भीमराव अंबेडकर / अप्रैल 14, 1891
बचपन से ही बाबा साहेब को आर्थिक और सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ा। स्कूल में छुआ-छूत और जाति-पाति का भेदभाव झेलना पड़ा।
अंबेडकर के पूर्वज लंबे वक्त तक ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में काम करते थे। उनके पिता भारतीय सेना की मऊ छावनी में सेवा में थे और यहां काम करते हुए वे सूबेदार की पोस्ट तक पहुंचे थे।
बाबा साहेब के एक ब्राह्मण टीचर 'महादेव अंबेडकर' को उनसे खासा लगाव था। उनके कहने पर ही अंबेडकर ने अपने नाम से सकपाल हटाकर अंबेडकर जोड़ लिया।