Placeholder canvas

Grow Sansevieria: पानी में भी उगा सकते हैं सान्सेवीरिया, घर की हवा होगी शुद्ध!

Sansevieria को हवा शुद्ध करने के लिए जाना जाता है। इस पौधे को मिट्टी और पानी, दोनों में उगाया जा सकता है। जानिए कैसे!

अच्छी सेहत के लिए अच्छी हवा जरूरी है। लेकिन आज जब कोरोना महामारी के कारण घर के बाहर बिना मास्क के सांस लेना भी खतरे से खाली नहीं है, तो ऐसे में जरूरी हो जाता है कि घर के अंदर हम कुछ ऐसे पौधों को लगाएं, जिससे न सिर्फ एक सकारात्मक ऊर्जा मिले, बल्कि हवा भी शुद्ध हो। 

एक ऐसा ही पौधा है सान्सेवीरिया का। सान्सेवीरिया (Benefits of Sansevieria) को टॉक्सिन और कार्बन डाइऑक्साइड को सोखकर बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन को छोड़ने के लिए जाना जाता है। जिससे हवा शुद्ध होती है।

सान्सेवीरिया की होती हैं कई प्रजातियां

इसे लेकर भोपाल में अपने घर में 4000 से अधिक पौधों की देखभाल करने वाली डॉ. साक्षी भारद्वाज कहतीं हैं, “सान्सेवीरिया (Sansevieria) एक ऐसा हाउसप्लांट है, जिसे घर के अंदर कहीं भी आसानी से लगाया जा सकता है। इसे न ज्यादा धूप की जरूरत होती है और न ज्यादा पानी की। जिन लोगों के घर में धूप बिल्कुल भी नहीं आती है, वे भी इसे आसानी से उगा सकते हैं।”

वह बताती हैं कि सान्सेवीरिया एक फैमिली है, जिसकी कई तरह की प्रजातियां होती हैं। आमतौर पर इसे स्नेक प्लांट के रूप में जाना जाता है।

Grow Snake Plant

साक्षी कहती हैं कि हर प्रजाति की अलग-अलग टेक्सचर होती है। सान्सेवीरिया का पौधा हरा, पीला, लाल, जेब्रा क्रॉसिंग जैसे कई रंगों में होता है। कुछ पौधे कमल फूल जितने छोटे होते हैं, तो कुछ काफी बड़े।

घर में कैसे उगाएं सान्सेवीरिया (How to grow Sansevieria)

साक्षी कहती हैं, “इस पौधे को नर्सरी से खरीदने के अलावा खुद ही कटिंग के जरिए भी तैयार किया जा सकता है, जो काफी आसान है। यदि आप इसे कटिंग से तैयार करना चाहते हैं, तो इसका पौधा आपके नजदीकी कम्यूनिटी गार्डन में आसानी से मिल जाएगा।”

वह आगे कहती हैं, “कटिंग तैयार करने के लिए किसी स्वस्थ पत्ते को नीचे से काट लें और इसे गमले में मिट्टी या पानी भर कर लगा दें। इसे किसी भी मौसम में लगाया जा सकता है।”

वह बताती हैं कि सान्सेवीरिया को मिट्टी और पानी, दोनों में आसानी से उगाया जा सकता है। यदि आप इसे सिर्फ पानी में उगाना चाहते हैं, तो इसमें जड़ों को विकसित होने में कम से कम दो-तीन महीने का समय लगता है।

वहीं, यदि आप इसे मिट्टी में लगाते हैं तो थोड़ा कम समय लगता है और एक से दो महीने में पौधा तैयार हो जाता है।

सालों-साल तक चलेगा सान्सेवीरिया

साक्षी बताती हैं, “सान्सेवीरिया के पौधे काफी टफ होते हैं और इसे वैसी जगहों पर भी आसानी से उगाया जा सकता है, जहां पानी की बेहद कमी है। इसमें यदि आप महीने भर भी पानी नहीं देंगे, तो कोई दिक्कत नहीं है।”

