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MBA डिग्री का किया बेहतर इस्तेमाल, नौकरी छोड़, माँ के हाथ के अचार को दिलाई पहचान

MBA Graduates Started Business

केरल के रहने वाले दो MBA ग्रैजुएट्स, हाफिज रहमान और अक्षय रवीन्द्रन ने मिलकर अचार बनाने का व्यवसाय Athey Nallatha लॉन्च किया है, जिसके जरिए वे माँ के हाथ से बने अचार को ग्राहकों तक पहुँचा रहे हैं और 34 गृहणियों को रोजगार दे रहे हैं।

कोरोना महामारी के कारण बहुत से लोगों से उनका रोजगार छिन गया। लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे भी है, जिन्होंने इस मुश्किल समय में अपनी नौकरी छोड़कर व्यवसाय शुरू करने का जोखिम उठाया। आज हम आपको बता रहे हैं ऐसे ही दो MBA Graduate की कहानी, जिन्होंने नौकरी छोड़कर अपना व्यवसाय शुरू किया और इसमें वह महिलाओं को रोजगार दे रहे हैं। इन दोनों ने Athey Nallatha नाम से स्टार्टअप की शुरुआत की है। 

जुलाई 2020 में लॉन्च हुआ यह स्टार्टअप 30 से ज्यादा महिलाओं के साथ काम कर रहा है ताकि अचारों की स्वच्छता और पोषण मूल्य को बरकरार रखा जा सके। इस ब्रांड का दावा है कि वह अपने व्यंजनों में किसी भी तरह के हानिकारक प्रेज़रवेटिव (संरक्षक) का इस्तेमाल नहीं करते हैं और उच्च गुणवत्ता की सामग्री का इस्तेमाल करते हैं। 

इस ब्रांड को कोचीन के रहने वाले दो दोस्त, हाफिज रहमान और अक्षय रवीन्द्रन ने साथ मिलकर शुरू किया है। 28 वर्षीय रहमान बताते हैं, ” मैं एक दिन माँ से महामारी के बारे में चर्चा कर रहा था। तो उन्होंने मुझसे कुछ ऐसा काम शुरू करने के लिए कहा जिससे दूसरों को रोजगार मिल सके। मैंने इस बारे में अपने दोस्त अक्षय रवीन्द्रन से बात की और हमने फैसला किया कि हम ऐसा कुछ करेंगे जिससे महिलाओं को रोजगार मिले।” 

अपना खुद का ब्रांड शुरू करने से पहले हाफिज रहमान बतौर एचआर और अक्षय एक स्पोर्ट्स ब्रांड के मार्केटिंग विभाग में काम कर रहे हैं। वह कहते हैं कि उन्हें क्या चीज बेचनी है यह तय करना बहुत आसान था। उनका कहना है कि उन्हें घर का बना अचार बेचने का विचार आया क्योंकि केरल के लगभग सभी घरों में यह जरूरी चीजों में से एक है। उन्होंने बाजार में भी जाकर देखा और समझा कि कम कीमतों के लिए साधारण अचार कैसे बनाए जाते हैं। उन्होंने कहा, “रिसर्च के दौरान, हम समझ गए कि स्थानीय ब्रांड उत्पाद बनाने के लिए कम गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करते हैं। बाजार में अच्छी गुणवत्ता वाले अचार की जरूरत थी।”

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आगे गृहणियों को रोजगार देने के बारे में हाफिज कहते हैं, “मेरा मानना है कि जब माँ अचार बनाती है तो इसका स्वाद अपने आप बेहतर हो जाता है। कोई भी शेफ ऐसे स्वाद वाला अचार नहीं बना सकता है।” 

हाफिज की माँ, अलीसा अशरफ कहती हैं, “लॉकडाउन की शुरूआत में, मैंने देखा कि हमारे पड़ोस में कई लोगों की नौकरी चली गयी है। उनकी मदद करने के लिए मैंने हाफिज को यह व्यवसाय शुरू करने के लिए कहा। आज मैं बहुत खुश हूँ और गर्व महसूस करती हूँ कि मेरे बेटे का व्यवसाय 30 से ज्यादा गृहणियों को काम दे रहा है, जिसमें मैं भी शामिल हूँ।” 

अचारों का फ्यूजन:

वे पाँच तरह के अचार बना रहे हैं, जिनमें सामग्री का एक अनूठा मिश्रण होता है। 25 वर्षीय अक्षय बताते हैं कि उनके पास फ्यूजन अचार हैं जैसे एक अचार झींगा और पपीता के अचार का मिश्रण है, एक अंगूर और आम को मिलाकर बनाया है तो एक नींबू और खजूर को मिलाकर बनाया है। उनका एक अचार मछली और आम के अचार का मिश्रण है, जिसका नाम उन्होंने जलपुष्प 2.O रखा है। 

