सतीश धवन : वह वैज्ञानिक जिनके मार्गदर्शन में लॉन्च हुआ था भारत का पहला सैटेलाइट 1

सतीश धवन

श्रीनगर में पैदा हुए सतीश धवन  ने पंजाब विश्वविद्यालय से अलग-अलग विषयों में डिग्री ली हैं। वह  गणित विषय से बीए, अंग्रेजी साहित्य में एमए और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीई हैं।

आईआईएससी के निदेशक के रूप में 9 साल तक सेवा देने के बाद वे 1971 में एक साल के लिए आगे पढ़ने के लिए कैल्टेक चले गए। 

इस दौरान उन्हें प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने अनुरोध से वापस भारत बुलाया गया और इंडियन स्पेस प्रोग्राम का कार्यभार दिया गया।

सतीश धवन भारतीय विज्ञान संस्थान में सबसे कम उम्र के लेकिन सबसे अधिक लम्बे समय तक निदेशक रहे हैं।

उनके पायलट प्रोजेक्ट ने ही नेशनल एयरोस्पेस प्रयोगशालाओं में (NAL) में विश्व स्तरीय विंड टनल फसिलिटी (एयरक्राफ्ट, मिसाइलों और अंतरिक्ष वाहनों के एरोडायनेमिक परीक्षण के लिए) के निर्माण के लिए रास्ते खोले।

उन्होंने इसरो के साथ ही आईआईएससी के निदेशक के पद भी संभाला था।  

धवन ने इसरो प्रोजेक्ट्स में स्वदेशी उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया – आज, सैकड़ों औद्योगिक फर्म इसरो के लिए स्पेस-क्वालिटी हार्डवेयर का बड़े पैमाने पर निर्माण करते हैं।

अंतरिक्ष कार्यक्रम को आकार देने वाले महान व्यक्तित्व सतीश धवन का जन्म  25 सितंबर को हुआ था।  उनके नाम से श्रीहरिकोटा में स्पेस सेंटर भी है।