जानिए कैसे रीठा से बना सकते हैं बालों के लिए प्राकृतिक शैम्पू, फेसवॉश और बॉडीवॉश भी!

#बात_पते_की "अक्सर लोगों को लगता है कि प्राकृतिक शैम्पू उतने असरदार नहीं होते। लेकिन यह धारणा बिल्कुल गलत है क्योंकि अगर आप नियमित तौर पर प्राकृतिक उत्पाद इस्तेमाल करें तो धीरे-धीरे आपको अपने बालों और शरीर में सकारात्मक बदलाव नज़र आने लगेगा।"- मैहर वालिया

मुझे अभी भी याद है बचपन में मम्मी हमेशा हम बहनों के बालों में प्राकृतिक चीजें इस्तेमाल करती थीं। कभी रीठा और शिकाकाई से बाल धोती थीं तो कभी नहाने के लिए मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट इस्तेमाल करती थीं। लेकिन फिर जैसे-जैसे बड़े हुए और खुद का ख्याल रखने की ज़िम्मेदारी खुद पर आई तो यह सब पीछे छूट गया। 

बालों को लेकर कोई भी परेशानी होती तो अच्छे से अच्छे ब्रांड के प्रोडक्ट्स खरीदते, जिससे कुछ दिनों के लिए तो फायदा मिलता है लेकिन फिर वहीं आ जाते हैं कि बाल रूखे हो रहे हैं, झड़ रहे हैं, अब क्या करें? 

Soapnut

यह मेरी ही नहीं बल्कि बहुत-से लोगों की परेशानी है। इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि अगर किसी नयी चीज़ का ट्रायल करना ही है तो क्यों न एक बार अपने प्राकृतिक तत्वों का ही इस्तेमाल किया जाए। आज हम आपको बता रहे हैं कि आप कैसे रीठा से अपने बालों के लिए कई तरह के शैम्पू, कंडीशनर और यहाँ तक कि फेस वॉश और बॉडी वॉश भी बना सकते हैं। 

रीठा से शैम्पू बनाने के कई तरीके हैं:

1. इस तरीके से शैम्पू बनाने के लिए आपको बस रीठा की ज़रूरत है। आप किसी भी राशन वाले या फिर किराने की दुकान से रीठा खरीद सकते हैं। आप एक ही बार में एक हफ्ते के लिए शैम्पू बनाकर रख सकते हैं।

  • सबसे पहले आप 20 रीठा लीजिये और इन्हें हल्का-हल्का कूट लीजिये। 
  • रीठा को आप 6 गिलास पानी में भिगो दीजिए। अब इसे गैस पर गर्म होने के लिए रखिये। पानी और रीठा को आपको तब तक उबालना है, जब तक कि यह मिश्रण आधा न हो जाए। लगभग आधे घंटे बाद आप गैस बंद कर दें और इसे ठंडा होने दीजिए।
  • ठंडा होने के बाद आप रीठा को पानी में ही अच्छे से मसल लीजिये। इसके बाद इस पानी को आप अच्छे से छान लीजिये।
  • रीठा के इस पानी को अब आप किसी बोतल में स्टोर करके रख सकते हैं। ध्यान रहे कि आपको इसे फ्रिज में स्टोर करना है।

पूरी वीडियो आप यहाँ देख सकते हैं:

आपको जब भी बालों में शैम्पू करना हो तो आप रीठा के पानी को किसी चौपर या फिर मिक्सर में डालकर अच्छे से चला लीजिये। इससे यह अच्छा झाग वाला क्रीम बन जाएगा। इसे बालों पर इस्तेमाल करना आसान होगा। 

इसे आप फेसवॉश की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं!

2. रीठा से शैम्पू बनाने का दूसरा तरीका हमें बता रही हैं देहरादून की मैहर वालिया। वह बताती हैं कि वह एक पर्यावरणविद और उद्यमी हैं। साथ ही, उन्हें योग, खाना पकाना और ज़ुम्बा-डांस आदि भी काफी पसंद है। फिटनेस और एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए हमेशा से ही मैहर जागरूक रही हैं। 

“पिछले एक साल से मैंने धीरे-धीरे सस्टेनेबल लाइफस्टाइल की तरफ बढ़ना शुरू किया है और वहीं से मुझे खुद अपने प्राकृतिक प्रोडक्ट्स बनाने की प्रेरणा मिली,” उन्होंने कहा। मैहर रीठा से बने शैम्पू और कई अन्य प्राकृतिक प्रोडक्ट्स इस्तेमाल कर रही हैं। उनके मुताबिक, इससे उनके लाइफस्टाइल में काफी बदलाव आये हैं। 

Meher Walia

“सबसे पहले तो मुझे इससे प्राकृतिक तत्वों के बारे में जानने का मौका मिला। अगर हम लगातार प्राकृतिक चीज़ें इस्तेमाल करें तो इनका नतीजा काफी अच्छा मिलता है। मेरे बालों को इससे काफी फायदा हुआ है।”

