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UPSC Prelim: कोरोना के माहौल में कैसे करें परीक्षा की तैयारी, जानिए आईएएस अफसरों से!

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“अभी बहुत ज़्यादा घटनाएँ नहीं हैं और ज़्यादातर खबरें कोविड-19 से ही जुड़ी हुई हैं। इसलिए वैकल्पिक विषय पर काम करना अच्छा होगा।” सुरभि गौतम ,आईएएस

UPSC Prelims 2020 परीक्षा की तारीख की घोषणा कर दी गई है। इस साल यह परीक्षा, 4 अक्टूबर 2020 को होगी। अपने देश में हर साल लाखों छात्र इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं और यह समय उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। 

छात्रों के इसी कठिन समय को थोड़ा सा आसान बनाने के लिए के लिए द बेटर इंडिया ने भी एक छोटी सी कोशिश की है। हमनें दो आईएएस अधिकारियों से बात की है जिन्होंने परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। उन्होंने विस्तार से बताया कि परीक्षा की तैयारी के लिए, लॉकडाउन के इस समय का उपयोग किस तरह से किया जा सकता है।

2016 में सीएसई में सुरभि गौतम ने 50वीं रैंक हासिल की थी। अपने अनुभव के बारे में सुरभि कहती हैं कि अगर परीक्षा की तैयारी के लिए उन्हें थोड़ा और वक्त मिला होता तो वह काफी खुश होतीं। उनकी इस बात से 2014 की परीक्षा में 48वीं रैंक हासिल करने वाली, दिव्या एस अय्यर भी इत्तेफाक रखती हैं। वह कहती हैं, “अगर देखा जाए तो लॉकडाउन के इस समय में हम एकांत में रह रहे हैं और ये परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। ध्यान भटकाने वाली बहुत कम चीज़ें हैं और इसलिए अपने पूरे समय और ऊर्जा का इस्तेमाल परीक्षा की तैयारी में लगाई जा सकता है।”

वैकल्पिक पेपर पर मजबूत पकड़ बनाना

सुरभि कहती हैं कि इस समय का उपयोग छात्रों को वैकल्पिक पेपर पर मजबूत पकड़ बनाने में लगाना चाहिए। जो लोग पहले से ही नौकरी कर रहे हैं और अपनी रैंक सुधारने में लिए फिर से परीक्षा में बैठना चाहते हैं, उन्हें अपने वैकल्पिक विषय पर ज़्यादा मेहनत करने के लिए, इस समय को एक सुनहरे अवसर की तरह देखना चाहिए। 

सुरभि कहती हैं कि वैकल्पिक विषय पर मजबूत पकड़ छात्रों के पूरे स्कोर को ऊपर ले जा सकती है और उनके रैंक में सुधार कर सकती है। वह आगे कहती हैं, “अभी बहुत ज़्यादा घटनाएँ नहीं हैं और ज़्यादातर खबरें कोविड-19 से ही जुड़ी हुई हैं। इसलिए वैकल्पिक विषय पर काम करना अच्छा होगा।”

इसी बात को विस्तार से बताते हुए दिव्या कहती हैं, “यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि हो सकता है प्रीलेम्स और मेन के बीच बहुत ज़्यादा समय ना मिले, इसलिए इस समय का उपयोग वैकल्पिक पेपर पर मजबूत पकड़ बनाने के लिए करें। हालाँकि, सफलता के लिए एक ही मंत्र हर किसी के लिए नहीं हो सकता है, लेकिन कुछ चीज़ें हर किसी के लिए लागू होती हैं और वो है कड़ी मेहनत।”

स्टडी ग्रुप बनाएं

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आईएएस दिव्या अय्यर

अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए दिव्या कहती हैं, “जब मैं परीक्षा की तैयारी कर रही थी तब मैंने दोस्तों के साथ एक डिजिटल ग्रुप बनाया था। ग्रुप में सारे सदस्य परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। हम हर दिन एक लक्ष्य निर्धारित करते थे, संबंधित लेख और पाठ शेयर करते थे जिससे हमें हर दिन के अध्ययन में काफी मदद मिलती थी।” इसके अलावा दिव्या और उनका ग्रुप अंत में पूरे दिन पढ़े गए चीज़ों पर विचार-विमर्श करता था, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ग्रुप का हरेक सदस्य पढ़ रहा है और सीख रहा है। 