Bhopal based gardening expert Dr Sakshi Bharadwaj

वह कहती हैं कि इस पौधे को आप जितनी कम देखभाल करें, उतना अच्छा है। यह उन लोगों के लिए काफी अच्छा है, जो अपने काम को लेकर काफी व्यस्त रहते हैं और उनके बागवानी का शौक रहते हुए भी समय नहीं मिलता है।

उनके अनुसार, एक बार पौधा लगाने के बाद उसमें से अनगिनत पौधे निकलने लगते हैं और यह सालों-साल तक चलता रहता है।

आते हैं फूल भी

साक्षी बताती हैं कि सान्सेवीरिया में कोई तना नहीं होता है और इसकी पत्ती बिल्कुल सीधी होती है। पौधा लगाने के दो-तीन वर्षों के बाद इसमें फूल भी आते हैं, जिससे पौधे की खूबसूरती और बढ़ जाती है।

कैसे तैयार करें मिट्टी

साक्षी बताती हैं, “मैं अपने बगीचे ‘जंगलवास’ में सान्सेवीरिया को लगाने के लिए एक भाग बगीचे की मिट्टी, एक भाग कोयला और एक भाग वर्मी कम्पोस्ट का इस्तेमाल करती हूं। एक बार मिट्टी तैयार करने के बाद इस बारे में फिर से सोचने की कोई जरूरत नहीं। सान्सेवीरिया के लिए इतना ही काफी है।”

गमले का साइज

साक्षी के अनुसार, यदि आप सान्सेवीरिया को कटिंग (How to grow Sansevieria from cutting) से तैयार कर रहे हैं, तो शुरू में चार इंच का गमला काफी होगा। जैसे-जैसे पौधे बढ़ते जाएंगे, आप गमले के साइज को भी बड़ा कर सकते हैं।

वहीं, यदि आप इसे नर्सरी से खरीद रहे हैं, तो उसमें पहले से ही कई पत्तियां उगी रहती है। इसलिए पौधे को कम से कम 10 इंच के गमले में लगाना सही होगा। 

Sansevieria Flower
सान्सेवीरिया का फूल

वह कहती हैं कि सान्सेवीरिया की जड़ों को ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती है और कम स्पेस में भी पौधा आसानी से लग जाएगा। 

थोड़ी देखभाल भी जरूरी

साक्षी बताती हैं, “वैसे तो सान्सेवीरिया को देखभाल की कोई जरूरत नहीं होती है, फिर भी महीने में एक बार पानी में नीम ऑयल मिलाकर, इसे कपड़े से अच्छी तरह से साफ कर दें।”

इन बातों का रखें ध्यान

  •  ज्यादा देखभाल से बचें, इससे पौधा डिस्टर्ब होता है।
  •  मिट्टी सूखने पर ही पानी दें।
  •  सीधी धूप से बचाएं।
  •  यदि पानी में लगा रहे हैं, तो हर 10-15 दिन में पानी बदलते रहें। 

तो है न गमले में सान्सेवीरिया उगाना आसान। आशा है आप भी अपने घर में इस सुंदर पौधे को जगह देंगे!

हैप्पी गार्डनिंग !

संपादन- जी एन झा

यह भी पढ़ें – Grow Pothos: न मिट्टी चाहिए, न धूप, बिना नखरे वाले इन पौधों को उगाना भी है उतना ही आसान

यदि आपको The Better India – Hindi की कहानियां पसंद आती हैं या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हैं तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें या FacebookTwitter या Instagram पर संपर्क करें।

We at The Better India want to showcase everything that is working in this country. By using the power of constructive journalism, we want to change India – one story at a time. If you read us, like us and want this positive movement to grow, then do consider supporting us via the following buttons:

Let us know how you felt

  • love
  • like
  • inspired
  • support
  • appreciate
X