आज अगर अर्शदीप, भारतीय क्रिकेट टीम में एकमात्र बाएं हाथ के पेसर हैं और शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, तो उनकी इस शपलता के पीछे उनके माता-पिता का बहुत बड़ा योगदान रहा है।।
जब अर्शदीप ने ने क्रिकेट खेलना शुरू किया था, उस समय उनकी माँ उन्हें साइकिल पर बैठाकर प्रैक्टिस के लिए ले जाया करती थीं।