बारिश के मौसम में अगर ठीक से ध्यान न रखा जाए, तो यह मौसम हरियाली के साथ कई तरह के जीव -जंतु भी अपने साथ लाता है।
लेकिन अगर कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें, तो बारिश में भी गार्डन की देखभाल अच्छे से की जा सकती है।
बारिश शुरू होने से पहले पौधों के नीचे वाले पत्तों को साफ कर दें।
1.
बारिश के मौसम में गमलों के ऊपर तक आप 3 भाग मिट्टी और 1 भाग गोबर खाद को मिलाकर भर दें। गमले के ऊपरी भाग को खाली छोड़ने से उसमें पानी भर जाएगा और पौधे ख़राब हो जायेगे।
2.
10 दिन के अंतराल में पौधों में फंगीसाइड स्प्रे करें। इससे फंगस के आक्रमण से पौधे बचेंगे।
3.
इस मौसम में पौधों की ट्रिमिंग कर सकते हैं, जिससे थोड़े दिनों में नए पत्ते आने शुरू हो जाएंगे और पौधों को कोई नुकसान नहीं होगा।
4.
बरसात में मिट्टी में अधिक नमी रहती है, जब तक मिट्टी न सूखे पानी न डालें।
5.
केमिस्ट के दुकान से हाइड्रोजन परॉक्साइड लाएं। उसे 15 दिन के अंतराल में स्प्रे करें, इससे अगर कोई बैक्टीरिया, कीड़े होंगे तो पौधों को उनसे बचाया जा सकेगा।
6.
प्लांट्स को शिफ्ट करते रहें और गमलों में या जमीन में पानी भरने न दें।
7.
प्लांट्स को शिफ्ट करते रहें और गमलों में या जमीन में पानी भरने न दें।
8.
बरसात का पानी अमृत है, लेकिन अगर ज्यादा बरसात हो, तो पौधों के ऊपर शीट लगाएं, ताकि पौधों की जड़ गलने न लगे।
9.
अगर आपके गमले छत पर नीचे रखे हैं, तो उन्हें किसी स्टैंड पर शिफ्ट कर दें। इससे पानी भी नहीं जमेगा और गार्डन को नया लुक भी मिल जाएगा।