ढेर सारे पौधों का है शौक, पर आलसी हैं आप? तो मिलिए Lazy Gardener से!

lazy gardener

दिल्ली के विनायक गर्ग का स्टार्टअप Lazy Gardener पिछले दो सालों से होम गार्डनिंग के लिए काम कर रहा है। इनके पास प्लांट फ़ूड स्टिक्स, मेगनेट प्लांटर से लेकर गार्डनिंग टूल्स जैसे प्रोडक्ट्स को 50 हजार से ज्यादा ग्राहक पसंद कर रहे हैं।

शहरों में, आमतौर पर गार्डनिंग को लेकर लोग कहते हैं कि हमारे पास जगह ही कहां हैं? पहले जब घर बनते थे, तो घर के बाहर सुन्दर गार्डन होता था, चारों ओर पेड़-पौधे होते थे। समय के साथ घरों की जगह अपार्टमेंट ने ले ली, और लोगों ने बालकनी में गार्डनिंग करनी शुरू कर दी। लेकिन अब महानगरों में बालकनी मिलना भी मुश्किल होता जा रहा है। इसी समस्या को देखते हुए इनडोर गार्डनिंग का प्रचलन शुरू हुआ। ऐसे पौधे जो कम सूरज की रोशनी में बढ़ते हैं या जिसे ज्यादा जगह या देखभाल की जरूरत नहीं होती, उनको लोग घर के अंदर लगाने लगे। दिल्ली के विनायक गर्ग का स्टार्टअप Lazy Gardener, होम और इनडोर गार्डनिंग को शहरी लोगों के लिए और आसान बना रहा है। यहां आपको हैंगिंग पॉट्स, फ़र्टिलाइज़र स्टिक्स, इनडोर प्लांटर्स के अलावा, होम गार्डन के लिए खुर्पी आदि जैसी सभी चीजें ऑनलाइन मिल जाएंगी। 

विनायक ने जून 2019 में, सिर्फ दो प्रोडक्ट्स GreenStix और  BloomStix के साथ सोशल मीडिया के जरिए इसकी शुरुआत की थी। तब उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि दो साल के अंदर ही उनके 50 हजार से ज्यादा ग्राहक बन जाएंगे। द बेटर इंडिया से बात करते हुए वह बताते हैं, “स्टार्टअप को मिल रहे इस तरह के बेहतरीन रेस्पॉन्स से पता चलता है कि कई लोग गार्डनिंग करना तो चाहते हैं, लेकिन कर नहीं पा रहे। इसलिए हमारी कोशिश है कि कैसे गार्डनिंग को सबके लिए आसान बनाया जाए।”

Lazy gardener
विनायक गर्ग

IIT से इंजीनियरिंग के बाद गार्डनिंग स्टार्टअप 

विनायक, दिल्ली के ही रहने वाले हैं और उन्होंने साल 2008 में IIT दिल्ली से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है। इसके बाद उन्होने सिर्फ एक साल ही नौकरी की। वह बताते हैं, “मैं पिछले 10 सालों से एजुकेशन और मेडिकल से जुड़े स्टार्टअप पर ही काम कर रहा हूँ। लेकिन साल 2017 में मुझे लगा कि गार्डनिंग के क्षेत्र में कुछ काम करना चाहिए।”

दरअसल, विनायक के परिवार में सबको पेड़-पौधे लगाने का शौक़ रहा है। यही कारण है कि उन्हें भी गार्डनिंग से विशेष लगाव है। लेकिन स्टार्टअप का ख्याल उन्हें तब आया, जब उनकी बहन ने बताया कि वह चाहते हुए भी गार्डनिंग नहीं कर पातीं। यानी जिस तरह पेड़-पौधों के बीच रहकर वे बड़े हुए थे, शायद अब आने वाली पीढ़ी को उस तरह का माहौल न मिल सके। तभी उन्होंने सोचा, ऐसा क्या किया जाए कि लोगों को होम गार्डनिंग मुश्किल नहीं, बल्कि आसान और दिलचस्प लगे।

