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UPSC की कर रहे हैं तैयारी? IAS अफसर से जानिए रीपीट होने वाले प्रश्न व इनके पैटर्न

check out some of the tips on how to make great time-saving notes by IAS Shashank Mani Tripathi

क्या UPSC की परीक्षा में भी टॉपिक्स दोहराए जाते हैं? बिल्कुल, कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर लगातार साल दर साल प्रश्न किए जाते रहे हैं। ऐसे ही कुछ टॉपिक्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं IAS अधिकारी।

यूपीएससी के सभी सफल उम्मीदवारों की एक ही सलाह है- ‘जितना संभव हो सके, उतना पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करें।‘ 2015 बैच की आईएएस अधिकारी धिव्या लोगानाथन भी इससे पूरी तरह सहमत हैं। उन्होंने बताया कि UPSC के लिए कौन से टॉपिक ज्यादा जरूरी (UPSC important topics) हैं।

उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। धिव्या कहती हैं, “जितने अधिक प्रश्न पत्रों को आप हल करेंगे उतनी ही बेहतर समझ विकसित कर पाएंगे। ऐसा करने से आप, समझने लगते हैं कि कौन से पैटर्न या सवाल हैं, जो अक्सर दोहराए जाते हैं।”

हांलाकि टॉपिक्स मोटे तौर पर समान ही रहते हैं, बस प्रश्न पूछने के तरीकों में बदलाव किया जाता है। इसलिए अगर उम्मीदवार ने पिछले कई सालों के पुराने प्रश्नपत्रों को हल किया होगा, तो वह समझ जाएगा कि किस तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं।

Dhivya Loganathan is a 2015 batch IAS officer who managed to clear the UPSC exam in her third attempt
Dhivya Loganathan

इन पांच टॉपिक्स ((UPSC important topics) को अक्सर यूपीएससी के प्रश्नपत्र में दोहराया जाता है:

विधान (लेजिस्लेशन)

साल दर साल उम्मीदवारों से, संसद द्वारा पारित किए गए नए अधिनियमों के बारे में प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके अलावा,  कुछ विधेयक जो विचार विमर्श के लिए सदन में प्रस्तुत किए जाते हैं, कुछ अनुशंसा रिपोर्ट से जुड़े सवाल होते हैं। कई चर्चित अधिनियम के प्रावधानों या फिर लंबित बिलों के बारे में भी अक्सर सवाल पूछे जाते हैं। 

उम्मीदवार, ऐसे सभी विधानों के बारे में अपडेट रखने के लिए ऑनलाईन पोर्टल PRS Legislative Research  पर जा सकते हैं। इस पोर्टल पर सभी तरह के कानून, बिल और अनुशंसा रिपोर्ट्स की जानकारियां उपलब्ध हैं। 

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम

भारत के स्वतंत्रता संग्राम, विशेषकर 1930 से लेकर 1947 तक, से संबंधित प्रश्न अक्सर UPSC की परीक्षा में पूछे जाते हैं। आमतौर पर भारत छोड़ो आंदोलन, असहयोग आंदोलन, नमक सत्याग्रह जैसे स्वतंत्रता आंदोलनों पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। इस अवधी के दौरान की गईं विभिन्न संधियों और संवैधानिक प्रगति पर भी ध्यान देना जरुरी है। भारतीय परिषद् अधिनियम-1909, भारत सरकार अधिनियम-1919, साइमन कमीशन जैसे टॉपिक्स भी कवर कर लेने चाहिए।

इस सेक्शन की तैयारी के लिए उम्मीदवार एनसीईआरटी (नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च ऐंड ट्रेनिंग) की किताबों और विपिन चंद्र की किताब ‘इंडियन फ्रीडम स्ट्रगल’ पर भरोसा कर सकते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय संधियां और सम्मेलन 

