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IIT दिल्ली ने लॉन्च किए 2 नए मास्टर्स प्रोग्राम: क्या है कोर्स और कैसे करें आवेदन? जानिए पूरी जानकारी

इन कोर्स को काफी अलग तरीके से डिज़ाइन किया गया है ताकि छात्र बेहतर तरीके से सीख सकें और उच्च शिक्षा में सकारात्मक योगदान दे सकें।

IIT दिल्ली ने इस साल दो नए मास्टर्स कोर्स लॉन्च किए हैं – एक कॉगनेटिव साइंस और दूसरा अर्थशास्त्र। मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग के तहत आने वाले ये नए कोर्स जुलाई से शुरू होंगे। प्रत्येक कोर्स में 25 सीटें होंगी। इन कोर्स को काफी अलग तरीके से डिज़ाइन किया गया है ताकि छात्र बेहतर तरीके से सीख सकें और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक योगदान दे सकें।

एनडीटीवी द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रोग्राम प्रोफेसर समर हुसैन और प्रोफेसर यशपाल जोगदंड, मास्टर्स इन कॉगनेटिव साइंस के कॉर्डिनेटर हैं। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया है कि “इस प्रोग्राम के पाठ्यक्रम रिसर्च पर आधारित होंगे। कोर्स में छात्रों को विविध सिद्धांतों, विधि और साधन की जानकारी दी जाएगी ताकि वे मानव मन की संरचना और कार्यप्रणाली को बेहतर तरीके के समझ सकें। इससे छात्रों को ऐसे कौशल और समझ विकसित करने में मदद मिलेगी जिससे जटिल सूचना, प्रौद्योगिकी और प्रणालियां आसान बन सके। कई उद्योगों को व्यावहारिक समस्याएं हल करने के लिए ऐसे कौशल और समझ की ज़रूरत होती है। इस तरह, छात्र शिक्षा में करियर बनाने के साथ ही अकादमिक-उद्योग को जोड़ने वाले बिंदु पर भी काम कर सकेंगे।”

क्या हैं कोर्स?

अर्थशास्त्र में एमएससी (MSc)

अर्थशास्त्र में एमएससी प्रोग्राम का लक्ष्य छात्रों के कौशल विकास में गुणवत्ता लाने के साथ-साथ अर्थशास्त्र में उन्नत प्रशिक्षण यानी एडवांस ट्रेनिंग प्रदान करना है। पाठ्यक्रम में भारत और दूसरे देशों की विकास संबंधी चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है ताकि छात्रों में इनसे जुड़े मुद्दों पर बेहतर समझ विकसित हो सके।

  • यह दो वर्ष का फुल टाइम कोर्स होगा।
  • इस कोर्स में आवेदन के लिए कम से कम 5.5 सीजीपीए की आवश्यकता है।
  • योग्यता: बैचलर डिग्री (BA/BSc/BCom/BStat/BMath/BTech/BE) या समकक्ष।
  • लिखित प्रवेश परीक्षा 3 मई 2020 को होगी।

कॉगनेटिव साइंस में एमएससी

यह प्रोग्राम बहुविषयक होगा और इसमें मनोविज्ञान, भाषा विज्ञान, न्यूरो साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, दर्शनशास्त्र और मानवशास्त्र (एंथ्रोपोलॉजी) आदि जैसे विषयों के आधार पर सिद्धांत और तरीके पढ़ाए जाएंगे।

प्रोग्राम और कोर्स के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए, आप IIT दिल्ली की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन कर सकते हैं।

  • इस कोर्स में दाखिले के लिए IIT कानपुर, कॉगनेटिव साइंस ज्वाइंट एंट्रेंस टेस्ट (COGJET) 2020 के तहत परीक्षा आयोजित करेगा।
  •  इच्छुक उम्मीदवार के पास न्यूनतम तीन साल की अंडरग्रैजुएट की डिग्री होनी चाहिए।
  • जिन आवेदकों को अंडरग्रैजुएट की डिग्री जून, 2020 तक मिलने की संभावना है, वे भी आवेदन कर सकते हैं।

प्रोग्राम और कोर्स के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए, आप IIT दिल्ली की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन कर सकते हैं।

मूल लेख: विद्या राजा
संपादन – अर्चना गुप्ता

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