मुंबई स्लम के ये पांच बच्चे बढ़ाएंगे देश का मान, अपना बनाया रोबोट दिखाएंगे इंटरनेशनल मंच पर
मुंबई के रोहित साठे, प्रीतम थोपटे, सुमित यादव, पारस पावड़े और निकहत खान बेहद ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन अपनी प्रतिभा के दम पर वे रोबोटिक्स वर्ल्ड के पहले ग्लोबल चैलेंज में देश को प्रेजेंट करने जा रहे हैं।
ये सभी बच्चे 14 से 17 साल के हैं और रोबोटिक्स वर्ल्ड के पहले ग्लोबल चैलेंज - ओलंपिक में अपने रोबोट के साथ दूसरे देशों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
यह प्रतियोगिता 13 से 16 अक्टूबर, 2022 तक जिनेवा, स्विट्जरलैंड में होगी।
इन बच्चों को मुंबई की 'सलाम बॉम्बे फाउंडेशन' से चुना गया है और इसी संस्था की मदद से इन बच्चों ने रोबोट बनाया।
यह पहली बार है जब स्लम के इन बच्चों कोइतने बड़े मंच पर रोबोटिक्स हुनर दिखाने का मौका मिलेगा।
बेहद ही गरीब परिवार के इन बच्चों को एक समय पर लैपटॉप चलाना भी नहीं आता था लेकिन आज ये सभी रोबोटिक्स के एक्सपर्ट बन गए हैं।
दसवीं, 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाले ये बच्चे मोबाइल रोबटिक्स, कंप्यूटर साइंस और तकनिकी आविष्कार में माहिर हैं।
द बेटर इंडिया की ओर से इन नन्हें तकनीकी महारथियों को प्रतियोगिता के लिए ढेरों बधाई!