UPSC में फेल होना नहीं जीवन का अंत, 10वें एटेंप्ट में 11 नंबर से चूके रजत ने दी सीख

UPSC की परीक्षा में फेल हुए तो क्या? इसे जीवन का अंत बिल्कुल मत समझे।

यूपीएससी की सफलता और असफलता के बीच के भी कई यूपीएससी उम्मीदवार हैं जो सफलता के मुहाने पर पहुंच कर भी इसका स्वाद नहीं चख पाए,  ऐसे ही एक उम्मीदवार हैं रजत संब्याल। 

रजत कहते हैं,  "मेरी दस साल की कड़ी मेहनत मिट्टी में मिल गई। लेकिन इस परिणाम को अपनी प्रगति मानते हुए मैं आगे बढ़ रहा हूं।"

वह कहते हैं, "मैं गारंटी देता हूं, गंभीर तैयारी का एक साल भी आपके जीवन और दृष्टिकोण को बदल देता है। हम बहुत कुछ सीखते हैं! यूपीएससी के  उम्मीदवार भी भीड़ से अलग होते हैं। 

उन्होंने समय बर्बाद नहीं किया है, उन्होंने निवेश किया है। मुझे यकीन है कि ये 10 साल पहले की तुलना में कहीं बेहतर है!"

"हममें से कई लोग UPSC की तैयारी के कारण, अपनी मास्टर्स डिग्री, अपनी हॉबी यहां तक कि अपने घूमने फिरने के शौक को भी पीछे छोड़ देते हैं।"

"मैं अफसोफ करने के बजाय आगे बढ़ने के बारे में सोच रहा हूँ। UPSC के अलावा भी कई और काम हैं जिसमें मैं बेहतर कर सकता हूँ।  आपको बस अपनी नई क्षमताओं को पहचानना होगा।"