बचपन में रामायण पर आधारित एनिमेटेड फिल्म तो आपने ज़रूर देखी होगी!लेकिन क्या इसे बनाने वाले एनिमेटर को जानते हैं आप?
भारतीय 'एनीमेशन के जनक' माने जानेवालेइस Animator का नाम हैराम मोहन!
राम मोहन को ग्राफिक्स औरएनीमेशन से इतना लगाव था कि उन्होंने1956 में कार्टून फिल्म्स यूनिट में शामिल होने के लिएराम मोहन ने अपनीमास्टर्स की पढ़ाई अधूरी छोड़ दी थी।
यहाँ काम करते हुए उन्होंनेखुद ही कई छोटी-छोटी फिल्मों कीस्क्रिप्टिंग, डिजाइनिंग और एनीमेशन काकाम किया।
इन्हीं में से एक थी'होमो सैप्स'जिसने 1967 मेंसर्वश्रेष्ठ प्रायोगिक फिल्म काराष्ट्रीय पुरस्कार जीता।
1968 में उन्होंने फिल्म्सडिवीजन छोड़कर खुद की प्रोडक्शनकंपनी खोलने का फैसला किया।इस तरह 1972 में शुरू हुईउनकी कंपनी 'राम मोहन बायोग्राफिक्स'
इस कंपनी ने 100 से अधिकविज्ञापनों और हिंदी फिल्मों मेंएनीमेशन का काम किया।
उस ज़माने में यह देश की सबसे जानी-मानी एनीमेशन कंपनी थी।
जैपनीज़ निर्देशकों के साथ रामायण और
यूनिसेफ के साथ मिलकर
भारत में पहली
एनिमेटेड फीचर सीरिज 'मीना' भी राम मोहन ने ही बनाई थी।
राम मोहन को उनकीशानदार रचनात्मकता केलिए साल 2014 पद्म श्री से भी नवाज़ा गया।
आज भले ही हम 5D Pictures की बात करते
हैं! लेकिन भारत में 2डी क्लासिकल एनीमेशनऔर 3डी कंप्यूटर ग्राफिक्स एनीमेशन को बड़े पर्दें पर लाने का श्रेयआज भी राम मोहन को जाता है।