आज भी देश के ग्रामीण इलाकों में रात में जब बिजली जाती है, तो लोग मोमबत्ती का इस्तेमाल करते हैं। मोमबत्ती आज भी एक जरूरत है। वहीं, बड़े शहरों में लोग शौक से रंगीन मोमबत्तियां घर में रखते हैं। खास आयोजनों में सजावट और माहौल को खुशनुमा करने के लिए भी लोग खूबसूरत मोमबत्ती का इस्तेमाल करते हैं। अब तो नई पीढ़ी भी मोमबत्ती बिजनेस में कदम रखने लगी है। आज हम आपको एक ऐसी ही युवती की कहानी सुनाने जा रहे हैं।
यह कहानी श्रीनगर (कश्मीर) में रहने वाली 25 वर्षीया महक परवेज़ की है। महक अलग-अलग तरह की मोमबत्ती बनाकर ग्राहकों तक पहुंचा रही हैं। उनके बिज़नेस को न सिर्फ कश्मीर में, बल्कि देश के दूसरे शहरों से भी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। द बेटर इंडिया से बात करते हुए महक ने अपने सफर के बारे में विस्तार से बताया।
YouTube से सीखा मोमबत्ती बनाना
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की डिग्री करनेवाली महक कहती हैं कि उन्होंने इंस्टाग्राम पर रंग-बिरंगी और खुशबूदार मोमबत्तियों की पोस्ट देखी थी। हालांकि, उन्हें बचपन से ही मोमबत्ती बहुत पसंद हैं। लेकिन उनके इलाके में मोमबत्तियों को अलग-अलग आयोजनों में इस्तेमाल करने का ज्यादा चलन नहीं है।
वह बताती हैं, “जब मैंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट देखी, तो मेरा भी मन हुआ कि मैं ऐसी मोमबत्ती बनाऊं। इसलिए मैंने यूट्यूब पर सीखना शुरू किया।”
धीरे-धीरे, प्रैक्टिस करते हुए महक अलग-अलग तरह की मोमबत्ती बनाने लगी। जिनमें सादा, खुशबूदार, डिज़ाइनर मोमबत्तियां शामिल हैं। महक कहतीं हैं, “बहुत से लोग एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करके बनी हुई मोमबत्तियां खरीदते हैं, क्योंकि ये ‘एरोमेटिक’ मोमबत्तियां लोगों के मूड और मन को अच्छा करती हैं। डिज़ाइनर मोमबत्तियों को लोग आजकल घरों में डेकॉर की तरह इस्तेमाल में लेते हैं। इसके अलावा, जन्मदिन, सालगिरह जैसे खास मौकों पर भी मोमबत्तियां खूब इस्तेमाल होती हैं। मैं इस तरह की मोमबत्तियां तैयार कर रही हूँ।”
शौक-शौक में शुरू हुई इस कला को महक ने अब अपना करियर बना लिया है। उन्होंने छोटे स्तर पर अपना बिज़नेस शुरू किया है और देश के अलग-अलग हिस्सों से उन्हें ऑर्डर मिल रहे हैं। महक कहती हैं, “मैंने जीरो से अपने बिजनेस की शुरुआत की है। शुरुआत में मुझे रॉ मटीरियल मंगवाने में बहुत परेशानी हुई। कश्मीर में इंटरनेट की समस्या भी रहती है, इसलिए अपना ऑनलाइन मार्किट बनाना आसान नहीं है। लेकिन मैं एक रिस्क लेना चाहती थी क्योंकि मुझे लगा कि मैं यह कर सकती हूँ।”
लॉकडाउन में शुरू किया बिज़नेस
महक बताती हैं कि उन्होंने 2020 में लगे लॉकडाउन के दौरान मोमबत्तियों का बिज़नेस शुरू करने का फैसला किया। लेकिन उनके सामने समस्या यह थी कि प्रोफेशनल लेवल पर मोमबत्ती बनाने के लिए जो चीजें उन्हें चाहिए, वे उन्हें कश्मीर में नहीं मिल पा रही थीं। इसलिए उन्हें दूसरे शहरों से ये चीजें मंगवानी पड़ी। लेकिन उनके घरवालों ने उनका पूरा साथ दिया और उनकी मदद से महक ने घर से ही अपना काम शुरू किया।
उन्होंने बताया कि वह अपने घर पर ही अलग-अलग तरह की मोमबत्ती बनाती हैं। महक ने अपने बिज़नेस को ‘shamaaque_by_mehak’ नाम दिया है। फिलहाल, वह अपने इंस्टाग्राम पेज के जरिए ग्राहकों तक पहुँच रही हैं। वह कहती हैं कि अभी उन्हें महीने में लगभग 20 ऑर्डर मिल जाते हैं। लेकिन जैसे-जैसे स्थिति बेहतर होगी, उम्मीद है कि ऑर्डर्स बढ़ने लगेंगे।
महक से अपनी बहन के ‘मेहँदी फंक्शन’ के लिए डिज़ाइनर और खुशबूदार मोमबत्तियां खरीदने वाले शोएब तारिक कहते हैं, “मुझे अपने एक दोस्त के जरिए महक जी के बारे में पता चला और उसने उनकी बनाई मोमबत्तियों की काफी तारीफ की। मेरी बहन की शादी थी तो मैंने सोचा कि क्यों न मेहँदी की रात के लिए मोमबत्तियों से सजावट की जाए। इसलिए हमने उनसे अलग-अलग तरह की मोमबत्तियां ली और हमें बहुत ख़ुशी है कि सभी को ये बहुत पसंद आयी। मोमबत्तियों की वजह से सजावट बिल्कुल ही अलग लग रही थी।”
महक की मोमबत्तियों की कीमत, रंग और डिज़ाइन के आधार पर 30 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक है। वह कहती हैं, “मैं अपने ग्राहकों की जरूरत और पसंद के हिसाब से मोमबत्ती बनाती हूँ। जैसे वे मुझे बताते हैं उसी रंग, डिज़ाइन और खुशबु का मैं इस्तेमाल करती हूँ।”
फ़िलहाल, अपने इस होम-बेस्ड बिज़नेस से महक महीने में 15 हजार रुपए तक की कमाई कर पा रही हैं। आने वाले समय में उन्हें अपनी कमाई और बढ़ने की उम्मीद है। भविष्य में वह अपना खुद का स्टूडियो भी खोलना चाहती हैं। वह कहतीं हैं, “मुझे उम्मीद है कि आगे चलकर मैं कुछ लोगों को इस क्षेत्र में रोजगार दे पाउंगी। इसके आलावा बहुत से लोग मोमबत्ती बनाना सीखना भी चाहते हैं। मुझे ऐसे लोगों के लिए भी कुछ करना है।”
अगर आप महक की बनाई मोमबत्ती देखना चाहते हैं या ऑर्डर करना चाहते हैं तो उन्हें इंस्टाग्राम पेज पर फॉलो कर सकते हैं।
संपादन- जी एन झा
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