घूमना किसे पसंद नहीं होता है। लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में ज्यादातर लोग अपनी नौकरी और घर में ही उलझकर रह जाते हैं। लेकिन कहते हैं न कि अगर आप चाहें, तो सब कुछ संभव है। अपने व्यस्त समय में से अगर आप एक दिन भी चुराएं, तो इसमें भी बहुत कुछ कर सकते हैं।
अक्सर लोगों को लगता है कि एक दिन में क्या होगा? लेकिन एक दिन में बहुत कुछ हो सकता है। जैसे आप अपने शहर के आस-पास की ट्रिप पर जा सकते हैं। खासकर अगर आप किसी बड़े शहर में रहते हैं, तो जरूर आसपास ऐसी जगहें होंगी, जहां आप एक दिन का ट्रिप प्लान कर सकते हैं।
यह जरुरी तो नहीं कि आप गोवा, शिमला जैसी जगहों पर ही ट्रिप पर जाएं। आप अपने बजट और समय के हिसाब से भी अपनी ट्रिप प्लान कर सकते हैं। आप अपने शहर के आस-पास की खूबसूरत जगहों को एक्स्प्लोर कर सकते हैं। जैसे आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि लखनऊ के आसपास आप कौन-कौन सी जगहें घूम सकते हैं।
काम से लें थोड़ा ब्रेक, घूम आएं यहां
वैसे तो नवाबों का शहर लखनऊ खुद एक मशहूर टूरिस्ट प्लेस है। लेकिन इसके आस-पास 300-400 किमी के दायरे में बहुत सी ऐसी जगहें हैं, जहां आप घूमने के लिए जा सकते हैं। ये छोटी ट्रिप्स आपके लिए टाइम और बजट फ्रेंडली भी रहेंगी।
लखनऊ में रहने वाले शिव नारायण तिवारी एक जिम ट्रेनर हैं और साथ ही शौकिया घुमक्कड़ भी। अक्सर वह अपने रूटीन से समय निकालकर अलग-अलग जगहों पर घूमते रहते हैं।
शिव ने बताया कि लखनऊ के आसपास भी घूमने की बहुत-सी जगहें हैं। वह देवा शरीफ से शुरुआत करने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह शहर के सबसे करीब है और आपको शायद इसे घूमने में पूरा दिन भी न लगे। शिव का कहना है कि थोड़ी-बहुत रिसर्च करके और ट्रेवलिंग के साधनों पर थोड़ा ध्यान देकर आप अपनी ट्रिप को बजट फ्रेंडली बना सकते हैं।
1. देवा शरीफ मजार- हजरत वारिस पाक की दरगाह
देवा शरीफ दरगाह, लखनऊ से सिर्फ 37 किमी की दूरी पर है। यह बारांबकी जिले में स्थित है और इस दरगाह की काफी ज्यादा मान्यता है। हर धर्म के लोग इस दरगाह पर माथा टेकने और चादर चढ़ाने आते हैं। शिव कहते हैं कि अगर आप टू-व्हीलर से देवा शरीफ जा रहे हैं, तो आप अपनी ट्रिप को 1000 रुपये के बजट में भी पूरा कर सकते हैं।
कहते हैं कि देवा शरीफ दरगाह पर होली-दिवाली भी मनाई जाती है, तो आप इन दिनों में भी वहां ट्रिप करने का प्लान कर सकते हैं।
2. नैमिषारण्य- तपोभूमि
नैमिषारण्य लखनऊ से सिर्फ 90 किमी दूर है। आप यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट या निजी वाहन से आसानी से जा सकते हैं। अगर आप बाइक पर जाना चाहें, तो यह ट्रिप आपको और सस्ती पड़ेगी। हाल ही में, नैमिषारण्य घूमकर आए शिव बताते हैं कि यहां आपको सुकून और शांति मिलेगी। नैमिषारण्य को ऋषियों की तपोभूमि कहा जाता है क्योंकि मान्यता है कि प्राचीन काल में इस जगह पर 84 हजार ऋषियों ने तपस्या की थी।

नैमिषारण्य में आप चक्र तीर्थ, कशी कुंड, हनुमान गढ़ी और देवी माता मंदिर में जा सकते हैं। शिव कहते हैं कि यह छोटी जगह है, इसलिए आपको कोई बहुत बड़े होटल नहीं मिलेंगे। लेकिन छोटे ढाबों पर आप स्थानीय खाना खा सकते हैं। बात अगर बजट की करें, तो शिव का कहना है कि अगर आप गाड़ी से जा रहे हैं और यह सीएनजी गाड़ी है, तो आपको यात्रा पर 500 रुपये से ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस तरह से आप अपनी ट्रिप को 1000 रुपये के बजट में भी पूरा कर सकते हैं।
3. बिठूर- झाँसी की रानी का ‘ननिहाल’
कहते हैं कि प्राचीन काल में महर्षि वाल्मीकि का आश्रम बिठूर में ही था और इसी जगह पर रामायण महाकाव्य लिखा गया था। हालांकि, ज्यादातर लोग बिठूर को नाना पेशवा और झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई के नाम से जानते हैं। क्योंकि रानी लक्ष्मी बाई का बचपन बिठूर में ही नाना पेशवा के महल में बीता था। इसलिए इस जगह को रानी का ‘ननिहाल’ भी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। 1857 की क्रांति में बिठूर की अहम भूमिका रही। लखनऊ से बिठूर की दूरी 100 किमी से भी कम है। इसलिए आप आसानी से एक दिन का ट्रिप प्लान कर सकते हैं।
बिठूर में आप नाना साहब पेशवा स्मारक पार्क, ब्रह्मावर्त घाट, महाकालेश्वर पत्थर घाट, ध्रुव टीला, वाल्मीकि आश्रम और बिठूर म्यूजियम देख सकते हैं। बिठूर हेरिटेज को बढ़ाने के लिए प्रयासरत रवि शंकर तिवारी कहते हैं, “बिठूर में घूमने के लिए बहुत कुछ है। टूरिस्ट जगहों पर घूमने के अलावा आप यहां प्रकृति को महसूस कर सकते हैं। यहां बहुत से घाट हैं, जिन्हें आप घूम सकते हैं।”

