हर साल गणेश चतुर्थी आते ही, देशभर में गणपति की मूर्ति के साथ-साथ बड़े-बड़े पंडाल सजाए जाते हैं।
वहीं आजकल लोग घर-घर में मिट्टी की मूर्तियों के ज़रिए त्योहारों को ईको-फ्रेंडली बना रहे हैं।
लेकिन सिर्फ मूर्ति ही क्यों?
बात जब पंडाल सजावट की होती है तब हम कही न कही चूक जाते हैं।
चलिए जाने किन-किन तरीके से हम पंडाल सजावट और बाकि व्यवस्थाओं को भी ईको-फ्रेंडली बना सकते हैं।
1.
थर्माकॉल या प्लास्टिक की जगह अपनाएं बम्बू और जूट।
2.
रीयूज़ चीजों जैसे कपड़ें और बर्तन का उपयोग करके भी सजवाट की जा सकती हैं
3.
नारियल की खोल या फलों के छिलकों जैसे बायोडिग्रेडेबल चीजें भी अच्छा विकल्प हो सकता है।
4.
इसके साथ ही लाइटिंग के लिए LED या सोलर लाइट का करें इस्तेमाल।
5.
पंडाल में वॉटर मैनेजमेंट पर दें विशेष ध्यान।
6.
प्रसाद के लिए प्लास्टिक के बजाय ईको-फ्रेंडली कटोरियों का करें इस्तेमाल।
7.
मिट्टी की मूर्ति के साथ-साथ आप कम्युनिटी हेल्प से ताम्बे की मूर्ति भी ले सकते हैं, जिसे हर साल इस्तेमाल किया जा सके।