कालका-शिमला टॉय ट्रेन, हिमाचलइतिहास के पन्नों में दर्ज UNESCO World Heritage कालका-शिमला टॉय ट्रेन किसी हसीन और अचंभित रूट से कम नहीं है। हिमालय की असली खूबसूरती के बीच से गुज़रती टॉय ट्रेन का सफर लगभग हर कोई करना चाहता है।
दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, पश्चिम बंगालअगर आप दार्जिलिंग हिमालयन टॉय ट्रेन पर चढ़ रहे हैं, तो बर्फ़ से ढके ऊँचे पहाड़, ज़िगज़ैग मोड़ और रोमांचकारी खड़ी ढाल आपके सफर को बेहद खूबसूरत बनाएंगे। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित, या भारत में सबसे अच्छी हेरिटेज टॉय ट्रेन है।
कांगड़ा वैली रेलवे, हिमाचलकांगड़ा वैली रेलवे भारत की एक और हेरिटेज टॉय ट्रेन है जो पठानकोट और जोगिंद्रनगर के बीच संकीर्ण गेज पर चलती है। यह ट्रेन यूनेस्को की वर्ल्ड साइट है, जो पालमपुर के कई पुलों और चाय बागानों से गुज़रती है।
नीलगिरि माउंटेन रेलवे, तमिलनाडुयह केवल भारत में ही नहीं बल्कि एशिया में एक खड़ी ढाल वाला रास्ता है। घने जंगलों, चट्टानी इलाक़ों और धुंध भरे पहाड़ी इलाकों से गुज़रते हुए, नीलगिरि माउंटेन टॉय ट्रेन भारत की सबसे बेहतरीन टॉय ट्रेन में से एक है।
माथेरान हिल रेलवे, महाराष्ट्रनेरल से माथेरान तक चलने वाली माथेरान हिल रेलवे महाराष्ट्र में लगभग एक शताब्दी पुरानी रेल सेवा है। यह भारत में लोकप्रिय टॉय ट्रेनों में से एक है जो अपनी चढ़ाई की वजह से 'वन किस टनल' के लिए जानी जाती थी। यह टॉय ट्रेन भी कई प्राकृतिक नज़ारे पेश करती है।