#LOC प्रोजेक्ट: जहाँ तस्वीरें बयां करती हैं, भारत-पाकिस्तान की अधूरी मोहब्बत

Mustaali Raj and Minahil Bukhari

कनाडा में रहनेवाले मुस्ताली राज (भारत से) और मिनाहिल बुखारी (पाकिस्तान से) ने 2018 में, Line of Control प्रोजेक्ट शुरू किया था, जिसके जरिए उनका उद्देश्य भारत और पाकिस्तान के बीच समानताएं दर्शाना है।

भले ही भारत और पाकिस्तान दो अलग-अलग मुल्क हैं लेकिन दोनों की जड़ें एक है। यही वजह है कि दोनों मुल्कों में ढेर सारी समानता है। चाहे खान-पान की बात हो या फिर शहरों की बात, आपको दोनों जगह बहुत कुछ एक जैसा देखने को मिलेगा। अगर कोई दोनों देशों की यात्रा करे तो उन्हें यह समानता नजर आएगी। जैसा कि मुस्ताली राज और मिनाहिल बुखारी के साथ हुआ। कनाडा में रहने वाले इस दंपति की जड़ें भारत और पाकिस्तान से जुडी हुई हैं। मुस्ताली मूल रूप से दिल्ली से हैं और मिनाहिल लाहौर से। 

अपनी शादी के बाद मुस्ताली और मिनाहिल को भारत और पाकिस्तान की कुछ जगहों की यात्रा करने का मौका मिला और उन्हें समझ में आया कि दोनों देश एक-दूसरे कितने जुड़े हुए हैं। खासकर कि जब उन्होंने लाहौर में दिल्ली गेट देखा और दिल्ली में लाहौरी गेट। ये पति-पत्नी, पेशे से आर्टिस्ट हैं और इसलिए दोनों देशों की इस समानता और जुड़ाव को लोगों तक पहुंचाने के लिए उन्होंने एक खास प्रोजेक्ट, ‘Line of Control’ (LOC) शुरू किया। 

वैसे तो LOC का मतलब दोनों देशों के लिए काफी संवेदनशील है लेकिन मुस्ताली और मिनाहिल की कोशिश है कि वे अपने प्रोजेक्ट के जरिए लोगों के जहन में इसका मतलब बदलें। 

द बेटर इंडिया से बात करते हुए उन्होंने अपने इस सफर और प्रोजेक्ट के बारे में बताया, जो उनके दिल के बहुत करीब है। 

Mustaali Raj and Minahil Bukhari
Mustaali Raj and Minahil Bukhari (Photo Credit: Mustaali Raj)

साल 2018 में शुरू किया प्रोजेक्ट 

मुस्ताली कहते हैं कि वैसे तो उनका जन्म दिल्ली में हुआ। लेकिन जब वह बहुत छोटे थे, तब उनका परिवार पहले मिडिल ईस्ट और फिर कनाडा में बस गया। उनकी पढ़ाई-लिखाई कनाडा में हुई लेकिन अपनी जड़ों से वह हमेशा जुड़े रहे। उनके परिवार के बहुत से लोग दिल्ली और राजस्थान में रहते हैं और इसलिए उनका भारत आना-जाना लगा रहा। पढ़ाई की बात करें तो मुस्ताली ने कनाडा में रहते हुए इंजीनियरिंग करने का फैसला किया। लेकिन दाखिला लेने के बाद उन्हें समझ में आया कि उन्हें आर्ट और डिजाइनिंग में दिलचस्पी है। 

इंजीनियरिंग करने के बाद आर्ट्स में उन्होंने IDEA School of Design से अपना कोर्स पूरा किया। वहीं, लाहौर में जन्मी और पली-बढ़ीं मिनाहिल भी आर्ट्स में दिलचस्पी रखती हैं और इसलिए वह कनाडा की Alberta University of the Arts में अपनी डिग्री करने गयी थीं। उन्होंने बताया कि एक दोस्त के जरिए 2014 में उनकी मुलाक़ात मुस्ताली से हुई थी। “दरअसल, कनाडा में आप भारतीय और पाकिस्तानी होने से पहले ‘एशियाई’ होते हैं। इसलिए हमारे दोस्त ने हमें एक-दूसरे के बारे में बताया और मिलवाया। हम दोनों की ही आर्ट और डिज़ाइन में दिलचस्पी है और इस कारण हमारी दोस्ती आगे बढ़ने लगी,” उन्होंने कहा। 

