तीज-त्योहारों में बताशे की मिठास अरसे से बरकरार है। पहले चीनी की चाशनी बनती है फिर इसे लकड़ी के सांचों में डाल दिया जाता है। इस सांचे में हाथी, शेर, मीनार, मछली, बत्तख, मुर्गा, झोपड़ी, ताजमहल जैसी आकृतियां बनी होती है। खाने में यह काफी कुरकुरे होते हैं और चीनी के वजह से भरपूर मीठे भी।