एक आम आदमी का सपना होता है अच्छी पढ़ाई, स्वस्थ जीवन और फिर ठीक-ठाक तनख्वाह वाली नौकरी, जिससे उसके परिवार की ज़रूरतें पूरी हो सकें। लेकिन कोई आम से खास तब बनता है, जब अपनी जरूरतों के साथ-साथ, वह दूसरों की आवश्यकताएं भी देखने लगता है, उसे दूसरों के स्वास्थ्य की चिंता भी होने लगती है। प्रमोद पानसरे ऐसे ही खास शख्स हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए Moringa Turmeric Chocolate बनाते हैं।
यह कहानी पुणे में रहनेवाले 30 वर्षीय प्रमोद पानसरे की है, जो Varad Foods के नाम से अपनी कंपनी चला रहे हैं। वह सहजन की पत्ती, काली मिर्च और हल्दी से चॉकलेट और चिक्कियां बनाते हैं। ये Moringa Turmeric Chocolates देखने और स्वाद में इतनी अच्छी होती हैं कि इसे बच्चे भी आराम से खा लेते हैं।

कैसे हुई शुरुआत?
साल 2012 में प्रमोद ने फूड और टेक्नॉलजी में B. Tech. किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश में भटकने की बजाय, अपना खुद का काम करने की सोच अक्सर समाज में ताने सुनती है। प्रमोद को भी काफी कुछ सुनना पड़ा।
प्रमोद ने अपने सफर के बारे में द बेटर इंडिया को बताया, “ग्रामीण क्षेत्र के मध्यमवर्गीय परिवार से होने के कारण, हमें पहले तो इन्वेस्टमेंट की बहुत दिक्कत हुई। B. Tech करने के बाद, सबसे पहले हमने खजूर से अपना बिजनेस शुरू किया, लेकिन आर्थिक संघर्ष इतना ज्यादा था कि हमें अपना काम बंद करना पड़ा।”
उन्होंने बताया, “घर में पैसों की जरूरत थी और मैं पढ़ा-लिखा था, तो Rural Entrepreneurship पर काम करनेवाली संस्था ‘विज्ञान आश्रम’ (पुणे) में काम करने लगा। यहां 3 साल काम करके बहुत कुछ सीखा और फिर पुणे की एक फूड प्रॉडक्ट कंपनी जॉइन कर ली। लेकिन कुछ अलग करने का फितूर दिमाग से गया ही नहीं। कंपनी में बननेवाले उत्पादों को देख मुझे लगता था, क्यों न कुछ ऐसा करें जिससे लोगों का स्वास्थ्य बेहतर हो। क्योंकि अच्छा स्वास्थ्य सबकी जरूरत है और ज़रूरी भी। ”
साल 2017 में प्रमोद ने नौकरी छोड़ दी और अपने स्टार्टअप की तैयारियों में लग गए। वह लोगों के बीच प्रोड्क्ट लेकर जाते थे। उन्हें जहां से, जो फीडबैक मिलता था, उस पर काम करते रहे। सालों तक कड़ी मेहनत के बाद, 2019 में उन्हें सफलता मिली और उन्होंने Varad Foods के नाम से अपनी कंपनी शुरू की।
सहजन के पत्तों से बनाते हैं चॉकलेट
सहजन की सब्जी तो खाई ही होगी, लेकिन प्रमोद इनकी पत्तियों से (Moringa/Drumsticks) चॉकलेट और चिक्कियां बनाते हैं। उन्होंने बताया, “एक बार खेतों में काम करते समय मैं बहुत थक गया, तब मुझे लगा कि कुछ ऐसा खाया जाए, जो पोषक भी हो और जिसे आसानी से खाया जा सके।
तभी मेरी नजर सहजन के पत्तों पर पड़ी। मैंने इसे मूँगफली और गुड़ के साथ मिलाकर चिक्की तैयार की। सहजन के पत्तों में बहुत ज्यादा पोषक तत्व होते हैं। कहते हैं, हफ्ते में 3 दिन नॉनवेज खाने से बेहतर है एक दिन सहजन खाएं, तो ज्यादा प्रोटीन मिलेगा। बस यही से मुझे इसके प्रोडक्ट्स बनाने का आईडिया आया।”
Varad Foods हल्दी और काली मिर्च के extract से भी चॉकलेट तैयार करती है। प्रमोद ने कहा, “COVID की दूसरी वेव के कारण बहुत से लोगों की जान चली गई, तब हमने ये प्रोडक्ट लॉन्च किया। हल्दी और काली मिर्च, दोनों ही एंटी ऑक्सीडेंट का काम करते हैं और इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। इसे चॉकलेट का रूप देने के पीछे उद्देश्य यह था कि इसे बच्चों को भी आसानी से दिया जा सके।
अब लाखों में है कमाई
इस युवा उद्यमी की मेहनत और सफल सोच के कारण आज न सिर्फ उन्हें फायदा हो रहा है, बल्कि कई सारे लोगों को रोजगार भी मिला है। प्रमोद ने बताया, “जब मैं नौकरी करता था, तो मेरी तनख्वाह 25 हजार रुपये थी और अब सिर्फ सहजन के उत्पाद से 2.5-3 लाख प्रति माह का टर्नओवर हो जाता है। हल्दी के उत्पाद अभी मार्केट में आने शुरू हुए हैं, उम्मीद है कि इससे और फायदा होगा।”
कैसे करते हैं मार्केटिंग?
प्रमोद ने कहा, “अगर आप मार्केटिंग करने निकलते हैं, तो आपको रिजेक्शन के लिए भी तैयार रहना चाहिए और अगर आप रिजेक्शन से निराश हो गए, तो सफ़लता आपसे रूठ जाएगी। हमें अपने प्रॉडक्ट की बिक्री के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। लेकिन जब हमने एक डिस्ट्रीब्यूटर को सहमत कर लिया, तो फिर उसके माध्यम से और लोगों से संपर्क भी बनता गया। अब तो सोशल मीडिया का ज़माना है, अगर किसी को डायरेक्ट सामान लेना होता है, तो वह सीधा हमसे भी संपर्क कर लेता है।”
उन्होंने कहा, “बहुत खुशी होती है, जब कस्टमर कॉल करके तारीफ करते हैं। कई बार लोग कहते हैं कि उनके परिवार में किसी को जोड़ों का दर्द था, लेकिन सहजन के प्रोडक्ट के कारण उन्हें बहुत आराम है। ये सुनकर बहुत संतुष्टि मिलती है।”
इनकी कंपनी में सिर्फ महिलाएं करती हैं काम
Varad Foods की एक खास बात यह भी है कि यह कंपनी महिला सशक्तिकरण का जीता-जागता उदाहरण है, क्योंकि यहां सारे काम महिलाएं ही करती हैं। इसके बारे में प्रमोद कहते हैं, “बच्चों को क्या और कैसे खिलाना है, इसे एक माँ से ज्यादा अच्छा कौन समझ सकता है, इसलिए मैंने प्रोड्क्ट तैयार करने की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं को ही दी हुई है, जिसे सभी महिला कर्मचारी बखूबी निभा रही हैं और हमारे उत्पादों की मांग भी बढ़ रही है।”
प्रमोद ने बताया कि Varad Foods अभी वेबसाइट पर काम कर रही है। फिलहाल वह Facebook के जरिए या फिर कॉल पर ऑर्डर लेते हैं।
Varad Foods के बारे में जानने के लिए यहाँ क्लिक करें। इनसे प्रोड्क्ट खरीदने के लिए आप 9890410892 पर कॉल भी कर सकते हैं।
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संपादन- जी एन झा
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