मुकुल ने कबाड़ इकठ्ठा करने के लिए एक ऐप बनाया है, जिसका नाम स्क्रैप अंकल है। मुकुल का मॉडर्न डे कबाड़ीवाला आपके घर पर आवाजें मारकर नहीं बल्कि वेबसाइट और ऐप के ज़रिए कबाड़ इकट्ठा करता है।
स्क्रैप अंकल आपके घर पर आकर कबाड़ का वजन करता है और उसका सही दाम भी देता है। इतना ही नहीं उनका ऐप कबाड़ को रिसाइकिल करने के लिए भी खुद से ही भेज देता है।
शार्क टैंक में आने से पहले ही मुकुल को कोलम्बिया यूनिवर्सिटी से 23 लाख रुपये का ग्रांट मिला था। मुकुल को ऐप के ज़रिए पिछले 2 सालों में सिर्फ दिल्ली और उससे जुड़े इलाकों से 22 हजार से ज्यादा ऑर्डर्स मिले।