पटना में रहने वाले मनोरंजन सहाय के घर की छत पर हर सुबह संगीत की धुन सुनाई देती है और रात की बेहतरीन लाइटिंग में यहां का नज़ारा किसी पार्क से कम नहीं होता । दरअसल, बैंक की नौकरी से रिटायर होने के बाद, वह अपना सारा समय अपने टेरेस गार्डन में ही बिताते हैं।
हाल में ही मनोरंजन के मित्र, अरविन्द रंजन जो फिल्मों में जूनियर डायरेक्टर के तौर पर काम करते हैं, उन्होंने इस टेरेस गार्डन में एक वेब सीरीज़ की शूटिंग भी की है। उनके 1200 स्क्वायर फ़ीट के इस टेरेस गार्डन में आपको हज़ारों पौधे देखने को मिलेंगे, जिन्हें मनोरंजन ने बेहद ही सुन्दर ढंग से सजाकर रखा है। बचपन से ही अपने माता-पिता को गार्डनिंग करता देख, उनके मन में भी पेड़-पौधों के प्रति काफ़ी प्यार है।
मनोरंजन ने पढ़ाई भी बॉटनी विषय के साथ ही की है। 1980 के दौर में उनकी बैंक में नौकरी लग गई, जिसके बाद वह काम में इतने मसरूफ़ हो गए कि ज़्यादा समय गार्डनिंग को नहीं दे पाते थे। इसके बावजूद, उन्होंने पौधे लगाना और समय-समय पर उनपर ध्यान देना नहीं छोड़ा।
वह बताते हैं, “मैं अपने घर में पीपल, बरगद , नीम आदि के बोनसाई, सालों से तैयार कर रहा हूँ। इसके अलावा, मेरे टेरेस गार्डन में लगे फलों के कुछ पेड़ भी सालों पुराने हैं।”
पेड़-पौधों से ख़त्म होती है थकावट, मिलती है ताज़गी
बैंक की नौकरी करते हुए मनोरंजन का ट्रांसफर जिस भी ब्रांच या शहर में हुआ, वहां वह पेड़-पौधे लगाते रहते थे। वह बताते हैं, “मैंने जहां भी काम किया वहां नीम, बरगद और पीपल के पेड़ ज़रूर लगाए। आज भी कभी किसी पुराने ऑफिस में अपना लगाया पेड़ देखकर मुझे बहुत ख़ुशी मिलती है।”
उनके टेरेस गार्डन में आम, चीकू, अंगूर, अनार, अमरूद, सहतूत, बादाम, अखरोट, नींबू जैसे फलों के दो-दो पेड़ लगे हुए हैं। शुरुआत में मनोरंजन ने ऐसे पौधे लगाए , जिनकी उन्हें ज़्यादा देखभाल न करनी पड़े, क्योंकि बैंक की नौकरी से समय निकालकर बागवानी करना काफ़ी मुश्किल होता था। उस दौरान उनकी पत्नी, पौधों का ध्यान रखती थीं।
उनका मानना है कि थकान भरे दिन के बाद, ये टेरेस गार्डन आपको ताज़गी देता है, इसलिए उन्होंने अपने घर की छत पर हमेशा से पेड़-पौधे लगाकर रखे। साल 2017 में रिटायर होने के बाद, मनोरंजन ने अपना पूरा समय सिर्फ़ गार्डनिंग करके बिताने का फैसला किया।
टेरेस गार्डन पर कई दुर्लभ पौधों के साथ उगाते हैं ढेरों फल-सब्जियां
समय के साथ-साथ, मनोरंजन अपने पौधों के कलेक्शन को बढ़ाते रहते थे। उनके घर में अक्षय वृक्ष का भी पौधा है, जिसे कई लोग कल्पवृक्ष के नाम से भी जानते हैं। मनोरंजन को आध्यात्मिक कहानियों में भी काफ़ी रुचि है इसलिए वह अलग-अलग पौराणिक कहानियां पढ़ते हैं और उनमें मौजूद पौराणिक पौधे अपने घर में उगाते भी हैं।
