कहीं गर्मी तो कहीं बारिश, ऐसे समय में किचन गार्डन में लगा सकते हैं ये पांच सब्जियां

vegetables to grow in june

वर्षों से गार्डनिंग करनेवाली होम गार्डनर पल्लवी आचार्या से जानते हैं कि जून का महीना किन सब्जियों की बुवाई के लिए बेहतरीन है।

तपती गर्मी से देशभर के लोग बेहाल हो चुके हैं। तेज़ धूप इंसानों को तो बेहाल करती ही है, पेड़-पौधे भी तेज़ धूप में सूख जाते हैं। लेकिन जून के महीने में देश के कई इलाकों में बारिश की बुँदे भी देखने को मिलती हैं। इस बदलते मौसम में गार्डन में लगी सब्जियों को भी बदलने का समय आ गया है। भिंडी और लौकी के अलावा भी कई सब्जियां हैं, जो आप इस मौसम में लगा सकते हैं।  

कोरबा, छत्तीसगढ़  में गार्डनिंग करनेवाली होम गार्डनर पल्लवी आचार्या कहती हैं कि इस मौसम में आप ओल, अदरक और अरबी जैसी सब्जियां अपने गार्डन में लगा सकते हैं। 

तो चलिए जानें उनसे कि कौन सी वे पांच सब्जियां हैं, जिनके लिए यह मौसम सबसे अच्छा होता है।  

किन चीजों की होगी ज़रूरत?

अगर आप सब्ज़ियों के पौधे गमले में लगा रहे हैं, तो सबसे पहले आपको पोषक तत्वों से भरपूर पॉटिंग मिक्स की ज़रूरत होगी। इसके लिए, आप सामान्य बगीचे की मिट्टी (50%), गोबर की खाद (30%) और कोकोपीट या नदी की रेत (20%) मिला लें। फिर इस पॉटिंग मिक्स में, दो मुट्ठी नीमखली ऊपर से मिला लीजिए। पल्लवी कहती हैं कि अगर आप गमले में सब्जी उगाते हैं, तो बीज हमेशा अच्छी क्वालिटी के ही खरीदने चाहिए। इससे नतीजे काफी अच्छे मिलते हैं। आपको किसी भी एग्रीकल्चर स्टोर से, बीज असानी से मिल जाएंगे। आप अमेज़न से भी सब्जियों के बीज मंगवा सकते हैं।  

इन सब्जियों को उगाएं 

1. ओल या सूरन 

elephant foot plant in garden
ओल या सूरन

ओल या सूरन की सब्जी, व्रत त्यौहार में भी कई लोग खाते हैं। यह पौधे की जड़ या फिर कंद होता है।  इसे घर पर उगाना बेहद आसान है और पलल्वी कहती हैं कि जुन का महीना इस सब्जी को उगाने के लिए अच्छा होता है। आप इसे ट्यूबर से भी लगा सकते हैं या बाजार से लाए सूरन से भी आप इसका पौधा उगा सकते हैं।  

आमतौर पर सूरन में कई गांठे होती हैं, जो इसकी जड़ें होती हैं। आप गांठ वाला टुकड़ा काटकर भी इसे उगा सकते हैं। 

इसके लिए आप सबसे पहले, बाजार से लाए गए सूरन या ओल की गांठ वाला टुकड़ा काट लें। 

आप इसे पानी में या सीधे मिट्टी में उगा सकते हैं।  सूरन के टुकड़े को हल्दी की कोटिंग के साथ मिट्टी में लगा दें।

लगभग पांच-छह दिनों में, जब यह अंकुरित होने लगें, तब आप इन्हें बड़े कंटेनर में लगा सकते हैं। 

इसके लिए आपको ऐसा गमला या कंटेनर लेना चाहिए, जिसकी चौड़ाई अच्छी हो और गहराई भी ज्यादा हो। 

