इनदिनों, हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक बाढ़ जैसे हालात बन गए है।

प्रदेश में ब्यास, रावी, चिनाब और सतलुज सहित सभी प्रमुख नदियाँ उफान पर हैं।

ऐसे हालातों में  वाहन, पुल, दुकानें और घर के बहते हुए वीडियो तो आपने जरूर देखें होंगे।  

लेकिन ऐसे भयावह हालातों के बीच इंसानियत की कुछ ऐसी तस्वीर भी दिखीं, जिसमें NDRF सहित लोकल पोलिस अपनी जान पर खेलकर लोगों की मदद करते दिखें।  

नौ जुलाई को मंडी पुलिस और NDRF ने मिलकर एक रेस्क्यू ऑपरेशन किया।   उन्होंने सीढ़ी का उपयोग करके एक वरिष्ठ दंपति सहित आठ लोगों को बचाया।

रविवार के दिन ही व्यास नदी के उफान में फंसे नौ लोगों को बड़ी बहादुरी से NDRF के अधिकारीयों ने एक हार्नेस की मदद से बचाया। 

ऐसे मुश्किल हालातों में  हिमाचल प्रदेश की पुलिस महानिदेशक (DGP) सतवंत अटवाल, कुल्लू की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) साक्षी, और मंडी की SSP सौम्या से लेकर तमाम महिला अधिकारी आगे बढ़कर बचाव कार्य का शानदान नेतृत्व कर रही हैं। 

सिरमौर पुलिस थाना में जैसे ही सूचना मिली की गिरी नदी के किनारे, कबाडी बस्ती में करीब 7 झुग्गीयों में पानी भर गया है। पुलिस ने झुग्गियों में रहने वाले करीब 40 महिलाओं,पुरुषों तथा बच्चों को सुरक्षित निकाला गया तथा झुग्गीयों को खाली करवाया।

इंसान के साथ साथ बेजुबानों के लिए भी हो रहे हैं प्रयास। एसडीआरएफ कांगड़ा टीम ने बनेर नदी में फंसे चार मवेशियों को बचाकर एक सफल बचाव अभियान पूरा किया।

पिछले दो दिनों से राज्य के SP से लेकर constable तक सब सड़कों पर डटे हुए हैं और आम नागरिकों को सुरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।

राज्य सरकार ने बाढ़ में फंसे लोगों के लिए तीन हेल्पलाइन - 1100,1070 और 1077 भी जारी किए हैं।