चाइल्ड प्रोडिजीज़ ऑफ़ इंडिया जानें क्या होता है 'चाइल्ड प्रोडिजीज़'?

हर बच्चा किसी न किसी तरह से ख़ास होता है, लेकिन अगर कोई बच्चा कम उम्र में ही असाधारण प्रतिभा दिखाता है, तो उसे 'चाइल्ड प्रोडिजी' माना जाता है। भारत में भी ऐसे कई बच्चे हैं, जिन्होंने अंतराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन किया है।

रमेश बाबू प्रागनानंदा

चेन्नई के प्रागनानंदा ने 2018 में प्रतिष्ठित ग्रैंडमास्टर खिताब हासिल किया। प्रागनानंदा यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के सबसे कम उम्र के और उस समय दुनिया में दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे।

प्रागनानंदा सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर की लिस्ट में पांचवें स्थान पर हैं। भारत के दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आंनद ने उनका मार्गदर्शन किया है।

लिदियन नधास्वरम

2019 में चैन्नई के लिदियन नधास्वरम ने 13 साल की उम्र में अमेरिका के ‘द वर्ल्ड्स बेस्ट’ रियलिटी शो का ख़िताब जीतकर इतिहास रच दिया था। इस शो को जेम्स कॉर्डन ने होस्ट किया था।

नधास्वरम को इनाम के रूप में 1 मिलियन डॉलर यानी 6.9 करोड़ रुपये की रक़म मिली। इसके बाद ए.आर रहमान खुद लिदियन से मिलने फूलों की माला के साथ उनके घर गए थे।

2 अक्टूबर 2011 को मणिपुर में जन्मीं लिसिप्रिया एक इंडियन चाइल्ड एन्वायरनमेंट एक्टिविस्ट हैं।  2019 में उन्हें 'डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम चिल्ड्रन अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया था।

लिसिप्रिया कंगुजम

9 साल की उम्र में उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार और इंडिया पीस प्राइज़ भी मिल चुका है। मैड्रिड में हुए संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन- 2019 को संबोधित करने का मौक़ा भी उन्हें मिला था।

कौटिल्य पंडित

2007 में हरियाणा के एक छोटे से गाँव में जन्में कौटिल्य का Intelligence Quotient (IQ) लेवल 150 है, जो कभी प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का हुआ करता था।

-15 अगस्त 2015 को इंग्लैंड की संसद के हाउस आफ़ कॉमन्स में इन्हें 'भारत गौरव अवॉर्ड' मिला।

- 2016 में यूएई की सरकार ने कौटिल्य पंडित को सम्मानित किया।

- पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और डॉ. प्रणब मुखर्जी से भी सम्मानित हुए। -2020 में गूगल बॉय का चयन Global Child Prodigy Award 2020-21 के लिए हुआ।

निहाल राज

किचाट्यूब नाम के अपने यूट्यूब चैनल पर चार साल की उम्र से ही अलग-अलग रेसिपीज़ के वीडियो अपलोड करने वाले कोच्चि के निहाल 'लिटिल शेफ' के नाम से जाने जाते हैं। 

उन्हें दुनियाभर में उस वक़्त पहचान मिली थी, जब मशहूर टीवी होस्ट एलेन डीजेनेरस ने उन्हें अपने शो में बुलाया। 7 साल के निहाल इस शो में भाग लेने वाले पहले भारतीय हैं।

अद्वैत कोलारकर

पुणे के रहने वाले अद्वैत कोलारकर गज़ब के आर्टिस्ट हैं, वह सिर्फ़ सात साल के हैं और Abstract Art में माहिर हैं। अद्वैत ने भारत में अपनी पहली प्रदर्शनी तब लगाई थी जब वह मात्र 2 साल के थे।

वह 2018 में आर्टेक्सपो, न्यूयॉर्क में प्रदर्शन करने वाले सबसे कम उम्र के कलाकार हैं। उनकी पेंटिंग्‍स अमेरिका, कनाडा, लंदन और तुर्की में लाखों रुपए में बिकती हैं।

तृप्तराज पांड्य

मुंबई के तृप्तराज का नाम गिनीज़ बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में 'यंगेस्ट तबला मास्टर' के तौर पर दर्ज है। उन्होंने 2 वर्ष की उम्र में तबला बजाया था।

प्रियांशी सोमानी

नंबरों को पलक झपकते ही कैलकुलेट करने वाली प्रियांशी ने 11 साल की उम्र में विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया।

2006 में वह सात साल की थीं, जब भारत में आयोजित अबेकस और मानसिक अंकगणितीय प्रतियोगिता में नेशनल चैंपियन बनीं।