साल भर में बिठूर में कई बड़े मेले भी लगते हैं। माघ पूर्णिमा और मकर संक्रांति पर बिठूर में मेलों की रौनक देखने वाली होती है। आप अगर बिठूर जाना चाहते हैं, तो अपनी कार से जा सकते हैं या फिर आप ट्रेन व बस से भी यात्रा कर सकते हैं। बिठूर की एक दिन की ट्रिप के लिए आप 1500 से 2000 रुपये तक का बजट तय कर सकते हैं।
रवि कहते हैं, “जब भी बिठूर आएं तो यहां के चाय-पेड़े जरूर खाइएगा। साथ ही, आपके पास समय हो तो आप कम से कम दो दिन बिठूर में बिताइए। यहां आपको आपके बजट के हिसाब से रहने के लिए जगह मिल जाएगी। क्योंकि यहां धर्मशाला, आश्रम और लोकल होटल भी हैं।”
4. अयोध्या- सरयू किनारे बसी खूबसूरत नगरी

अगर आप लखनऊ में रहते हैं या फिर घूमने लखनऊ गए हैं और कुछ अलग देखना चाहते हैं, तो आप बेझिझक अयोध्या जाने का प्लान कर सकते हैं। क्योंकि अयोध्या और इसके आस-पास घूमने के लिए बहुत सी जगहें हैं।
अयोध्या लखनऊ से लगभग 135 किमी की दूरी पर है, जहां आप ट्रेन, बस या कार से जा सकते हैं। अयोध्या में आप बहुत से खूबसूरत मंदिर, घाट और महल देख सकते हैं।
अयोध्या में दशरथ महल, सीता की रसोई, राम की पैड़ी, नागेश्वर मंदिर, कनक भवन, तुलसी स्मारक भवन म्यूजियम, गुलाब बाड़ी, त्रेता के ठाकुर, राम कथा पार्क, बहू बेगम का मक़बरा और मोतीमहल जैसी जगहों पर जा सकते हैं।
और हां, यहां घूमने-फिरने के साथ-साथ, आप अयोध्या की कचौड़ी और पेड़ा खाना न भूलें। अगर आप ट्रेन से अयोध्या की छोटी ट्रिप प्लान कर रहे हैं, तो आप 2000-2500 रुपये के बजट में ट्रिप कर सकते हैं।
5. चित्रकूट-अनेक आश्चर्यों की पहाड़ी
चित्रकूट, मंदाकिनी नदी के किनारे बसे भारत के सबसे प्राचीन तीर्थस्थलों में से एक है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा तक फैला शांत और सुन्दर चित्रकूट, प्रकृति की अनुपम देन है। चारों ओर से विंध्याचल पर्वत श्रृंखलाओं और वनों से घिरे चित्रकूट को ‘अनेक आश्चर्यों की पहाड़ी’ कहा जाता है। अगर लखनऊ से चित्रकूट की दूरी की बात करें, तो यह लगभग 230 किमी है। इसलिए हो सकता है कि चित्रकूट की ट्रिप के लिए आपको एक दिन से ज्यादा समय लगे।
लेकिन आपको एक बार तो चित्रकूट जरूर घूमना चाहिए। यहां पर आप कामदगिरि, राम घाट, जानकी कुण्ड, स्फटिक शिला, अनुसुइया अत्रि आश्रम, गणेशबाग और भरत कूप जैसी जगहों पर जा सकते हैं। चित्रकूट के खुशहाल नारायण का सुझाव है, “अगर आप एक-डेढ़ दिन का ट्रिप प्लान कर रहे हैं, तो आप रामघाट, कामदगिरि और हनुमान धारा आसानी से देख सकते हैं। लखनऊ से चित्रकूट पहुँचने का सबसे उपयुक्त तरीका है कि आप रेलवे मार्ग लें।”

चित्रकूट की ट्रिप के लिए आप अपना बजट ढाई से तीन हजार रुपये रख सकते हैं।
लखनऊ के आस-पास, इनके अलावा और भी कई जगहें हैं, जो आप एक-दो दिन के ट्रिप में आसानी से घूम सकते हैं। जैसे कानपुर, वाराणसी, दुधवा नेशनल पार्क आदि।
इसलिए आज से ही शुरू हो जाइए और बनाइए अपना प्लान। हालांकि, ट्रेवल के दौरान आप अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें और कोविड-19 के सभी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
संपादन- जी एन झा
यह भी पढ़ें: जेब में थे सिर्फ 170 रुपये, साइकिल पर चाय बेचते हुए, कर ली केरल से कश्मीर की यात्रा
यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें।
We at The Better India want to showcase everything that is working in this country. By using the power of constructive journalism, we want to change India – one story at a time. If you read us, like us and want this positive movement to grow, then do consider supporting us via the following buttons: