जानिए कैसे अपने घर से शुरू कर सकते हैं नर्सरी का बिज़नेस, इन बातों का रखें ख्याल

बहुत से ऐसे पेड़-पौधे हैं जिन्हें आप अपने गार्डन में ही प्रोपेगेट करके और नए पौधे बना सकते हैं और इनसे अपने नर्सरी बिज़नेस की शुरुआत कर सकते हैं!

यदि आपको गार्डनिंग का शौक है तो इसे आप अपना बिजनेस भी बना सकते हैं। इसके लिए आपको अपना नर्सरी शुरू करना होगा, जहाँ आप अपने ग्राहकों को पौधे से लेकर गार्डनिंग से संबंधित चीजें बेच सकते हैं। नासिक में रहने वाली संगीता पोरवाल आज हमें नर्सरी शुरू करने के बारे में विस्तार से बता रही हैं।

महाराष्ट्र के नासिक में रहने वाली संगीता पोरवाल पिछले कई सालों से गार्डनिंग कर रहीं हैं। इसके साथ ही, वह अपने घर से ही नर्सरी भी चला रहीं हैं, जिसका नाम है- Sangita’s Green Gallery! वह बतातीं हैं कि उन्हें बचपन से ही गार्डनिंग का शौक है। लेकिन वक़्त के साथ काम और घर की ज़िम्मेदारियों में वह गार्डनिंग से थोड़ा दूर हो गईं। लेकिन जब वह मुंबई से नासिक शिफ्ट हुईं तो यहाँ उनके घर में गार्डनिंग के लिए अच्छी जगह थी और संगीता के पास पर्याप्त समय भी था।

इसलिए उन्होंने फिर से गार्डनिंग शुरू की और इसके साथ ही, गार्डनिंग पर अलग-अलग ट्रेनिंग भी उन्होंने की जैसे बोन्साई और टैरेरीयम बनाने की। संगीता ने अपने घर पर टैरेरीयम बनाना शुरू किया। उनके टैरेरीयम देखकर उनके एक आर्किटेक्ट दोस्त ने उनसे अपने प्रोजेक्ट के लिए टैरेरीयम बनाने के लिए कहा। वह संगीता ने लिए पहला ऑर्डर था और इसके बाद उन्हें लगातार ऑर्डर मिलने लगे और वहीं से शुरू हुई उनकी नर्सरी।

How to start Nursery
Sangita Porwal

टैरेरीयम के अलावा उन्होंने और भी पेड़-पौधे तैयार करके लोगों को देना शुरू किया। आज वह न सिर्फ पौधे लोगों को दे रही हैं बल्कि कई जगह ट्रेनिंग और वर्कशॉप भी करतीं हैं। लॉकडाउन के दौरान भी उन्होंने बहुत-सी ऑनलाइन ट्रेनिंग और वर्कशॉप की हैं।

“अपने शहर के साथ-साथ हमने दूसरे शहरों से भी पेड़-पौधों के लिए ऑर्डर मिलते हैं। इसलिए ही हमने एक नया प्रोडक्ट भी लॉन्च किया है क्योंकि विकसित पौधों को ट्रांसपोर्ट करने में काफी परेशानी होती है और इसलिए मैंने एक किट तैयार की है, जिसमें बीज, गमला, और खाद आदि है। इसके साथ ही, मैं अपने पौधों के साथ एक केयर कार्ड भी देती हूँ ताकि जिन्हें गार्डनिंग की समझ नहीं है, उन्हें कोई दिक्कत न हो,” उन्होंने कहा।

संगीता आज द बेटर इंडिया के माध्यम से हमें बता रही हैं कि अगर कोई अपने घर से नर्सरी शुरू करना चाहता है तो उसे क्या-क्या करना होगा।

1. नर्सरी का बिज़नेस शुरू करने से पहले किन बातों का रखें ख्याल?

संगीता: पौधों की नर्सरी शुरू करने से पहले ज़रूरी है कि आपको पेड़-पौधों का शौक हो। आप गार्डनिंग करते हों और इसकी अच्छी जानकारी आपको होनी चाहिए। ऐसा नहीं है कि आपको दुनिया के सभी पेड़-पौधों के बारे में पता होगा लेकिन आप जिस इलाके में हैं, वहाँ के मौसम के हिसाब से उगने वाले पेड़-पौधे और कुछ बेसिक पेड़-पौधों के बारे में पता होना चाहिए।

इसके साथ ही, आपके घर में इतनी जगह होनी चाहिए जहाँ पौधों को अच्छी धूप मिले और आप बिना किसी पौधे को नुकसान पहुँचाएं, उन्हें अच्छे से रख सकें। आप अपने घर के आँगन या छत पर अपना नर्सरी स्पेस बना सकते हैं। अगर आपका घर अच्छी जगह पर है मतलब किसी रोड के पास तो यह और भी अच्छा है।

2. कैसे कम से कम इन्वेस्टमेंट में शुरू करें यह बिज़नेस?

