13 जुलाई 2020 को मुंबई की रहनेवाली 46 वर्षीया हेमांगी नकवे ने अपने खाना बनाने के शौक़ को बिज़नेस (Food Business) में तब्दील करने का फैसला किया। तब उनका एक ही मकसद था कि जिन देसी महाराष्ट्रीयन डिशेज़ को खाकर वह बड़ी हुई हैं, उसे आज की युवा पीढ़ी तक उनके मनपसंद अंदाज़ में पहुंचाया जाए।
जुलाई, 2020 में उन्होंने कुछ ख़ास रेसिपीज़ के साथ ‘हेमा की वेज रसोई’ की शुरुआत की और मात्र दो साल में ही 10 हजार से ज्यादा ऑर्डर्स पूरे कर लिए।
हमसे बात करते हुए उन्होंने बताया, “मुझे खाना बनाना और लोगों को खिलाना हमेशा से पसंद है। जब शादी करके मैं अपने पति के घर आई थी, तब मेरी सास ने कुछ पारंपरिक कुकवेयर मुझे सौंपे, जो कभी उनकी सास ने उन्हें दिए होंगे। उसमें पत्थर का सिलबट्टा, चक्की और पीतल के बर्तन शामिल थे और आज तक वे सारे मेरी रसोई में एक विशेष स्थान रखते हैं।”
पारंपरिक स्वाद के लिए ट्रेडिशनल कुकवेयर का करती हैं प्रयोग
हेमांगी अपने बिज़नेस (Food Business) के लिए ज्यादा से ज्यादा पारम्परिक साधनों का ही इस्तेमाल करती हैं, ताकि रेसिपी में भी पारम्परिक स्वाद आ सके। हमेशा से खाना बनाने की शौक़ीन रहीं हेमांगी को जब लोग हेमा की रसोई का फाउंडर कहकर बुलाते हैं, तब उन्हें बहुत अच्छा लगता है और इसे वह अपनी जिम्मेदारी भी समझती हैं।
वह पूरी कोशिश करती हैं कि उनका बनाया खाना, सही तरीके से उनके ग्राहकों तक पहुंच जाए। इसके अलावा, वह समय-समय पर ग्राहकों से उनकी प्रतिक्रिया भी लेती रहती हैं।
यही सारी चीजें उन्हें दूसरे होम शेफ से अलग बनाती हैं। उनके पति प्रशांत, पहले मीडिया कंपनी में काम करते थे। लेकिन अभी वह अपनी पत्नी का उनके बिज़नेस में साथ दे रहे हैं। हेमांगी कहती हैं, “खाना बनाने के अलावा, सारा काम मेरे पति ही संभालते हैं, फिर चाहे हमारे सोशल मीडिया पेज को अपडेट करना हो या ऑर्डर्स पर ध्यान देना।”
दिन-रात की मेहनत से Food Business हुआ हिट
हालांकि, यह काम उतना भी आसान नहीं है, जितना दिखता है। यह दम्पति अपने दिन की शुरुआत सुबह 6.30 बजे करता है। सबसे पहले लंच का मेन्यू तैयार किया जाता है। उन्हें सबसे ज्यादा ऑर्डर्स दोपहर को ही मिलते हैं, जिसके लिए उन्हें सुबह से ही तैयारी शुरू करनी पड़ती है।
थाली का मेन्यू भी रोज बदलता है। उनके नियमित लंच मेन्यू में दाल, चावल, एक ग्रेवी वाली सब्जी, सलाद, अचार, रोटी (3) और एक मिठाई शामिल है। शनिवार को, ऑफबीट व्यंजन मेन्यू में शामिल किए जाते हैं। यह एक थाली, एक व्यक्ति के लिए पर्याप्त होती है और इसकी कीमत लगभग 195 रुपये है।
शाम के नाश्ते के लिए वह इडली, दाबेली, रगड़ा पेटीज़ आदि के ऑर्डर्स लेते हैं। वहीं, मिठाई में दूधी (लौकी) का हलवा, बेर सलाद, मोदक आमती, फराली कचौरी, चंपकली, पलक खांडवी शामिल हैं।
एक दिन की छुट्टी भी है ज़रूरी
प्रशांत कहते हैं, “यह काम हम दोनों के लिए बिल्कुल नया था, लेकिन धीरे-धीरे हमने काम करके ही सब सीखा है। अभी ऑफिस भी खुल गए हैं, इसलिए कई ऑर्डर्स वहां से भी मिल रहे हैं। लोगों को हमारा खाना इसलिए पसंद आता है, क्योंकि हम जो खुद खाते हैं, वही दूसरों को भी देते हैं।”
उनका कहना है, “हम हफ्तें में एक दिन, रविवार की छुट्टी भी रखते हैं, काम के साथ-साथ शारीरिक व मानसिक आराम भी बहुत ज़रूरी है।”
आप भी हेमा की वेज रसोई के बारे में ज्यादा जानने के लिए, उनका इंस्टाग्राम पेज देख सकते हैं या उन्हें 89767 64660 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
संपादनः अर्चना दुबे
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