वह आप सबके साथ अपना यह तरीका और अनुभव बांटना चाहती हैं। मैहर ने हमें बताया कि उन्होंने शैम्पू के लिए रीठा के साथ आंवला और शिकाकाई का भी इस्तेमाल किया है। 

1. सबसे पहले 4 रीठा को पूरी रात भिगोकर रखें और फिर अगले दिन दो गिलास पानी में उबलने के लिए रखें।

2. इसमें दो चम्मच आंवला और शिकाकाई पाउडर मिलाएं। जब यह मिश्रण आधा हो जाये तो गैस बंद कर दें और इसे ठंडा होने दें। 

Boil 4 Soapnuts and add 2 spoons of Amla-Shikakaai Powder

3. ठंडा होने के बाद आप इसे छान लें। इसके बाद जो पाउडर और रीठा बर्तन में बचा है, उसमें फिर से पानी डालकर आप उबाल सकते हैं। 

4. रीठा के इस लिक्विड को आप फ्रिज में एक हफ्ते तक स्टोर करके रख सकते हैं। 

Boil it on medium flame and then strain it and store in fridge.

यह पूरी तरह से प्राकृतिक है और इसका कोई साइड इफेक्ट्स नहीं है। 

3. रीठा से शैम्पू बनाना का तीसरा तरीका बता रही हैं कीर्ति नेगी बजोरिया। इसके लिए आपको रीठा, ग्लीसरिन, जैंथम गम, एसेंशियल ऑइल (टी -ट्री और पैपर मिंट) चाहिए।

  • सबसे पहले आप रीठा को रात भर पानी में भिगोकर रखें। इसके बाद सुबह इन्हें पानी में उबालें। पानी के आधा होने तक उबालते रहें और फिर गैस बंद कर दें।
  • ध्यान रहे कि पानी ठंडा होने पार आप सभी रीठा के बीज निकाल दें और फिर इन्हें एक बार पानी में ही अच्छे से मसल लें। अब इस पानी को छान लें।
  • इसके बाद आप इसमें ग्लिसरीन मिलाएं और फिर थोड़ा-सा जैंथम गम, जो आपको कहीं से भी ऑनलाइन मिल जायेगा। इससे आपके शैम्पू को गाढ़ापन मिलेगा।
  • इन सभी चीज़ों को मिलाकर इसे किसी ब्लेंडर से अच्छे से मिक्स कर लें। इस मिक्सचर में आप दो-दो बून्द दोनों एसेंशियल ऑइल मिलाएं और किसी भी बोतल में स्टोर करके रख लें।

आप यहाँ पर वीडियो देख सकते हैं:

इसे आप शैम्पू के साथ-साथ बॉडी-वॉश के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही, अपने घर के लिए कुछ क्लीनर्स जैसे फ्लोर क्लीनर और बर्तन साफ़ करने के लिए लिक्विड आदि भी बना सकते हैं। इससे आपको केमिकल से भरे हुए उत्पाद खरीदने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। 

मैहर बतातीं हैं कि जब से उन्होंने खुद अपने लिए शैम्पू, तेल और स्क्रब आदि बनाना शुरू किया है, तब से महीने में उनका बजट भी काफी किफायती हुआ है। “आप किसी भी अच्छे ब्रांड का शैम्पू लेने जाएं तो 200 मिली लीटर शैम्पू बोतल, ही कम से कम 155 रूपये से लेकर 700 रूपये तक की होगी। अगर स्पेशलाइज्ड शैम्पू की बात करें तो हज़ारों खर्च करने पड़ते हैं। महीने में आपको कम से कम एक बोतल तो चाहिए ही। लेकिन जब से मैंने खुद रीठा से शैम्पू बनाना शुरू किया तो यह खर्च बिल्कुल कम हो गया है,” उन्होंने कहा। 

Start with your #DIYs

खर्च कम होने के साथ उन्हें प्राकृतिक उत्पाद मिल रहा है, इससे अच्छा क्या हो सकता है। 

अंत में मैहर कहती हैं कि सबसे अच्छी बात है कि प्राकृतिक उत्पाद इस्तेमाल करने का आपका एक फैसला न सिर्फ आपके लिए बल्कि पर्यावरण के लिए भी सही है। सस्टेनेबल लाइफस्टाइल अपनाना इतना भी मुश्किल नहीं है जितना हम समझते हैं। चाहे छोटा या बड़ा, पर कोई न कोई बदलाव करने के लिए हमें कदम ज़रूर उठाना चाहिए। 

तो देर किस बात की है, आप आज ही यह DIY ट्राई कीजिये और अपने दोस्तों के साथ साझा कीजिये!

यह भी पढ़ें: शैम्पू से लेकर दर्दनिवारक तक: 10 चीजें जिन्हें मैं बाजार से नहीं खरीदती!


यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें। आप हमें किसी भी प्रेरणात्मक ख़बर का वीडियो 7337854222 पर व्हाट्सएप कर सकते हैं।

We at The Better India want to showcase everything that is working in this country. By using the power of constructive journalism, we want to change India – one story at a time. If you read us, like us and want this positive movement to grow, then do consider supporting us via the following buttons:

Let us know how you felt

  • love
  • like
  • inspired
  • support
  • appreciate
X