UNICEF और राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (NFDC) ने गोवा में, 53वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में बाल अधिकारों की फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए हाथ मिलाया है।
पहली बार ऐसा हुआ है कि अतंराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में बच्चों और किशोरों के मुद्दों और अधिकारों को उजागर करने वाली फिल्मों के लिए खास स्क्रीनिंग रखी गई है।
20 से 28 नवंबर 2022 के दौरान आयोजित इस समरोह में, इन 6 चुनिंदा फिल्मों को दिखाया जाएगा।
1. धनक
नागेश कुकुनूर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में एक बच्ची की अपने भाई का इलाज कराने के लिए किए गए संघर्ष को दिखाया गया है।
2. नानी तेरे मोरनी
आकाशादित्य लामा की यह फिल्म एक बच्ची की कहानी पर आधारित है, जिसने डर पर काबू पाया और अपनी नानी को डूबने से बचाया।
3. सुमी
अमोल गोले निर्देशित इस फिल्म में एक 12 साल की लड़की, अपने गांव से कई मील दूर अपनी साइकिल से स्कूल जाने का सपना देखती है।
4.टू फ्रेंड्स (मूल शीर्षक दोस्तोजी)
यह प्रसून चटर्जी निर्देशित एक बंगाली फिल्म है, जिसमें आठ साल के दो बच्चों की दोस्ती को दर्शाया गया है।
5.उड़ जा नन्हे दिल'
स्वरूपराज मेदरा की यह फिल्म एक ऐसे बच्चे के बारे में है, जिसे एक गरीब परिवार से आने के बावजूद एक समृद्ध स्कूल में जाने का मौका मिलता है।
6.
कफरनहूम(Capernaum)
नादिन लाबाकी के निर्देशन में बनी यह एक लेबनान फिल्म है, जो शरणार्थियों और समाज में दरार के बारे में एक कहानी है।