मध्य भारत की सबसे प्राचीन जगहों में से एक ग्वालियर किला दुनिया भर में   काफी मशहूर है।

और उतना ही मशहूर है यहां का चतुर्भुज मंदिर, जो हर युग के गणितज्ञों को लगातार अपनी ओर आकर्षित करता रहा है।

आज जिस संख्या को हम जीरो के रूप में जानते और इस्तेमाल करते हैं, उसका सबसे पुराना रिकॉर्ड यहीं इस मंदिर में दर्ज है।

इसी वजह से यह मंदिर देश-विदेश के गणितज्ञों के लिए अध्ययन का केंद्र बना हुआ है।

876 ईस्वी में बने, भगवान विष्णु को समर्पित इस  मंदिर के शिलालेख पर दो बार शून्य का उल्लेख किया गया है।

Scribbled Underline

देवनागरी लिपि व संस्कृत भाषा में शिलालेख पर ‘270 X 167 हाथ जमीन और पूजा के लिए प्रतिदिन 50 मालाएं दान में देने’ की बात लिखी गई है।