तक़रीबन दो साल की रिसर्च के बाद उन्होंने प्लांट फ़ूड, यानी फ़र्टिलाइज़र स्टिक्स बनाई,  जिसे इस्तेमाल करना बेहद आसान था। आपको बस उन स्टिक्स को गमले की मिट्टी में डालना होता है। इसके बाद, ये स्टिक्स धीरे-धीरे पानी के साथ मिलकर, पौधों तक जरूरी पोषण पहुंचाने का काम करती हैं। ये स्टिक्स तक़रीबन दो महीनों तक पौधों में पोषण दे सकती हैं। 

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सोशल मीडिया के जरिए सीधे ग्राहकों से जुड़े 

विनायक बताते हैं, “हमें सोशल मीडिया से बहुत फायदा हुआ। हमने सीधे अपने ग्राहकों को सम्पर्क किया। साथ ही हम कोशिश करते हैं कि कैसे आसान और रोचक तरीकों का इस्तेमाल करके गार्डनिंग या पौधों से जुड़ी जानकारियां लोगों तक पहुंचाई जाए। हमने कई शहरों में होम गार्डनिंग की वर्कशॉप भी की। उससे भी हमें बहुत फायदा हुआ। साथ ही मुझे ख़ुशी है कि कई लोग आज हमसे जुड़कर गार्डनिंग करने लगे हैं।”

उन्होंने इंस्टाग्राम पर छोटे-छोटे वीडियोज़ बना कर अपलोड करना शुरू किया। इसके अलावा ऑनलाइन वर्कशॉप, प्लांटिंग कॉन्टेस्ट जैसे कई नए-नए तरीके अपनाकर, वह ज्यादा से ज्यादा लोगों को गार्डनिंग से जोड़ने की कोशिश करते हैं। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान, कई लोगों ने होम गार्डनिंग की शुरुआत की थी। ऐसे में विनायक के स्टार्टअप ने उन्हें ऑनलाइन, गार्डनिंग का सामान आसानी से उपलब्ध करने में मदद की। आज आम लोगों के अलावा बॉलीवुड के कई सितारे भी Lazy Gardener के ग्राहक बन चुके हैं।  

फ़र्टिलाइज़र स्टिक्स के अलावा, यह स्टार्टअप प्लांट स्टैंड, गार्डनिंग मैट और गार्डनिंग से संबंधित डेकोर, जैसे- प्लांट स्टैंड, हैंगर अदि भी ऑनलाइन उपलब्ध कराता है। ऑफिस या स्टडी टेबल पर आसानी से रखे जा सकने वाले छोटे-छोटे प्लांटर, लोग गिफ्ट करने के लिए ऑर्डर करते हैं। हाल ही में उन्होंने सिरामिक हैंडल वाली सुन्दर खुर्पी और मैगनेट प्लांटर्स भी लॉन्च किए हैं। जिसे लोग बेहद पसंद कर रहे हैं। 

lazy gardener

विनायक का कहना है, “कुछ सालों पहले हमारे माता-पिता घर के अंदर पौधे लगाने के बारे में नहीं सोचते थे। लेकिन आज जगह की कमी के कारण इनडोर गार्डनिंग एक आम बात हो गई है। अब जरूरत है, ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसे अपनाने की और हम अपने स्टार्टअप के जरिए इसी प्रयास में लगे हैं।”

इस स्टार्टअप को मिली सफलता को देखकर, यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज कई लोग गार्डनिंग से जुड़ना चाहते हैं। वे अपने घर या आस-पास कुछ पौधे लगाना चाहते हैं, और यह कहना भी गलत नहीं होगा कि Lazy Gardener जैसे स्टार्टअप शहरों में हरियाली फ़ैलाने में मददगार बन रहे हैं।

संपादन- अर्चना दुबे

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