एक किसान, जो प्राकृतिक खेती कर कमा रहे अच्छे पैसे, 4 साल से परिवार वालों को नहीं पड़ी दवा की ज़रूरत।

पूर्णिया के चांदीबाड़ी गांव के रहनेवाले राजकुमार सिंह लंबे समय से नेचुरल फार्मिंग कर रहे हैं और दूसरे किसानों के लिए रोल माडल बन चुके हैं।

राजकुमार ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज से मास्टर्स किया और 2019 में माता-पिता की बीमारी को देखते घर आकर खेती संभालने लगे। 

उन्हें लगा कि प्राकृतिक खेती करने से ही स्वस्थ रहा जा सकता है। तब उन्होंने 2019 में अहमदाबाद में सुभाष पालेकर के ट्रेनिंग कैंप में प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग ली।

इसके बाद, उन्होंने एक देसी गाय खरीदी। उसके गोबर और गोमूत्र से एक एकड़ खेत में प्राकृतिक खेती शुरू की। पहले उन्होंने प्रयोग के तौर पर कई तरह की सब्जियां उगाईं। लेकिन उन्हें 2-3 लाख का नुकसान उठाना पड़ा।

लेकिन वह इसी काम में लगे रहे, धीरे-धीरे अच्छी पैदावार होने लगी और उनकी आय भी बढ़ने लगी। खेती में नेचुरल चीज़ों के इस्तेमाल से परिवार के सभी लोग भी स्वस्थ रहने लगे।

अब वह दूसरे किसानों को भी इसके गुर सिखा रहे हैं। फिलहाल वह दो एकड़ खेत में प्राकृतिक खेती कर रहे हैं और उनके पास तीन देशी गाय भी हैं, जिनके गोबर और गोमूत्र से वह प्राकृतिक खेती करते हैं।