अब EV चलाना हो गया किफ़ायती!!

चार्जअप, एक इलेक्ट्रिक टू और थ्री-व्हीलर बैटरी स्वैपिंग नेटवर्क को प्री-सीरीज़ A1 राउंड में $7 मिलियन की फंडिंग मिली है।

यह कंपनी 20 नई जगहों पर और 50,000 EV ड्राइवर्स तक अपनी सर्विसेज़ पहुंचाने के लिए इस राशि का इस्तेमाल करेगी।

यह कंपनी 20 नई जगहों पर और 50,000 EV ड्राइवर्स तक अपनी सर्विसेज़ पहुंचाने के लिए इस राशि का इस्तेमाल करेगी।

बैटरी स्वैपिंग सर्विसज़ देकर इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स और थ्री-व्हीलर्स के लिए सबसे बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बनाना और ईवी को बड़े स्तर तक पहुँचाना चार्जअप का उद्देश्य है।

बैटरी स्वैपिंग सर्विसज़ देकर इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स और थ्री-व्हीलर्स के लिए सबसे बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बनाना और ईवी को बड़े स्तर तक पहुँचाना चार्जअप का उद्देश्य है।

चार्जिंग में ज़्यादा समय की चिंता किए बिना अपने इलेक्ट्रिक वाहन को चलाने के लिए बैटरी स्वैपिंग सबसे किफ़ायती तरीका है।

वरुण गोयनका और अंकुर मदान की कंपनी चार्जअप, बैटरी की सेवा (Battery as a Service) देती है।

2 किलोमीटर के दायरे में, 2 मिनट का बैटरी स्विच देकर यह स्टार्टअप ई-रिक्शा ड्राइवरों और डीलर पार्टनर्स की इनकम को बढ़ाने में मदद कर रही है।

फर्म के मुताबिक, यह दिल्ली-NCR में 200 से ज़्यादा स्वैप स्टेशन चला रहे हैं, जिनमें हर महीने 1 लाख से ज़्यादा एक्सचेंज पूरे होते हैं।

बैटरी में बिना कोई निवेश किए, भारत के सबसे बड़े स्वैप नेटवर्क के साथ पूरी तरह चार्ज्ड बैटरी पाकर, अब लोग बिना फ़िक्र इलेक्ट्रिक वाहन चला सकते हैं।