250 ग्राम अचार के जार की कीमत 179 रुपये से शुरू होती है और 249 रुपये तक जाती है। इन सभी फ्यूजन अचार को नुट्रिशन एक्सपर्ट से सलाह-मशविरा करके तैयार किया जा रहा है। आगे वह और भी कई फ्यूजन अचार लॉन्च करने की योजना पर काम कर रहे हैं। अक्षय ने कहा कि इन अचारों के जो भी स्वास्थ्य संबंधी फायदे हैं, वह सभी अचार की बोतलों पर भी लिखे जाते हैं। जैसे एक हड्डियों के लिए अच्छा है तो एक पाचन क्रिया में मदद करता है और इन सभी से आपको ऊर्जा मिलती है। उन्होंने मात्र 13 महिलाओं के साथ शुरूआत की थी और अब उनकी टीम में 34 महिलाएं काम कर रही हैं। उनका कहना है कि वह केरल के अलग-अलग इलाकों की महिलाओं को अपने समूह में जोड़कर अपने व्यवसाय को बढ़ाना चाहते हैं। 

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जिस प्लेटफॉर्म को इन दो दोस्तों ने अपनी माँओं द्वारा बनाये गए अचार को बेचने के लिए शुरू किया था, वह अब एर्नाकुलम जिले की बहुत सी महिलाओं के लिए अच्छा मंच बन गया है। 

उनके साथ काम करने वाली एक महिला, जीजी नंदकुमार कहती हैं, “मैंने सात महीने पहले टीम के साथ काम करना शुरू किया था। मेरा बेटा हाफिज का दोस्त है और उसने मुझे इस उद्यम के बारे में बताया। मुझे खाना बनाना पसंद है और इसलिए मेरे बेटे ने मुझसे पूछा कि आप भी टीम में शामिल होना चाहेंगे क्या? 54 वर्ष की आयु में मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि मैं अचार बनाकर 18,000 रुपये मासिक कमा रही हूँ।”

वह कहती हैं, “मेरा मानना ​​है कि अनुभव ही सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है। और घर में मेरा जो भी कुकिंग अनुभव रहा है उसके चलते यह काम बिल्कुल चिंता मुक्त है। मैं लॉकडाउन में घर से काम कर रही थी लेकिन अब मैं कोचीन में मुख्य यूनिट पर जाती हूँ। हालांकि, अगर मैं कभी घर से काम करना चाहूँ तो वे इसके लिए भी मना नहीं करते हैं।”

घर पर अचार बनाने की कला:

सबसे पहले सेल्स टीम केरल के जैविक किसानों से सभी रसायन मुक्त और जैविक कच्चा माल/उपज खरीदती है। फिर कच्चे माल को ब्रांड के साथ काम करने वाली सभी गृहणियों और केरल में उनकी अलग-अलग यूनिट्स पर काम करने वाली महिलाओं के पास पहुँचाया जाता है। गृहणियों का काम अपनी सुविधा के हिसाब से सभी सब्जियों को छीलना, काटना और फ्राई करना होता है। जब अचार पैकिंग के लिए तैयार होता है तो एक टीम जाकर सभी गृहणियों के घर से तैयार मटेरियल को इकट्ठा कर लेती है। 

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Source: Athey Nallatha/Facebook

इस पूरी प्रक्रिया के दौरान सभी लोग कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए दिए गए दिशा-निर्देशों का अच्छी तरह से पालन करते हैं। टीम जब सभी तैयार मटेरियल को मुख्य यूनिट पर ले आती है तो यहाँ पर अलीसा अशरफ आखिरी पैकेज तैयार करती हैं। अलीसा टीम के दूसरे सदस्यों के साथ मिलकर सभी अचारों को बनाकर बोतलों में पैक करती हैं। 

वे दोनों बताते हैं कि फिलहाल उन्हें केरल और तमिलनाडु सहित अन्य दक्षिण भारतीय राज्यों से सबसे अधिक ऑर्डर मिलते हैं। अक्षय ने कहा, “खाड़ी देशों जैसे बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले लोगों ने भी हमारे अचार में रुचि दिखाई है और इसके लिए हम अपनी आपूर्ति श्रृंखला (सप्लाई चेन) पर काम कर रहे हैं।”

अचार आर्डर करने के लिए आप यहाँ क्लिक कर सकते हैं या 95671 35217 पर फोन कर सकते हैं। 

मूल लेख: संजना संतोष 

संपादन- जी एन झा

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