क्या आपने देखा है गोबर से बने तोरण और मसालेदानी जैसी चीज़ें? नहीं देखा, तो चलिए हम दिखाते हैं।

तमिल नाडु के मदुरै में पेरुंगमनल्लूर गांव के रहनेवाले जैविक किसान पी गणेशन, पिछले पांच सालों से गोबर और गोमूत्र से कई चीज़ें बनाते हैं।  

वह रोज़मर्रा से जुड़ी चीज़ें और सजावटी सामान, दोनों बनाते हैं और ये सभी चीज़ें 10 सालों तक चल सकती हैं।

पर्यावरण के अनुकूल खेती में गाय का गोबर, सबसे ज़रूरी कंपोनेंट्स में से एक है। इसलिए, जब उन्होंने जैविक खेती शुरू की, तो गायों की कुछ देशी नस्लें खरीदीं, ताकि जैविक खाद बनाने के लिए गोबर मिल सके।

लेकिन गणेशन को ज़रूरत से ज्यादा गोबर मिलने लगे, तब उन्होंने इसे बर्बाद न होने देने का फैसला किया और जल्द ही केवल गाय के गोबर और गोमूत्र का उपयोग करके कलाकृतियाँ बनानी शुरू कर दीं।

52 साल के गणेशन ने सबसे पहले गोबर से एक छोटी सी गणेश मुर्ति बनाकर हैंडीक्राफ्ट बिज़नेस की शुरुआत की और आज वह 150 तरह के प्रोडक्ट्स बनाते हैं।

उन्होंने इन प्रोडक्ट्स के ज़रिए पहले साल 12 हज़ार, दूसरे साल में 25 हज़ार और तीसरे साल में करीब 75 हज़ार रुपयों की कमाई की।

गणेशन, गोबर से कुमकुम बॉक्स, मसाला बॉक्स, पेन स्टैंड, फल स्टैंड और सजावटी सामान, जैसे- वॉल हैंगिंग, तोरण, चेन और देवी/देवताओं के चेहरे आदि बनाते हैं।

गणेशन के प्रोडक्ट्स की कीमत 5 रु. से लेकर 3000 रुपये तक है।

इन प्रोडक्ट्स का ऑर्डर देने या इससे जुड़ी जानकारी के लिए आप 99420 85413 पर संपर्क कर सकते हैं।