कुछ समय बाद, मुस्ताली और मिनाहिल ने शादी करने का फैसला किया। शादी के बाद, वे दोनों कनाडा में रहकर ही अपने प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे थे। मुस्ताली ने बताया, “एक-दूसरे से मिलकर हमने जाना कि भले ही हम अलग-अलग देशों से हैं लेकिन बहुत कुछ ऐसा है जो समान है। हम दोनों अक्सर इस बारे में बात करते थे। अब इसे किस्मत कहें या कुछ और कि साल 2018 में हमदोनों को एक साथ भारत और पाकिस्तान जाने का मौका मिला। दोनों के ही परिवारों में उस साल शादियां थी। इसलिए हम एक बार भारत आए और फिर पाकिस्तान गए। इस दौरान हमने कई अलग-अलग जगहों की यात्रा की जैसे भारत में दिल्ली और राजस्थान के कुछ शहर तो पाकिस्तान में लाहौर, रावलपिंडी, कराची जैसी जगहें।” 

Karachi Seaside and Mumbai Marine Drive
LOC Project (Photo Source)

इस दौरान उन्होंने देखा कि कैसे भारत और पाकिस्तान में पुरानी इमारतों की बनावट और आर्किटेक्चर में समानता है। दिल्ली के चांदनी चौक और लाहौर के लिबर्टी मार्किट की भीड़ एक-जैसी है। कराची के सीसाइड और मुंबई के मरीन ड्राइव का नजारा मिलता-जुलता है। दोनों ही जगह बैलगाड़ी का इस्तेमाल होता है। पाकिस्तान के लाहौर किले की नक्काशी में आपको राधा-कृष्ण मिलेंगे। मिनाहिल ने कहा, “हम दोनों भी काफी हैरान थे कि दोनों देश एक-दूसरे से कितने मिलते-जुलते हैं। लेकिन जब हमने लाहौर में दिल्ली गेट और दिल्ली में लाहौरी गेट देखा तो लगाकि हमें इस पर काम करना चाहिए और यहीं से शुरुआत हुई LOC प्रोजेक्ट की।” 

दोनों देशों के लोग साझा कर सकते हैं तस्वीरें 

अपने इस प्रोजेक्ट के बारे में उन्होंने बताया, “हमने अपनी यात्रा के दौरान दोनों देशों में अलग-अलग जगहों की तस्वीरें खींची और फिर इन्हें साथ में लगाया। कुछ तस्वीरों को देखकर आप कह ही नहीं सकते कि ये अलग देशों की तस्वीरें हैं। हमने इन्हें अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और जान-पहचान के लोगों के साथ साझा किया और सबको ये बहुत पसंद आई। लेकिन बहुत से कारणों की वजह से हम सीमित जगहों की ही यात्रा कर पाए और इसलिए हमने सोचा कि क्यों न दोनों देशों के लोकल फोटोग्राफर्स को इससे जोड़ा जाए।” 

Old Lahore and Old Delhi
(Photo Credits: Line of Control)

कोई भी हिंदुस्तानी या पाकिस्तानी फोटोग्राफर अपनी जगह की खींची हुई तस्वीरें #LOCproject के साथ इंस्टाग्राम पर साझा कर सकते हैं और उनके इस प्रोजेक्ट से जुड़ सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान ‘तोता प्रोजेक्ट‘ भी किया। उन्होंने कहा, “अपनी यात्रा के दौरान हम अपने साथ एक खाली पोस्टकार्ड रखते थे। इस पर अपने जान-पहचान वालों को और कहीं-कहीं अनजान लोगों को तोता की तस्वीर बनाने के लिए कहते थे। दरअसल साउथ एशिया के अधिकांश इलाकों में तोता पाया जाता है और कहीं न कहीं यह पक्षी अलग-अलग देशों की सरहदों से परे है। हमने जितने भी पोस्टकार्ड पर लोगों से यह पक्षी बनवाया, उन सभी को इकट्ठा करके कनाडा में एक प्रदर्शनी लगवाई। बहुत से लोगों को हमारा यह आईडिया अच्छा लगा। अभी भी हम इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं।” 

अपने अनुभवों के बारे में उन्होंने बताया, “दोनों मुल्कों के लोगों से हम काफी प्रभावित हैं। दोनों तरफ के आम लोग एक जैसे हैं, उनकी परेशानियां, खुशियां सब एक जैसी हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि दूसरे लोगों के मन में भी यह अपनेपन की भावना हो। एक-दूसरे को वे तस्वीरों के जरिए जानने की कोशिश करें।” 

मुस्ताली और मिनाहिल द बेटर इंडिया के जरिए लोगों से अपने इस प्रोजेक्ट से जुड़ने की अपील करते हैं। वह दोनों मुल्कों के लोगों से कहते हैं कि तस्वीरों के जरिए वे इस प्रोजेक्ट से जुड़ें।

यदि आप भी उनके इस प्रोजेक्ट से जुड़ना चाहते हैं तो उन्हें इंस्टाग्राम पर संपर्क कर सकते हैं। 

संपादन- जी एन झा

तस्वीर साभार: मुस्ताली राज और मिनाहिल बुखारी

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