संगीता: नर्सरी बिज़नेस में सबसे ज्यादा ज़रूरत होती है अच्छे और स्वस्थ पौधों की। इसके साथ ही आपको पौधों के हिसाब से गमले या प्लांटर्स लेने होते हैं। लेकिन शुरुआत में आप अपने घर में पहले से उपलब्ध पौधों से नए पौधे बना सकते हैं। ऐसे बहुत से पौधे हैं जैसे ज़्यादातर इंडोर प्लांट्स, फूलों के पौधे और कुछ हर्ब्स को आप आसानी से कटिंग। प्रोपेगेशन से तैयार कर सकते हैं। इससे आपको कहीं बाहर से नए पौधे खरीदने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।

दूसरा, प्लांटर्स के लिए आप बहुत से DIY प्रोजेक्ट्स कर सकते हैं जैसे आप पुराने प्लास्टिक के डिब्बों, बोतलों और टायर आदि को प्लांटर्स का रूप दे सकते हैं। इससे आपको प्लांटर्स पर बहुत ज्यादा खर्च नहीं करना होगा। इसके बाद जैसे-जैसे आपका बिज़नेस आगे बढ़े, आप और इन्वेस्ट कर सकते हैं। लेकिन शुरू में आप कुछ नए मिट्टी या सिरेमिक के गमले खरीद सकते हैं और कुछ पौधे अपने गार्डन से तैयार कर वह कुछ बाहर से खरीदकर अपना काम शुरू कर सकते हैं।

मेरे हिसाब से आप 3 हज़ार रुपये से 5 हज़ार रुपये तक में यह शुरू कर सकते हैं।

3. क्या नर्सरी बिज़नेस के लिए कोई सर्टिफिकेशन चाहिए?

संगीता: मेरे हिसाब से किसी भी सर्टिफिकेशन से ज्यादा ज़रूरी है आपका अपना ज्ञान। अगर आपको पेड़-पौधों के बारे में जानकारी है तो काफी है। आप घर से छोटे स्तर पर अपना काम शुरू करें और धीरे-धीरे आगे बढ़ें। अगर आपका काम बहुत ज्यादा बढ़ रहा है तब शायद आपको कोई बिज़नेस रजिस्ट्रेशन कराना पड़े। लेकिन शुरुआत में इसकी आवश्यकता नहीं है।

4. कैसे तय करें पौधों का मूल्य?

संगीता: एक बात हमेशा याद रखें कि अपने बिज़नेस में हर कदम पर सच्चे रहें। ज्यादा प्रॉफिट के चक्कर में कोई भी दाम न लगा लें। बल्कि हर प्रोडक्ट्स का मूल्य तय करने के लिए आको कुछ चीजों को ध्यान में रखना होता है। जैसे अगर आप बाहर से पौधे ले रहे हैं तो पौधे की कीमत आपको क्या पड़ी है और फिर उसमें अन्य चीज़ जैसे गमले की कीमत जोड़ें। इसके बाद इसमें आप अपना कुछ प्रॉफिट मार्जिन रखकर मूल्य तय करें।

बहुत ज्यादा प्रॉफिट न रखें क्योंकि लोग अपने आस-पास विकल्प इसलिए तलाशते हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद होती है कि अच्छी चीज़ मिलेगी और किफायती दामों में। इसलिए आपके दाम बहुत ज्यादा नहीं होने चाहिए।

5. कैसे करें अपने बिज़नेस की मार्केटिंग?