उम्मीदवारों को भारत से जुड़ी विभिन्न संधियों और सम्मेलनों के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। साल 1971 में हुई रामसर वेटलैंड कन्वेंशन से शुरू करें, और हाल में हुए सम्मेलनों तक के बारे में पढ़ लें। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC), विश्व व्यापार संगठन (WTO), विश्व बैंक आदि वैश्विक समूहों से संबंधित सवाल भी अक्सर किए जाते हैं।

साल 2019 के यूपीएससी प्रीलिम्स पेपर में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के बारे में पूछे गए एक प्रश्न का उदाहरणः

लिखित कथनों पर विचार करें:

  1. रामसर कन्वेंशन के तहत भारत सरकार की ओर से भारत के सभी आद्रभूमि (वेटलैंड) की रक्षा और संरक्षण करना अनिवार्य है।
  2. आर्द्रभूमि (संरक्षण और प्रबंधन) नियम- 2010, भारत सरकार द्वारा रामसर कन्वेंशन की सिफारिशों के आधार पर तैयार किए गए थे।
  3. आर्द्रभूमि (संरक्षण और प्रबंधन) नियम- 2010, आद्र भूमि में प्राधिकरण द्वारा निर्धारित जल निकासी क्षेत्र या जलग्रहण क्षेत्र भी शामिल हैं।

ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा सही है?

A. केवल एक और दो

B. केवल दो और तीन

C. केवल तीन

D. एक दो और तीन

इसका उत्तर केवल तीन (C) है।

भारत के स्मारक और सांस्कृतिक स्थल

भारत में 38 विश्व धरोहर स्थल हैं, जिनमें 30 सांस्कृतिक, सात प्राकृतिक और एक सांस्कृतिक व प्राकृतिक स्थल हैं। उम्मीदवारों को इन स्थलों के बारे में विस्तृत जानकारी होना जरुरी है। किसी विशेष स्मारक का निर्माण किसने कराया से लेकर, किस साल में कराया गया था। यहां इसके निर्माण के समय कौन सी सभ्यता थी, जैसे प्रश्न पूछे जा सकते हैं। उम्मीदवारों को इन मामलों की सटीक जानकारी होनी चाहिए।

एक प्रश्न का उदाहरण इस प्रकार हैः

लाल किला (दिल्ली) में मोती मस्जिद का निर्माण किसने करवाया था?

  1. औरंगजेब
  2. शाहजहां 
  3. अकबर
  4. बहादुर शाह जफर

इसका जवाब A. औरंगजेब है।

भूगोल

इस विषय का अध्ययन करते समय प्रमुख रिवर सिस्टम और उनकी सहायक नदियों की जानकारी पर फोकस करें। नदियां, कृषि क्षेत्र को कैसे प्रभावित करती हैं, इस पर खास ध्यान दें। प्रमुख व्यापारिक मार्ग तथा पर्वतीय दर्रों के बीच स्थित प्रमुख औद्योगिक केन्द्र भी समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।

सिविल सेवा परीक्षा-2017 में 93वीं रैंक हासिल करने वाले केतन गर्ग से जानते हैं इस बारे में।

IAS Ketan Garg
IAS केतन गर्ग

आईएएस केतन ने भूगोल की तैयारी से संबंधित अध्ययन सामग्री के बारे में बताया:

  1. भूगोल (भौतिक) कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं की एनसीईआरटी किताबें जी सी लियोंग की किताब YouTube  पर उपलब्ध रजतानिल मैडम के व्याख्यान
  2. भूगोल (भारत) कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं की एनसीईआरटी किताबें रजतानिल के YouTube पर व्याख्यान 
  3. भूगोल (विश्व) कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं की एनसीईआरटी किताबें मानचित्र के लिए के. सिद्धार्थ की पुस्तक रजतानिल के YouTube पर व्याख्यान 

अगर आप भी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो सिविल सेवा परीक्षा-2015 में 73वीं रैंक हासिल करने वाले IAS शशांक मणि त्रिपाठी के ‘समय की बचत करने वाले नोट्स कैसे बनाएं?’ पर उनके द्वारा साझा किए गए टिप्स को जरुर पढें।

मूल लेखः विद्या राजा

संपादनः अर्चना दुबे

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