अब कंटेनर में पॉटिंग मिक्स भरें और अंकुरित हुए ओल  को लगा दें।

नियमित तौर पर पानी देते रहें। लेकिन कभी ज्यादा पानी न दें, क्योंकि अगर कंटेनर में पानी ज्यादा होगा, तो पौधे खराब हो जायेंगे। 

लगभग दो महीनों में, ये पौधे घने हो जाते हैं और तब आप इसके पत्ते काटकर इस्तेमाल में ले सकते हैं। 

लगभग चार-पांच महीनों के बाद, जब ओल के पौधे बिल्कुल सूख जाएं, तब आप मिट्टी के नीचे से ओल निकाल सकते हैं। 

2. सेम की फली

इस मौसम में आप सेम की फली भी अपने गार्डन में उगा सकते हैं। ये छोटे से कंटेनर में भी बड़े  आराम से उग जाते हैं। 

सबसे पहले, बीजों को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रखें। 

दूसरे दिन बीजों को सीडलिंग ट्रे में लगा दें। 

10 दिनों के बाद, पौधों को गमलों में लगा दें। 

सेम की फली उगाने के लिए 24 इंच का या उससे बड़ा गमला लें।  

गमलों में पॉटिंग मिक्स भरकर, पौधे लगाएं और पानी देते रहें। 

चार-पांच हफ्तों में, बेल अच्छी तरह से फैल जाती है और 50 दिनों के बाद, बेल में फूल आने शुरू हो जाते हैं। 

60-70 दिन बाद, आपको बेलों से ढेर सारी सेम की फलियां मिलनी शुरू हो जाती हैं। 

3 बरबटी 

beans in kitchen garden
बरबटी

अगर आपने कभी घर में बरबटी की सब्जी नहीं उगाई, तो जून का महीना इस सब्जी को उगाने के लिए सही माना जाता है।  चलिए जानें इसे कैसे उगाना हैः  

सबसे पहले, आप बरबटी के बीजों को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रखें। 

दूसरे दिन इन्हें सीडलिंग ट्रे में लगा दें। 

लगभग एक हफ्ते में बीज अंकुरित होने लगेंगे। 

लगभग 20 दिन बाद, पौधे ट्रांसप्लांट करने के लिए तैयार हो जायेंगे। 

अब, आप पौधों को 24 इंच के अलग-अलग गमलों या कंटेनरों में लगा सकते हैं। 

एक गमले में आप दो-तीन पौधे लगा सकते हैं, जिनके बीच की दूरी आठ इंच होनी चाहिए। 

बेलों को बढ़ने के लिए सहारे की ज़रूरत होती है। इसलिए, आप गमले में बांस की लकड़ियां लगा सकते हैं और इनमें जूट की रस्सियां बांधकर, बेल को सहारा दे सकते हैं। 

लगभग एक महीने में ही बेल फैलने लगती है और कुछ समय बाद, इस पर फूल भी आने लगते हैं। 

लगभग दो-ढाई महीने में आपको बरबटी मिलनी शुरू हो जाती है। 

सबसे ज़रूरी है कि आप बीज लगाने के बाद, नियमित तौर पर पानी देते रहें। एक महीने के बाद, आप पौधों में खाद देना भी शुरू कर दें।

4. अरबी

अरबी के पत्तों और ट्यूबर (कंद) दोनों की सब्जी बनाई जाती है। अगर आप सिर्फ अरबी के पत्ते चाहते हैं, तो इसे किसी छोटे गमले में भी लगा सकते हैं। लेकिन अगर आप इसके ट्यूबर चाहते हैं, तो आपको इसे बड़े गमले में लगाना चाहिए। 

vegetable to grow in june
अरबी

सबसे पहले, बाजार से लाई कुछ अरबियों को छह दिनों के लिए एक भीगे हुए तौलिये में लपेटकर रख दें। 

इसे किसी अँधेरे वाली जगह पर रखें और बीच-बीच में ऊपर से पानी छिड़कते रहें। 

लगभग पांच-छह दिनों में, जब अरबी अंकुरित होने लगें, तब आप इन्हें बड़े कंटेनर में लगा सकते हैं। 

