सामाजिक बंधनों को तोड़, जम्मू और कश्मीर की पहली महिला ई रिक्शा ड्राइवर बनीं सीमा

एक समय ऐसा था, जब नागरोटा (जम्मू कश्मीर) की रहनेवाली सीमा देवी भी आम गृहिणियों की तरह ही जीवन बिता रही थीं।

तीन बच्चों की माँ सीमा देवी ने जब घर चलाने के लिए पति को दिन-रात मेहनत करते देखा, तो पति की मदद करने के लिए उन्होंने ई-रिक्शा का हैंडल थाम लिया।  

सीमा देवी का एक 15 साल का बेटा है और 14 व 12 साल की दो बेटियां हैं। उन्हें कोई दूसरी नौकरी नहीं मिली, इसलिए उन्होंने ई-रिक्शा चलाना शुरू किया।

सीमा देवी और उनके पति ने 30 हज़ार का लोन लिया और 3000 की EMI पर ई-रिक्शा खरीदा और फिर सीमा के पति ने उन्हें ई-रिक्शा चलाना सिखाया।

आज महिलाएं जब सीमा के ई-रिक्शा में बैठती हैं, तो उन्हें सुरक्षित महसूस होता है। आज सीमा देवी दूसरों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।