एक 45 वर्षीय व्यक्ति जो हमेशा अपने नियमित आहार और एक्सरसाइज का ध्यान रखता है, उसे किसी तरह की कोई बुरी आदत भी नहीं है। बावजूद इसके, वह पेट के कैंसर का शिकार हो जाता है। ऑन्कोलॉजिस्ट भी इस बात पर आश्चर्य करते हैं।
हमारे पैक्ड फ़ूड, कोल्ड ड्रिंक, रेडी टू इट खाने में मिला प्रेसेर्वटिव बेहद खरतनाक होता है। इसमें मौजूद सोडियम बेंजोएट और सोडियम नाइट्रेट गैस्ट्रिक कैंसर का कारण बनते हैं।
रोजमर्रा के भोजन में मिलाया हुआ सिंथैटिक रंग हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है और कैंसर का कारण बनता है।
बाहर का खाना, ठेले और रेस्टोरेंट की सफाई और स्वच्छता का हमारे स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है।
फल और सब्जियों को उगाने और पकाने में केमिकल का उपयोग करना, हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है।