अरबी के लिए आपको ऐसा गमला या कंटेनर लेना चाहिए, जिसकी चौड़ाई अच्छी हो और गहराई भी ज्यादा हो। 

अब कंटेनर में पॉटिंग मिक्स भरें और अंकुरित अरबी को लगा दें।

नियमित तौर पर पानी देते रहें। लेकिन कभी ज्यादा पानी न दें, क्योंकि अगर कंटेनर में पानी ज्यादा होगा, तो पौधे खराब हो जायेंगे। 

लगभग दो महीनों में, अरबी के पौधे घने हो जाते हैं और तब आप इसके पत्ते काटकर इस्तेमाल में ले सकते हैं। 

लगभग चार-पांच महीनों के बाद, जब अरबी के पौधे बिल्कुल सूख जाएं, तब आप मिट्टी के नीचे से अरबी निकाल सकते हैं। 

5. अदरक  

जून के महीने में, आप गमले में अदरक भी उगा सकते हैं। अदरक की फसल को तैयार होने में 10 महीने लगते हैं। अदरक लगाने के लिए, बड़े आकार की कुछ अदरक की गांठें आप बाजार से ले आएं। पौधा उगाने के लिए ऐसे अदरक लेने की कोशिश करें, जिनमें से छोटे-छोटे अंकुर निकल रहे हों। 

सबसे पहले, 50% वर्मीकंपोस्ट (केंचुआ खाद) और 50% कोकोपीट मिलाएं और ऊपर से पानी छिड़कें। 

इस मिश्रण को छोटे गमले में भरकर, अदरक की गांठों को लगा दें और ऊपर से पॉटिंग मिक्स से ढक दें। 

गमले को ऐसी जगह रखें, जहां उसे बस सुबह दो-तीन घंटे की धूप मिले। 

एक महीने में अदरक की गांठों से पौधे निकलने लगते हैं। 

पौधों में नियमित रूप से पानी देते रहें और लगभग ढाई महीने बाद, पौधों को 20 इंच या उससे बड़े कंटेनर में, पॉटिंग मिक्स भरकर लगा दें। 

नियमित पानी देने के साथ-साथ, महीने में एक बार दो मुट्ठी गोबर की खाद भी डालें।  

लगभग 10 महीने बाद, आप अदरक की फसल ले सकते हैं। 

grow ginger in june
अदरक

ज़मीन के मुकाबले गमलों में सब्ज़ियां, सीमित जगह और कम मिट्टी में उगाई जाती हैं। इसलिए अच्छे नतीजों के लिए, पौधों को पोषण से भरपूर जैविक खाद देने की जॉरूरत होती है। सभी सब्जियों के पौधों में, हर 15 दिन में एक बार गोबर की खाद, वर्मीकंपोस्ट या घर पर बनी खाद डालें और थोड़ी निराई-गुड़ाई भी करते रहें। पौधों को पानी देने का खास ख्याल रखना चाहिए। गर्मी के मौसम में, गमले की मिट्टी को कभी भी पूरी तरह से सूखने न दें। मिट्टी में हमेशा नमी बनाए रखें। रोजाना सुबह के समय पौधों में पानी डालें। सभी फल-सब्जियों के पौधों को धूप की ज़रूरत होती है, इसलिए गमलों को ऐसी जगह पर रखें, जहां कम से कम छह से आठ घंटे धूप आती हो। 

इस मौसम में सब्ज़ियों के पौधों पर ज़्यादातर सफेद कीड़े मतलब मीली बग्स (mealy bugs), एफिड्स (aphids), और स्पाइडर माइट्स (spider mites) लग सकते हैं। इनसे छुटकारा पाने के लिए, हर 15 दिन में एक लीटर पानी में पांच मिली नीम का तेल मिलाकर, सभी पौधों पर स्प्रे करें। 

आप  भी इस मौसम में अपने गार्डन में लगाएं अपने पसंद की सब्जी ।  

हैप्पी गार्डनिंग!

संपादनः अर्चना दुबे

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