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मनीष गुप्ता
पुरानी गली में एक शाम : इब्ने इंशा
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मनीष गुप्ता
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मनीष गुप्ता
‘चिर अभिलाषा / चोर अभिलाषा’
मनीष गुप्ता
ये ज़ुबाँ हमसे सी नहीं जाती : दुष्यंत कुमार [इंक़लाब की आवाज़ और टूटे हुए साज़ का दर्द भी]
मनीष गुप्ता
प्यार-व्यार-अभिसार
मनीष गुप्ता
ईश्वर है? भूत है?
मनीष गुप्ता
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