गिलोय एक औषधीय पौधा है और इसका सेवन कई बीमारियों में रामबाण इलाज के तौर पर किया जाता है।
गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने के साथ ही, आयरन, फॉस्फोरस, कॉपर, कैल्शियम, जिंक, मैगनीज जैसे पोषक तत्व भी होते हैं।
इन्हीं चमत्कारिक गुणों की वजह से, आज कोरोना महामारी के दौर में गिलोय की माँग में तेज गति आई है। गिलोय का इस्तेमाल सामान्यतः डेंगू, बुखार और सांस संबंधी अन्य बीमारियों के इलाज में होता है।
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के किरतपुर में रहने वाली अप्रती सोलंकी अपने घर में कई तरह के फलों, फूलों और औषधीय पौधों की खेती करती हैं, जिसमें गिलोय भी शामिल है। आईये उनसे जानते हैं कि आप अपने घर में गिलोय को कैसे उगा सकते हैं।
अप्रती कहती हैं, “गिलोय सालभर उपलब्ध रहती है, लेकिन सर्दी के मौसम में इसकी पत्तियां पीली होकर झड़ जाती हैं। इसके बावजूद गिलोय की टहनियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और इसका उपयोग कभी भी किया जा सकता है।”
वह आगे बताती हैं, “गिलोय में फरवरी के दौरान फल लगने लगते हैं और इसे पकने के बाद इसका बीज प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा, आप गिलोय की कटिंग (टहनी) को भी लगा सकते हैं।”
अप्रती के अनुसार इसकी लताएं काफी घनी होती हैं और नीम के पेड़ पर फैली हुई गिलोय ज्यादा उपयोगी मानी जाती है। हालांकि, इसे कहीं भी उगाया जा सकता है। लेकिन, ध्यान रखने वाली बात यह है कि इसकी लताएं जहरीले पौधे पर न हो, अन्यथा गिलोय भी जहरीली हो सकती है।
पौधा कब लगाएं
अप्रती कहती हैं, “गिलोय को सर्दियों को छोड़कर किसी भी मौसम में उगाया जा सकता है। क्योंकि सर्दियों में गिलोय का विकास नहीं होता है। लेकिन, इसके लिए फरवरी-मार्च या जुलाई-अगस्त का महीना सबसे उपयुक्त है।
मिट्टी कैसे करें तैयार
यदि आप गिलोय को जमीन पर लगा रहे हैं, तो इसे किसी भी तरह की मिट्टी में लगाया जा सकता है। लेकिन, यदि आप इसे गमले में लगा रहे हैं, तो 12 इंच के गमले में भुरभुरी मिट्टी का उपयोग करें। साथ ही, आप बगीचे की मिट्टी में 20 प्रतिशत बालू और हल्की मात्रा में जैविक खाद, जैसे कि गोबर या वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करें।
अप्रती बताती हैं, “मिट्टी में सिर्फ हल्की नमी बनाए रखें, और ज्यादा पानी न दें। इस तरह, आप गिलोय की 6 से 7 इंच की टहनी को आसानी से लगा सकते हैं।”
यदि गिलोय की टहनी बीच से टूट जाती है, तो टूटी हुई टहनी भी एरियल रूट के जरिए मिट्टी में अपनी स्थाई जड़ें बना लेती है, जिससे कि नया पौधा तैयार हो जाता है।
अप्रती के अनुसार गिलोय को बारिश के मौसम में तैयार होने में 15-20 दिन और गर्मी के मौसम में बढ़ने में 20-25 दिन लगते हैं। गिलोय को अपने आस-पास काफी आसानी से पाया जा सकता है, लेकिन यदि नहीं मिल रहा है, तो आप इसे ऑनलाइन भी ऑर्डर कर सकते हैं
घर में गिलोय को उगाने के बारे में और अधिक जानकारी के लिए इस वीडियो को देखें- https://www.youtube.com/watch?v=YBfcibGDMrY&feature=youtu.be
संपादन – मानबी कटोच
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