IAS अखिला बीएस: दिव्यांगता को मजबूरी नहीं, बनाया ताकत और IAS बनकर पेश की मिसाल
अखिला बीएस केरल के तिरुवनंतपुरम की रहने वाली हैं। वह दाएं हाथ से दिव्यांग हैं, लेकिन उनका जज़्बा आसमान जितना ऊंचा है।
जो सफर सामान्य लोगों के लिए भी मुश्किल भरा है, उसे उन्होंने अपने बाएं हाथ से पार कर लिया।
अखिला कॉटन हिल गवर्नमेंट गर्ल्स हाईस्कूल के पूर्व प्रिंसिपल के बुहारी की बेटी हैं। वह 11 सितंबर, 2000 को एक दुर्घटना का शिकार हो गई थीं। उसमें अखिला ने अपना राइट हैंड खो दिया था। जर्मनी के डॉक्टर्स की टीम भी उनका हाथ ठीक नहीं कर सकी।
एक्सीडेंट के बाद हताश होने के बजाय अखिला ने अपने बाएं हाथ से लिखने की प्रैक्टिस शुरू कर दी। बेहतरीन नंबरों से बोर्ड परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने IIT मद्रास से इंटीग्रेटेड MA किया।
उनके एक शिक्षक ने उन्हें सिविल सर्विस और UPSC के बारे में बताया, जिसके बाद उन्होंने IAS बनने के लिए परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।2020 और 2021 में मेंस में असफल होने के बाद उन्होंने तीसरे प्रयास में परीक्षा पास की।
आखिरकार साल 2022 में UPSC परीक्षा पास कर 760वीं रैंक हासिल की।
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संघर्ष सबके जीवन में होता है,कोई उसे कमज़ोरी बना लेता है,तो कोई ताकत.. और अखिला ने दिव्यांगता को ताकत बनाकर कामयाबी को चुना …