संगीता: आप अपने घर के बाहर बोर्ड लगा सकते हैं ताकि आने-जाने वालों को पता चला कि आप नर्सरी का काम कर रहे हैं। इसके अलावा, अगर आप चाहें तो कुछ पर्चे भी अखबार के साथ छपवा सकते हैं। वर्तमान समय में, सबसे अच्छा तरीका है सोशल मीडिया। इसमें आप एकदम जीरो कॉस्ट या फिर बहुत ही न्यूनतम इन्वेस्टमेंट में अपनी मार्केटिंग कर सकते हैं।

फेसबुक, इंस्टाग्राम पर अपने बिज़नेस के नाम से पेज बनाएं और अपने बारे में बताएं। अपने पौधों के बारे में यहाँ पोस्ट करें। गार्डनिंग से संबंधित और अपनी नर्सरी से जुडी अपडेट यहाँ देते रहें। इसके साथ ही अगर आप चाहें तो यूट्यूब चैनल भी शुरू कर सकते हैं। बहुत से लोग गार्डनिंग के टिप्स के लिए यूट्यूब पर निर्भर करते हैं और वहाँ से आपको बहुत से ग्राहक मिलते हैं। इसके अलावा, आप व्हाट्सअप पर भी ग्रुप बना सकते हैं। गार्डनिंग से जुड़े फेसबुक ग्रुप्स में अपने बिज़नेस को प्रमोट कर सकते हैं।

बाकी सबसे अच्छी मार्केटिंग लोगों द्वारा होती है। अगर किसी ने आपके यहाँ से पौधे लिए हैं और उन्हें पसंद आए हैं तो वह और दस लोगों को आपसे जोड़ते हैं। इसलिए ग्राहक बहुत ज्यादा ज़रूरी होते हैं। चाहे छोटे हों या बड़े लेकिन ग्राहकों का हमेशा सम्मान करें और उनसे सच बोलें।

6. क्या पौधों के साथ-साथ और भी प्रोड्क्टस बेच सकते हैं?

संगीता: जब आप बिज़नेस में आगे बढ़ते हैं तो आपको खुद ग्राहकों की मांग से समझ में आने लगता है कि और क्या-क्या आपको रखना है। गार्डनिंग से जुड़ी अन्य चीजें जैसे पॉटिंग मिक्स, बीज, खाद, वर्मीकम्पोस्ट, कोकोपीट और गार्डनिंग के टूल्स आदि आप अपनी नर्सरी में जोड़ सकते हैं।

आपका कंपोस्ट अगर घर का बना हुआ है तो इससे अच्छी और कोई बात हो ही नहीं सकती है। ग्राहकों की मांग के हिसाब से अपने बिज़नेस को आगे बढ़ाना चाहिए।

7. किस तरह की चुनौतियों का करना पड़ता है सामना?

संगीता: हमेशा यह याद रखें कि पौधे सजीव होते हैं। ये कोई नॉन-लिविंग प्रोडक्ट्स नहीं हैं जिन्हें आप कैसे भी रख सकते हैं। पौधों की आपको लगातार देखभाल करनी होती है। इसलिए पौधों की आपको नियमित तौर पर देख-रेख करनी होती है।

इसके अलावा, अगर किसी दूसरे शहर से ऑर्डर आता है तो पौधों को भेजना मुश्किल काम हो जाता है। लेकिन इसके लिए अगर आप मेहनत करें और नए-नए विकल्प तलाशें तो आप हर समस्या का हल ढूंढ़ सकते हैं।

8. ग्राहकों का विश्वास बनाए रखने के कुछ टिप्स!

संगीता: सबसे पहले तो अपने ग्राहकों से कभी झूठ मत बोलिए। अगर किसी पौधे में कोई खराबी है तो आप सीधा बताइए कि यह समस्या है क्योंकि उस पल आपके झूठ से शायद वह पौधा बिक जाए पर आगे जब वह खराब होगा तो ग्राहक का विश्वास उठ जाएगा।

अगर किसी को पौधों के बारे में जानकारी नहीं है तो आपकी ज़िम्मेदारी है कि आप उन्हें सही जानकारी दें और सही दाम में ही पौधे दें।

कभी भी ऐसा कुछ कमिटमेंट ना करें जिसे आप पूरा नहीं कर सकते। उसी चीज़ के लिए हाँ कहे जो आप कर सकते हैं।

अंत में संगीता बस यही कहतीं हैं कि जो अब तक पेड़-पौधों से दूर हैं, वह गार्डनिंग की शुरूआत जरूर करें और जो पहले से गार्डनिंग कर रहे हैं, वह इसे एक स्टेप आगे बढ़ाएं और अपने बिज़नेस को एक मौका देकर देखें। अगर आप कोई भी चीज़ पैशन से करेंगे तो आपको सफलता ज़रूर मिलेगी।

अगर आप संगीता पोरवाल से संपर्क करना चाहते हैं तो उन्हें उनके फेसबुक पेज पर मैसेज कर सकते हैं: https://www.facebook.com/Sangitasbonsaiandterrariums

आप उनका यूट्यूब चैनल देख सकते हैं और इंस्टाग्राम पेज भी!

हैप्पी गार्डनिंग!!!

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