सबसे पहले यह ध्यान रखें कि आपको अपने ख़र्च, उधार और निवेश तीनों को बैलेंस करके चलना है। ये तीन फैक्टर्स आपकी जेब खाली भी कर सकते हैं और आपको स्ट्रेस फ्री भी रख सकते हैं। चॉइस आपकी है!
एक्सपर्ट्स भी सलाह देते हैं कि आप जितनी जल्दी हो सके, अपनी बचत शुरू कर दें। भले ही छोटा अमाउंट हो, लेकिन करें।
1. जितनी जल्दी हो सके सेविंग शुरू करें
जितनी जल्दी बचत करना शुरू करेंगे आपके पास भविष्य में उतना ही बड़ा फंड होगा। इस प्रैक्टिस को आपको रूटीन में लाना होगा।
2. ख़र्च के पहले बचत
आपको ख़र्च करने से पहले थोड़ी बचत कर लेनी चाहिए। यानी कि आप तभी ख़र्चा करिए, जब आपने भविष्य के लिए ठीक-ठाक पैसे बचा लिए हों।
यह फॉर्मूला ज़िंदगी भर आपके काम आएगा। कोई भी ख़र्च हो, उसकी प्रायोरिटी को समझिए। उस पैसे का मोल समझिए कि वे पैसा कहां जा रहा है, क्या उसे ख़र्च किए बिना आपका काम बन सकता है।
3. इंश्योरेंस में पैसे लगाएं
सबसे पहले आपको लाइफ़ और हेल्थ इंश्योरेंस में पैसे लगाने चाहिए। खुद को और अपनी फैमिली को सिक्योर करिए। इंश्योरेंस में पैसे लगाकर आप भविष्य में किसी इमरजेंसी से निपटने के लिए तैयार रहेंगे।
4. क्रेडिट कार्ड को स्मार्टली यूज़ करें
क्रेडिट कार्ड आजकल के युवाओं की फाइनेंशियल हैबिट में शामिल है। अगर आप भी अपने ख़र्चों के लिए क्रेडिट कार्ड पर निर्भर रहते हैंं, तो ज़रूरी है कि आप ड्यूज़ टाइम पर चुकाते रहें।
ड्यूज़ न चुकाने की स्थिति में आपको ज़्यादा ब्याज़ तो भरना ही पड़ेगा, ऊपर से क्रेडिट स्कोर भी बिगड़ेगा।
50-30-20 फॉर्मूला
आप अपनी अर्निंग को 3 हिस्सों में बांटिए...
50% ज़रूरतों के लिए, 30% अपने एक्स्ट्रा खर्चों के लिए और 20% सेविंग और निवेश में बांट दीजिए।