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किस्से-कहानियां, हिन्दी में बच्चों की दुनिया!

साहित्य के पन्नों से में पढ़िए बच्चों के लिए लिखी गयीं खास हिंदी किताबों के बारे में। इन किताबों से न सिर्फ़ बच्चे आसानी से हिंदी सीख सकते हैं, बल्कि उनकी रूचि किताबें पढ़ने में भी बढ़ सकती है। इन किताबों में, मेरी बिंदी, रंग- रंगी कामिनी, समय का खटोला, पंचतंत्र की कहानियां आदि शामिल हैं।

हते हैं कि इंसान की सबसे अच्छी दोस्त किताबें होती हैं। किताबों में वह खज़ाना छिपा होता है कि कोई भी उसे लूट नहीं सकता है। किताबें न सिर्फ़ आपको बाहरी दुनिया से, बल्कि आपकी अंतरात्मा से भी मिलवाती हैं।

सही ही है कि किताबें, विभिन्न संस्कृतियों को जोड़ने का काम करती हैं। पर आज टेक्नोलॉजी के ज़माने में किताबों के साथ हमारा रिश्ता जैसे ख़त्म ही होता जा रहा है। आजकल के बच्चों का वक़्त अच्छी किताबें पढ़ने या फिर बाहर दोस्तों के साथ खेलने की बजाय स्मार्टफ़ोन, और गैजेट आदि के साथ बीतता है।

यहाँ तक कि हमारे यहाँ प्राथमिक स्कूलों की जगह ‘प्ले स्कूल’ ले रहे हैं, जहाँ नर्सरी से ही बच्चों को स्मार्ट क्लास की आदत लगा दी जाती है। ऐसे में, आज के बच्चे शायद कभी भी कॉमिक्स, मैगज़ीन या फिर किताबों की उस दुनिया से बिल्कुल अंजान ही रह जायेंगें, जिन्हें पढ़कर हम बड़े हुए हैं।

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इसलिए यह माता-पिता की ज़िम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों को बचपन से ही किताबों से रूबरू करवाएं, ताकि किताबें पढ़ना उनकी आदत में आ जाये। हर रात सोने से पहले बच्चों को कोई दिलचस्प कहानी सुनाएं, उन्हें अलग-अलग किताबें उपहार में दें और पढ़ने के लिए प्रेरित करें।

आज द बेटर इंडिया के साथ जानिए बच्चों के लिए कुछ ख़ास किताबों के बारे में। इन किताबों के ज़रिए, न सिर्फ़ आप अपने बच्चों को हिंदी भाषा का अच्छा ज्ञान दे सकते हैं, बल्कि ये सभी किताबें उनके लिए प्रेरणादायक और उत्साहवर्धक भी रहेंगी।

1. मेरी बिंदी

इस किताब को बीबीसी के साथ पत्रकार रहीं, अनु आनंद ने ख़ास तौर पर 2 से 6 साल के बच्चों के लिए लिखा है। इस किताब से आप अपने बच्चों को हिंदी के कुछ महत्वपूर्ण शब्दों को सिखा सकते हैं।

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अनु आनंद, अमेरिका में पली-बढीं, पर उनकी मातृभाषा हिंदी है। हालांकि, उन्हें यह किताब लिखने की ज़रूरत तब महसूस हुई, जब उन्हें अपने बच्चों को हिंदी पढ़ना और बोलना सिखाने के लिए काफ़ी मेहनत करनी पड़ी। ऐसे में, उन्होंने बाकी माता-पिता और बच्चों को ध्यान में रखते हुए, ‘मेरी दुनिया’ और फिर ‘मेरी बिंदी’ किताब लिखी।

आप यह किताब यहाँ खरीद सकते हैं!

2. रंग- रंगी कामिनी

राधिका चड्ढा की यह किताब बच्चों को रंगों के बारे में बताने के साथ-साथ जंगल और जानवरों की खूबसूरत दुनिया से भी मिलवाती है। इसमें एक गिरगिट के बच्चे की कहानी है, जो यह सीखने की कोशिश कर रहा है कि वह अपना रंग कैसे बदले। दिलचस्प होने के साथ-साथ यह किताब ज्ञानवर्धक भी है।

इस किताब को खरीदने के लिए इस लिंक पर जाएँ।

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3. साशु पाशु काशु

इस किताब की लेखिका तुलिका माहेश्वरी ने यह किताब अपनी पोती को समर्पित की है। बच्चों के लिए लिखी गयी इस किताब में 6 लघुकथाएं हैं और हर एक कहानी को चित्रों के साथ दर्शाया गया है। इस किताब में म्युनिसिपल स्कूल के बच्चों के आर्टवर्क को शामिल किया गया है।

आप यहाँ से किताब ले सकते हैं!

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4. समय का खटोला: बच्चों की कविताएं झूल रही हैं

विश्व प्रसिद्ध हिंदी कवि और गीतकार, गुलज़ार ने बच्चों के लिए यह बहुत ही सुंदर-सा कविता संग्रह लिखा है। इसमें लिखी सभी कविताएं बहुत ही दिलचस्प और अलग हैं। कोई कविता बच्चों का जोश बढ़ाती है, तो किसी कविता को पढ़कर हर स्थिति में सकारात्मक रहने की सीख मिलती है।

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कविता संग्रह के अलावा, बच्चों की कहानियों के लिए आप गुलज़ार द्वारा लिखी गयी, ‘पोटली बाबा की कहानी‘ किताब ले सकते हैं।

यहाँ से खरीद सकते हैं यह किताब!

5. सुनुसुनु घोंघा: बगीचे में तूफान

यह एक घोंघे की बहुत ही प्यारी-सी कहानी है, जो कि अपने दोस्तों के साथ खेलते हुए तूफ़ान में फंस जाता है। इस किताब से बच्चों को प्रकृति संबंधित बहुत से शब्दों के बारे में पता चलेगा। संध्या राव द्वारा लिखी गयी इस किताब को खरीदने के लिए क्लिक करें!

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इन किताबों के अलावा, बच्चों के लिए ‘पंचतंत्र की कहानियां’ किताब बहुत ही मजेदार और ज्ञानवर्धक है। वैसे तो इस किताब के लेखक के बारे में अलग-अलग धारणाएं हैं, पर बहुत-सी जगह बताया जाता है कि इस किताब को संस्कृत के विद्वान, विष्णु शर्मा ने लिखा है।

यदि आपको भी कुछ ऐसी हिंदी किताबों के बारे में पता है, जिनसे आसानी से और दिलचस्प अंदाज़ में बच्चों को हिंदी भाषा से जोड़ा जा सके और साथ ही, किताबें पढ़ने के प्रति उनकी रूचि बढ़े, तो हमारे फेसबुक पेज के माध्यम से हमें बताएं!

(संपादन – मानबी कटोच)


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