एक तरह से, ग्रुप एक-दूसरे के प्रति जवाबदेह हो गए। दिव्या कहती हैं कि ग्रुप होने से उन्हें काफी मदद मिली। 

प्रेलिम्स 2020 की परीक्षा और टाइम मैनेजमेंट

परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के लिए सुरभि के पास एक विशेष सलाह है। वह छात्रों से पढ़ाई और परीक्षा की तैयारी के बीच खुद के लिए समय निकालने की सलाह देती हैं। 

वह कहती हैं, “इसे इस तरह देखिए – हो सकता है कि अपने डिटेल्ड एप्लिकेशन फार्म में (DAF) में आपने अपना शौक स्केचिंग बताया हो। इस समय आप इस शौक पर काम करें। हर दिन कुछ समय निकालें और इससे संबंधित कुछ नई चीज़ सीखें। यह ना केवल आपके मन को शांति देगा बल्कि यह आपको इंटरव्यू में भी मदद करेगा।”

इस साल छात्रों को दो महीने ज़्यादा मिल रहे हैं। यह उनके लिए बोझ के साथ-साथ वरदान भी साबित हो सकता। सुरभि कहती हैं कि छात्रों को फिल्म देखने, संगीत सुनने और अन्य शौक को पूरा करने में भी समय देना चाहिए जिन्हें वे लंबे समय से करना चाहते थे। 

इसके साथ ही दिव्या का मानना है कि छात्रों के लिए शेड्यूल या टाइम-टेबल होना बहुत ज़रूरी है। वह कहती हैं, “लॉकडाउन के इस समय परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र संतुलन की स्थिति में हैं, इसलिए ये ज़रूरी है कि वे जो चाहते हैं, उसे पाने का उत्साह और जोश कायम रखें। यह वक्त उन सारी चीज़ों को पूरा करने का है जो वे काफी समय से करना चाहते थे। एक शेड्यूल बनाने और उसके अनुसार चलने की कोशिश करें।”

दिव्या का कहना है कि शेड्यूल बनाने से छात्रों को अपने दिन का बेहतर तरीके से प्रबंधन करने में मदद मिलेगी। टाइमटेबल के अनुसार चलने से छात्र सार्थक तरीके से पढ़ाई भी कर सकते हैं और थोड़ा आराम भी कर सकते हैं।

वर्तमान स्थिति से प्रेरणा लें

सुरभि कहती हैं, कोविड-19 की वर्तमान स्थिति से प्रेरणा लेने का ये सही समय है। वह कहती हैं, “इस कठिन समय में ब्यूरोक्रैट्स कड़ी मेहनत कर रहे हैं। ये वो समय है जब वे बदलाव लागू कर सकते हैं और वे अच्छा काम कर रहे हैं।” इससे परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को अधिक मेहनत करने और अपने सपनों को हासिल करने की प्रेरणा लेनी चाहिए। सुरभि सलाह देती हैं कि यह समय छात्रों को अंतिम लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने का है।

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आईएएस सुरभि गौतम

वर्तमान स्थिति पर चर्चा करते हुए दिव्या कहती हैं, “यह समझना भी महत्वपूर्ण है कि यह महामारी क्या है और दुनिया भर में कैसे फैल रही है, इससे लड़ने के लिए कैसी नीतियाँ बनाई जा रही हैं। यह देखते हुए कि यूपीएससी के प्रश्नपत्रों में करंट अफेयर्स को कितना महत्व दिया जाता है, छात्रों को पढ़ते रहने औऱ आस-पास जो कुछ भी हो रहा है उस पर ध्यान केंद्रित करते रहने की ज़रूरत है।”

अंत में सुरभि प्रेरक फिल्में देखने की भी सलाह देती हैं। याद करते हुए वह बताती है कि उन्हें मैरी कॉम, पंगा जैसी फिल्मों ने काफी प्रेरित किया है। वह छात्रों से कंटेजन फिल्म देखने की बात कहती हैं। 

मूल लेख- विद्या राजा 

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