फसलों को कीड़ों से बचाने के लिए10वीं पास किसान का आविष्कार
उनका यह आविष्कार आज बना दुनियाभर के छोटे किसानों के लिए वरदान!
कर्नाटक के करिबसप्पा एम जी(Karibasappa MG)ने अपनी खुद की दिक्कतोंका हल निकालने के लिए साल 2012 मेंसोलर पावर की मदद से Insects कोखेत से हटाने की एकबेहतरीन मशीन बनाई थी।
जिसे आज करीब 18000 किसानइस्तेमाल कर रहे हैं।
एक किसान परिवारसे ताल्लुक रखने वाले करिबसप्पा नेजब साल 2012 में पारम्परिक खेती केबजाय अनार उगाना शुरू किया था।
पहले ही साल फसल तो अच्छी हुई लेकिनकटाई से पहले कीड़ों की वजह सेउनकी फसलें बर्बाद होने लगी।
कृषि एक्सपर्ट ने उन्हें पांच एकड़ खेतों में दवाओंके छिड़काव की सलाह दी थी, जिसका खर्चालगभग 4 लाख रु था।
इस खर्चे की चिंता ने उनकी रातों की नींद उड़ा दी ऐसे में उन्होंने एक बार देखा कि खेत के पास लगे एक सोलर बल्ब के नीचे ढेरों कीड़े मरे हुए पड़े थे।
बस इसी से करिबसप्पा को यह कमाल का आईडिया आया औरउन्होंने एक सामान्य DC solar bulb और पानी के टब के साथ एक स्टैंड नुमा Solar Insect Trap बनाया जिसमें उन्होंने ऑटोमेटिक On-Off Button भी लगाया।
इस बेहतरीन आविष्कार को कृषि विज्ञान केंद्र से हरी झंडी मिलने के बाद, करिबसप्पा ने इसे दूसरे किसानों के लिए बनाना शुरू किया।
आज वह अपनी खुद की कंपनी MGK के तहत इसे देश ही नहीं, दुनिया भर में बेच रहे हैं।
सच, एक किसान होकर करिबसप्पा जिस तरह से अपने आविष्कार के ज़रिए दूसरे किसान की मदद कर रह रहे हैं, वह वाकई में काबिल-ए-तारीफ़ है।