गर्मियों की तुलना में सर्दियों में हार्ट अटैक के मामले लगभग 25% बढ़ जाते हैं और हार्ट अटैक के लगभग 53 प्रतिशत मामले सुबह के समय होते हैं।
ऐसे में अगर आपको पहले से ही हृदय संबंधी समस्या है, तो सर्दियों में सुबह की सैर और व्यायाम के दौरान खास ख्याल रखें। इस मौसम में व्यायाम या सैर के दौरान अपने आप को पूरा ढककर सैर के लिए जाएं।
ब्लड प्रेशर के मरीज हैं, तो दवाएं लगातार लें और हार्ट के मरीज हैं, तो अपनी ब्लड थिनर (रक्त को पतला करने वाली दवाएं) समय से लेते रहें। ब्लड प्रेशर की नियमित जांच करवाएं। शाम की दवा सुबह के खतरे कम कर सकती है।
अधिक समय तक ठंड के संपर्क में न रहें। वजन न बढ़ने दें। तनाव से दूर रहें। कम मात्रा में नियमित अंतराल पर भोजन लें। हल्की धूप में बैठें, लेकिन सिर पर अधिक देर तक धूप न पड़ने दें। एस्पिरिन, नाइट्रो ग्लिसरीन की गोली अपने पास रखें।
सर्दियों के मौसम में ऐसी चीज़ें खाएं, जो आपको गर्म रखें। अपने आहार में ज़िंक (मीट, नट व सीड्स), गुड़, भरपूर मात्रा में विटामिन-सी (फल और सब्जियां), आयरन (पालक, बीन्स व दाल आदि) और ओमेगा-3 शामिल करें।
हाइजीन का ध्यान ज़रूर रखें। ओढ़ने और पहनने वाले कपड़ों को नियमित साफ करें। बीच-बीच में हाथ धोते रहें, नाखून छोटे रखें या फिर उनकी रेगुलर सफाई करें और स्मोकिंग बिल्कुल ना करें।
सर्दियों का मौसम त्वचा को नुकसान पहुंचाता है, जिसके कारण स्किन का रूखापन, खुजली, फटे होंठ और फटी एड़ियों जैसी परेशानियां होती हैं।