मध्यप्रदेश के इंदौर में पुलिस ने फिल्मी स्टाइल से एक केस को सॉल्व किया है।
संयोगितागंज थाना क्षेत्र की पुलिस को MGM मेडिकल कॉलेज में रैगिंग की शिकायत मिली थी।
मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस टीम ने अंडरकवर कॉप शालिनी चौहान को स्टूडेंट बनाकर कॉलेज में भेजा।
शालिनी ने इस दौरान कॉलेज में दोस्त बनाए, कैंटीन में समय बिताया। वह करीब 5 महीने तक इस मिशन में लगी रहीं।
ब्लाइंड रैगिंग केस का खुलासा करने के लिए उन्होंने पर्याप्त सबूत जुटाए और 6 आरोपी स्टूडेंट्स को पकड़ा। सभी को 3 महीने के लिए कॉलेज और हॉस्टल से सस्पेंड कर दिया गया है।
शालिनी, इंदौर के संयोगितागंज थाने में तैनात हैं। मिशन एमजीएम उनका पहला ऑपरेशन था।
शालिनी, कॉमर्स ग्रेजुएट हैं और इस केस की जांच करने के लिए वह बिल्कुल एक आम स्टूडेंट की तरह तैयार होकर रोज़ाना कॉलेज जाती थीं।
24 साल की शालिनी के पिता भी पुलिस फोर्स में थे, जिनका निधन 2010 में हो गया था। पिता से प्रेरणा लेकर ही वह भी पुलिस फोर्स में भर्ती हुईं।
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