कोशिश और खुद पर भरोसा, ये वो ताकत हैं जिन्हें इंसान अपना ले तो उसे सफलता की बुलंदियों को छूने से कोई रोक नहीं सकता। इन्हीं के दम पर महाराष्ट्र में वाशिम के सुदूर इलाके में रहने वाले सुनील खाचकड ने कामयाबी हासिल की है।
इसलिए सुनील के माता-पिता सड़क पर गिट्टी तोड़ने का काम करते थे। सुनील ने भी कड़ी मेहनत करके यशवंतराव चव्हाण ओपन यूनिवर्सिटी से बीए की डिग्री हासिल की और छह साल पहले प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए संभाजीनगर पहुंचे।