उज्जैन से करीब 50 किमी दूर बड़नगर में बना एक नेचुरल फार्म स्टे- जीवंतिका को दो IIT टॉपर्स, साक्षी भाटिया और अर्पित माहेश्वरी ने अपने जीवन के अनुभवों से बनाया है।
71 साल पुरानी यह इमारत, पहले एक लेबर क्वार्टर थी, जिसे बदलकर होमस्टे बनाया गया है। उन्होंने 2005 में अपने बागान में लेबर्स के पुराने क्वार्टर को होमस्टे में बदलने का फैसला किया।
इंद्राणी चक्रवर्ती और सौम्य मुखर्जी ने दिल्ली की नौकरी छोड़कर, ओडिशा में एक होमस्टे शुरु किया है। 'स्वानिर वाइल्डरनेस इकोस्टे'। इसे पर्यावरण को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
वाणी कन्नन और उनके पति बालाजी, 16 साल से इंग्लैंड में रह रहे थे, लेकिन जब उनका पहला बच्चा हुआ, तो उन्होंने उसे भारतीय संस्कृति के बीच पालने का फैसला किया और भारत लौट आए।