उन्होंने बताया, “हमारी पुरानी मान्यताओं के अनुसार नौ ग्रहों के साथ एक-एक पौधा भी जुड़ा है।” उन्होंने उन सभी नौ ग्रहों के पौधों को इकट्ठा करके अपनी छत पर उगाया है। ये सारे पौधे, उन्होंने बोनसाई तरीके से लगाए हैं।
उन्होंने कोरोना के दौरान, कई तरह के एयर प्यूरीफायर पौधे लगाना भी शुरू किया। वैसे तो कई पौधे उनके घर में पहले से ही थे, लेकिन इस दौरान उन्होंने ऐसे और पौधे लगाए। मनोरंजन ने गिलोय, स्नेक प्लांट, स्पाइडर प्लांट, कैक्टस जैसे पौधों को छोटे-छोटे पॉट्स में लगाना शुरू किया।
बागवानी को बनाया बिज़नेस
मनोरंजन कहते हैं, “कोरोना काल में महानगरों में रहनेवाले लोग घरों में बंद हो गए थे, ऐसे में मेरा समय बड़े आराम से गार्डनिंग करके बीतता था। उस दौरान मेरे बेटा और बेटी भी पटना आकर घर से ही काम कर रहे थे।”
घर पर ढेरों पौधे देखकर उनके बेटे अनुभव सहाय ने उन्हें इसका बिज़नेस करने का आईडिया दिया। हालांकि, शुरुआत में मनोरंजन कोअपने टेरेस गार्डन से नर्सरी चलाने का आईडिया ज़्यादा पसंद नहीं आया, लेकिन उनके बेटे ने समझाया कि वह ऑनलाइन ही काम कर सकते हैं।
इसके बाद अनुभव ने ‘फूलोफलो डॉट कॉम’ नाम से एक वेबसाइट बनाई। शुरुआत में उन्होंने 1000 ऑक्सीजन प्लांट्स तैयार किए थे, जो ऑनलाइन हाथों-हाथ बिक गए। इसके अलावा, उन्होंने कोरोना के दौरान, मूड रिफ्रेशिंग प्लांट्स भी बेचना शुरू किया। वह बताते हैं कि जितने भी रंग-बिरंगे पौधे होते हैं ये सभी आपके मूड को ठीक करने का काम करते हैं। कोरोना के समय में लोगों ने अपने घर का वातावरण अच्छा बनाने के लिए ऐसे पौधे खूब लगाए। ।
यही वजह है कि मनोरंजन का ऑनलाइन बिज़नेस भी अच्छा चलने लगा। आज भी वह अपने घर से ही यह बिज़नेस चला रहे हैं। मनोरंजन फिलहाल अपने बिज़नेस को और आगे बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं। उन्होंने हाल ही में नार्थ ईस्ट की नर्सरी से ढेरों पौधे मंगाए हैं; जिन्हें पहले वह अपने घर पर उगाएंगे, फिर उन्हें भी अपने पोर्टल के ज़रिए बेचेंगे।
इसके अलावा, कोरोना के बाद से उन्होंने अपने घर पर सब्जियां उगाना भी शुरू किया है। वह बताते हैं, “सब्जियां तो इतनी उगने लगी हैं कि बाज़ार से ज़्यादा सब्जियां ख़रीदनी ही नहीं पड़तीं।”
अंत में वह हँसते हुए कहते हैं, “आप कोई भी काम करते हों या कहीं भी रहते हों , वहां कुछ पौधे ज़रूर लगाने चाहिए। इससे आपका मूड तो अच्छा रहेगा ही लेकिन क्या पता रिटायरमेंट के बाद, यह आपका भी बढिया बिज़नेस बन जाए!”
आप मनोरंजन सहाय से पौधे ख़रीदने के लिए phoolophalo.com पर विज़िट कर सकते हैं।
हैप्पी गार्डनिंग!
संपादनः अर्चना दुबे
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