हरी मिर्च स्वाद के साथ ही सेहत के लिए भी गुणों का खजाना है। हममें से अधिकतर लोग खाने की प्लेट में हरी मिर्च को पसंद करते हैं। नियमित तौर पर हरी मिर्च खाना सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है। इसलिए यह जरूरी है कि हमारे घर में ही हरी मिर्च का पौधा हो। तो आइए, आज हम आपको गमले या फिर ग्रो बैग में हरी मिर्च का पौधा लगाने की कुछ आसान तरकीब बताते हैं।
हरी मिर्च स्वाद के साथ-साथ पोषण से भी भरपूर होती है। इसमें विटामिन ए, बी6, सी, आयरन, कॉपर, पोटेशियम, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट आदि गुण होते हैं। इसलिए अक्सर हरी मिर्च को लाल मिर्च से भी ज्यादा अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है।
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में रहने वाली ऋतू सोनी पिछले कई सालों से टैरेस गार्डनिंग कर रही हैं। अपने 1200 स्क्वायर फीट के गार्डन में वह तरह-तरह के फल, फूल और सब्जी उगाती हैं। पहले वह स्कूल में टीचर थी, लेकिन अब वह अपना पूरा वक्त गार्डनिंग को देती हैं। उन्होंने अपना एक यूट्यूब चैनल भी शुरू किया है, जिसके माध्यम से वह लोगों को गार्डनिंग से जुड़ी जानकारी देती हैं।
आज द बेटर इंडिया के माध्यम से वह बता रहीं हैं कि कैसे घर पर ही रखी हरी मिर्च से नए पौधे लगाए जा सकते हैं।
ऋतू सोनी कहतीं हैं, “बहुत बार घर में बाज़ार से जो हरी मिर्च आतीं हैं, उनमें से कई सूख कर लाल हो जाती हैं। हरी से लाल हुई इन मिर्चों को आप नए मिर्च के पौधे लगाने के लिए उपयोग में ले सकते हैं। अगर आप चाहें तो इनके बीज निकालकर पहले सुखा सकते हैं या फिर आप सीधे भी लगा सकते हैं। जब हम सीधे इन मिर्चों के बीज निकालकर लगाते हैं तो इनमें पहले से ही नमी रहती है और इस वजह से ये जल्दी पनपते हैं।”
क्या-क्या चाहिए:
- गमला या ग्रो बैग,
- पॉटिंग मिक्स,
- मिर्च के बीज
याद रहे कि मिर्च की पौध बनाने के बाद आपको उसके पेड़ों को ट्रांसप्लांट करना पड़ेगा। इसलिए एक ही गमले में बहुत सारे बीज न डालें। मिर्च का पौधा लगाने के लिए 15 डिग्री से 25 डिग्री के बीच का तापमान सही रहता है।
कैसे लगाएं:
- सबसे पहले पॉटिंग मिक्स तैयार करें- मिट्टी 50% + खाद 40% (गोबर/घर पर बनी/वर्मीकंपोस्ट) + कोकोपीट 10%

- आप चाहें तो इसमें नीमखली भी मिला सकते हैं और नीमखली न हो तो आप नीम की पत्तियाँ भी सुखाकर मिला सकते हैं।
- पॉटिंग मिक्स तैयार करने के बाद इसे ग्रो बैग या गमले में भर लें।
- अब मिर्च के बीज लें और इन्हें गमलें में चारों तरफ छिड़क दें ताकि ये थोड़ी-थोड़ी दूरी पर गिरें।
- अब इन बीजों को एकदम हल्की-हल्की मिट्टी डालकर ढक दें।
- पानी हमेशा स्प्रे से दें ताकि बीज इधर-उधर न हो जाएं।

“इसके बाद आप अगली बार पानी तभी डालें जब ऊपर से मिट्टी सूखने लगें। आप चाहें तो इसे ऊपर से अखबार से कवर भी कर सकते हैं क्योंकि हल्का अंधेरा होने से बीज जल्दी अंकुरित होते हैं,” ऋतू ने आगे बताया।
- गमले या ग्रो बैग को ऐसी जगह रखें जहाँ उसे धूप मिले।
- लगभग 10 दिन बाद आपके बीज अंकुरित होकर छोटे-छोटे पौधे बन जाएंगे।
आपको ज़रूरत के हिसाब से पानी देते रहना है। लगभग 18 दिन बाद आपके पौधे इतने बड़े हो जाएंगे कि आप इन्हें ट्रांसप्लांट कर सकें। अगर आपने बीज किसी चौड़े ग्रो बैग में लगाएं हैं और इसमें दो-तीन ही पौधे हैं तो आपको ट्रांसप्लांट करने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन अगर कई सारे पौधे हैं और ग्रो बैग या गमले कम पड़ेंगे तो आप इन्हें अलग-अलग गमलों में ट्रांसप्लांट करें।
- सभी पौधों को बहुत ध्यान से निकालना है और फिर इनकी जड़ों को पानी में धो लें।
- अब किसी भी मीडियम साइज़ गमले या प्लांटर में पॉटिंग मिक्स भरकर एक-एक पौधा लगा दें।
- ध्यान रहे कि आपको हर 15-20 दिन के अंतराल पर पौधों को खाद आदि देना है।
- पेस्ट अटैक से बचाने के लिए आप नीम के तेल या फिर डिशवॉश लिक्विड को पानी में मिलाकर स्प्रे कर सकते हैं।
लगभग 2 महीने बाद पौधों में हरी मिर्च आने लगती है और तीन महीने में आपका पेड़ मिर्चों से भर जाएगा। आप मिर्च के एक पौधे से लगभग 2 साल तक मिर्च ले सकते हैं!
आप इन सारी जानकारी को इस वीडियो में देख सकते हैं:
यदि आप घर पर पॉटिंग मिक्स और तरह-तरह के जैविक पोषण व पेस्टिसाइड तैयार करना चाहते हैं तो इसके लिए आप ऋतू सोनी का यूट्यूब चैनल फॉलो कर सकते हैं!
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